Heat Wave In Delhi: दिल्ली में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी, 49 डिग्री तापमान के बाद कैसा है दिल्ली समेत – ABP न्यूज़

Heat Wave In Delhi: रविवार को दिल्ली के अधिकांश इलाके लू की चपेट में रहे और बढ़े तापमान ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. मौसम विभाग के दो स्टेशनों मुंगेशपुर और नजफगढ़ में तापमान 49.2 और 49.1 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार पिछले नौ सालों में ये महीने का सबसे गर्म दिन रहा है.

आज भी गर्मी से कोई राहत मिलती नहीं दिख रही. तेज हवा के साथ धूल भरी आंधी चलने का अनुमान है. न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. वहीं अधिकतम तापमान में बीते दिनों के मुकाबले कुछ अंकों की गिरावट दर्ज की  जा सकती है. लेकिन हीट वेव के कारण दिल्ली की सड़कों पर निकलना चुनौती बना रहेगा.

वहीं भारतीय मौसम विज्ञान भवन ने आज भीषण गर्मी और बढ़ते हुए तापमान को लेकर प्रेस को संबोधित किया. मौसम वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने जानकारी देते हुए कहा कि हीट वेव की शुरुआत मार्च में हुई थी. तापमान तब 41-42 तक गया था. मार्च के मध्य हफ्ते तक तापमान 44 डिग्री सेल्सियस हो गया था. 27 अप्रैल से लेकर 2 मई तक तापमान 46-47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. लेकिन 12 मई को यही तापमान स्थिर हो गया था.

तापमान के स्थिर होने के थे क्या कारण ?
वैज्ञानिकों ने बताया कि असानी चक्रवाती तूफान के कारण नॉथ में तापमान स्थिर हो गया. दिल्ली में आज अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस चल रहा है जो कि पहले से बेहतर है. 20 मई तक दिल्ली में हीट वेव कम हो जाएगी. अभी ऑरेंज अलर्ट से येलो कर देंगे. अंडमान में मानसून का आगमन हो रहा है. केरल में भारी बारिश रहेगी. मार्च में तापमान 122 सालों में सबसे ज्यादा था.
वहीं उत्तर भारत में धूल भरी आंधी चलने का अनुमान है. राजस्थान में तापमान 50 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है तो वहां के कुछ इलाकों में तापमान बढ़कर 52 डिग्री भी गया है.

क्या कहते हैं क्षेत्रीय मौसम विभाग के अध्यक्ष ? 
क्षेत्रीय मौसम विभाग के अध्यक्ष मौसम चरण सिंह कहते हैं कि सफदरजंग और पालम स्टेशन पर बीते दिन तापमान 46-47 तक रहा. दिल्ली के बाहरी स्टेशन जैसे नजफगढ़ और मुंगेश्वर में तापमान 49 तक रिकॉर्ड हुआ. बाहर के स्टेशन पर सामान्य तौर पर अंतर रहता है. कल से आज के तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट है. कल भी गिरावट रहेगी. 20 मई से हीट वेव फिर आयेगी. 

इसके पीछे की क्या है वजह ? 
मौसम में आए इस बदलाव की वजह वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है. इस वजह से देश के पहाड़ी इलाकों में हल्की बरसात हो रही है तो वहीं मैदानी इलाकों में धूल भरी आंधी चल रही है.

क्या प्रदूषण का असर है बढ़ा हुआ तापमान ?
इतने तापमान के रिकॉर्ड होने की उम्मीद फिर से नहीं है. मार्च से ही उत्तरी भारत में बारिश नहीं होने की वजह से गर्मी अधिक पड़ रही है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर है इसलिए भी उत्तर भारत में इतनी गर्मा पड़ रही है. ये हीटिंग का लॉन्ग स्पेन था.

इस गर्मी में दिल्ली घूमने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी आई है.आम तौर पर राजधानी में बने ऐतिहासिक स्मारकों को देखने के लिए लोगों की भीड़ देखने को मिलती है लेकिन अब दिल्ली की वीरान पड़ी सड़कें इस बात का सबूत हैं कि घरों से बाहर निकलना ही बड़ी चुनौती बन गया है. 

एबीपी न्यूज ने दिल्ली के इंडिया गेट घूमने आए एक परिवार से बात की. राजस्थान से दिल्ली दर्शन करने आए शेखर अपनी पत्नी और दो बच्चों को इंडिया गेट दिखाने लाए हैं. क्योंकि दिन में बहुत ज्यादा गर्मी होगी इसलिए सुबह ही परिवार दिल्ली के अलग अलग इलाकों में घूम रहा है. शेखर कहते हैं कि यहां बहुत गर्मी पड़ रही है. हमारे यहां भी इतनी ही गर्मी है लेकिन दिल्ली भी राजस्थान जैसा लग रहा है. अंजू कहती हैं कि गर्मी से बचाव के लिए बच्चों को नींबू पानी पिला रही हूं. 

जानें दूसरे राज्यों का हाल
विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु , केरल और सिक्किम में तेज बारिश का अनुमान जताया जा रहा है. वहीं छत्तीसगढ़, बिहार, कर्नाटक में हल्की बारिश का अनुमान है. राजस्थान में पारा 50 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया तो वहीं राजस्थान के बाहरी इलाकों में अधिकतम तापमान 52 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. मौसम विभाग के अनुसार सोमवार से हिमाचल प्रदेश में भी बढ़ती गर्मी से राहत मिल सकती है. आंधी और ओलावृष्टि के साथ बारिश से तापमान नियंत्रित होने का अनुमान है. 

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