कश्मीर पर तुर्की के बयान पर भारत ने जताई आपत्ति, कहा- हमारे अंदरूनी मामले पर दखल न दें

नई दिल्ली: भारत ने शनिवार को कश्मीर पर तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन के सभी बयानों को खारिज कर दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा है, ”कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है. तुर्की भारत के मामले में हस्तक्षेप ना करे.”

Ministry of External Affairs (MEA): We call upon the Turkish leadership to not interfere in India’s internal affairs and develop proper understanding of the facts, including the grave threat posed by terrorism emanating from Pakistan to India and the region. https://t.co/6J8i5v7Pyi
— ANI (@ANI) February 15, 2020

जम्मू-कश्मीर को लेकर एर्दोआन की टिप्पणी पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा, ”हम तुर्की नेतृत्व से अनुरोध करते हैं कि वह भारत के आंतरिक मामले में दखल ना दे.” विदेश मंत्रालय ने कहा कि ”हम तुर्की नेतृत्व से अनुरोध करते हैं कि वह भारत के लिए पाकिस्तान से पैदा होने वाले आतंकवाद के खतरे सहित सभी तथ्यों की सही समझ विकसित करे.”
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क्या कहा था अर्दोआन ने
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन ने शुक्रवार को पाकिस्तान में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था. उन्होंने कहा था कि कश्मीर पाकिस्तान के लिए जितना महत्वपूर्ण है, उनके देश के लिए भी उतना ही अहम है. बता दें कि राष्ट्रपति एर्दोगान दो दिवसीय यात्रा पर पाकिस्तान पहुंचे थे.
पाकिस्तानी संसद में अर्दोआन ने कहा था, ‘‘तुर्की की आजादी की लड़ाई के समय पाकिस्तान के लोगों ने अपनी हिस्से की रोटी हमें दी थी. पाकिस्तान की इस मदद को हम नहीं भूले हैं और न कभी भूलेंगे. कल हमारे लिए जैसे कनक्कल (तुर्की का समुद्र तटीय हिस्सा) अहम था, बिलकुल उसी तरह आज कश्मीर हमारे लिए मायने रखता है. दोनों में कोई फर्क नहीं है. पिछले कुछ सालों में एकतरफा कार्रवाई से कश्मीरी लोगों की तकलीफों में इजाफा हुआ है. हम कश्मीर पर पाकिस्तान का साथ जारी रखेंगे.’’
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Source: HW News

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