अमेरिका: इंडिपेंडेंस डे पर 22 साल के लड़के ने परेड देखने आए लोगों पर बरसाईं गोलियां, जानिए खौफनाक कहानी – Aaj Tak

स्टोरी हाइलाइट्स

  • अमेरिका के शिकागो में शूटिंग
  • इंडिपेंडेंस डे की परेड के दौरान हुई शूटिंग

अमेरिका ने 4 जुलाई को अपना 246 वां स्वतंत्रता दिवस मनाया. पूरे अमेरिका की तरह शिकागो में भी लोग आजादी के जश्न में डूबे थे, तभी अचानक भगदड़ मच गई. यहां गोली की तड़तड़ाहट से पूरा हाईलैंडर पार्क (HIGHLAND PARK, Ill) गूंज गया. लोग जान बचाने के लिए यहां वहां भागने लगे. गोलीबारी के चलते सिर्फ 10 मिनट में परेड रोकनी पड़ी. इस फायरिंग में 6 लोगों की जान चली गई. जबकि 36 लोग जख्मी हुए हैं. 

अमेरिका में फायरिंग कोई नई बात नहीं है. यहां हाल ही में एक स्कूल में फायरिंग में कई बच्चों समेत 21 लोगों की मौत हो गई थी. अब स्वतंत्रता दिवस पर शिकागो में हुई फायरिंग ने सभी को चौंका दिया है. बताया जा रहा है कि हमला करने वाला शख्स सिर्फ 22 साल का था. 

पुलिस ने आरोपी रॉबर्ट ई क्रीमो III (Robert E. Crimo III) को कस्टडी में ले लिया. आरोपी ने परेड पर छत से फायरिंग की. अमेरिका के स्थानीय समय के मुताबिक, परेड 10 बजे शुरू हुई थी. लेकिन फायरिंग के चलते 10 मिनट में परेड को रोक दिया गया. इसके अलावा शिकागो में अन्य जगहों पर भी हिंसा के डर से परेड को रद्द कर दिया गया. 

पुलिस ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस हमले में अब तक 6 लोगों की मौत हो गई. जबकि 36 लोग जख्मी हुए हैं. बताया जा रहा है कि आरोपी ने करीब 200 राउंड फायरिंग की है. फायरिंग के बाद आरोपी कार से भाग रहा था. तभी पुलिस ने उसे घेर लिया. 

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि परेड शुरू होने के 10 मिनट बाद ही फायरिंग शुरू हो गई. यहां खून से लथपथ शव पड़े थे. लोग जान बचाने के लिए भाग रहे थे. बताया जा रहा है कि लोग बड़ी संख्या में अपने बच्चों के साथ आए थे, ताकि उन्हें परेड दिखा सकें. लेकिन फायरिंग के चलते लोग अपने बच्चों की जान बचाने के लिए हमले वाली जगह से भागते दिखे. 

शूटर की पहचान रॉबर्ट ई क्रीमो के तौर पर हुई है. वह सिर्फ 22 साल का है. हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि आखिर हमला क्यों किया गया. बताया जा रहा है कि घायल लोगों की उम्र 8 साल से 85 साल तक है. फायरिंग वाली जगह पर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है. लोगों से घरों के अंदर रहने के लिए कहा गया है. पुलिस ने एक बंदूक भी बरामद की है. 

यहां मौजूद एक शख्स ने बताया कि हम स्वतंत्रता का जश्न मनाने के लिए आए थे. लेकिन हमें यह घटना देखने को मिली. इससे काफी नुकसान हुआ है, लोगों की जानें चली गईं. हम आतंक से जूझ रहे हैं. 
 
हाइलैंड पार्क निवासी 73 वर्षीय माइल्स जरेम्स्की भी परेड देखने पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि अचानक गोलियों की आवाज आने लगी. मैं पहले सेना में रहा हूं, इसलिए गोलियों की आवाज को पहचानता हूं. वहीं, एक अन्य शख्स ने बताया कि पहले हमें लगा कि यह पटाखों की आवाज है. लेकिन अचानक से भगदड़ मच गई. तभी मैं आगे गया, वहां देखा कि शवों से लथपथ शव सड़कों पर पड़े थे. उन्होंने कहा, ये डरावना था. इससे पहले मैंने कभी ऐसा नहीं देखा. लोग खून से लथपथ पड़े थे. 

Related posts