देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जब मैंने कहा कि राम आंदोलन में तुम्हारा एक भी नेता नहीं था तो इन्हें कितनी मिर्ची लगी। उद्धव जी मैं जुलाई में नगरसेवक बना। अगस्त में एडवोकेट बना और यही देवेंद्र फडणवीस राम आंदोलन में गया था। देवेंद्र फडणवीस सिर्फ आंदोलन में नहीं गया था बल्कि बदायूं की जेल में भी था। उसी बदायूं जेल में हम इंतजार करते थे कि कोई शिवसैनिक आएगा लेकिन कोई शिवसैनिक नहीं आया।
‘लात गदहा मारता है, असली हिन्दू ठोकर मारता है’
फडणवीस ने आगे कहा कि मैं सोने का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुआ हूं। कार सेवक का मज़ाक उड़ाने वालों को कहना चाहता हूं जब भी ज़रूरत होगी तो दोबारा कार सेवक बनेंगे। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे तुम्हारा हिंदुत्व गदहा धारी है, तुमने कहा कि हमें लात मारी, लात गदहा मारता है, असली हिन्दू ठोकर मारता है। उन्होंने कहा कि यदि कश्मीर में एक हिन्दू का कत्ल हुआ तो 24 घण्टे में 3 आतंकी को मार गिराया गया।
‘सोनिया गांधी को समर्पित था उद्धव ठाकरे का भाषण’
फडणवीस ने कहा कि मुंबई को हमें अलग करना है, लेकिन महाराष्ट्र से नहीं, तुम्हारे करप्शन और गुनाह से। कल का उद्धव ठाकरे का भाषण सोनिया गांधी को समर्पित था। उन्होंने कहा कि मुंबई और महाराष्ट्र का ही एक बाप वो है शिवजी महाराज। महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री पंत प्रधान के VC में IPL देखने जैसा बैठा है, यह महाराष्ट्र का अपमान है। जिस तरह से आप राज्य को चला रहे हो, वो IPL से कम नहीं है।
‘उद्धव की मास्टर सभा नहीं लॉफ्टर सभा’
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उद्धव की सभा को मास्टर सभा कहा जा रहा था, लेकिन उनका भाषण सुनने के बाद समझ में आया कि यह लॉफ्टर सभा थी। कल हमको लगा कि कुछ तेजस्वी सुनने को मिलेगा, कुछ अलग सुनने मिलेगा, लेकिन लाफ्टर सभा थी। देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे की शनिवार को हुई रैली पर कहा कि कल की सभा कौरव की सभा थी, आज की यह सभा पांडवों की सभा है। उद्धव देश के पहले मुख्यमंत्री होंगे, जिन्होंने 2 सालों में एक भी सभा राज्य के विकास के लिए नहीं लिया। बाला साहेब ने भी नहीं सोचा होगा कि उनके पुत्र के कार्यकाल में हनुमान चालीसा पढ़ना गुनाह होगा और औरंगजेब के कब्र पर शीश झुकाने वाला गौरव की बात होगी।
‘उद्धव ठाकरे को शर्म आनी चाहिए’
उद्धव पर करारा हमला बोलते हुए फडणवीस ने कहा कि संभाजी राजे की हत्या करने वाला औरंगजेब की कब्र पर ओवैसी शीश झुकाता है। उद्धव ठाकरे को शर्म आनी चाहिए, चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। जो शिवाजी का नाम लेते थे उन्होंने अपनी तलवार म्यान में रख दी लेकिन हम अपनी तलवारों से हिंदुत्व की लड़ाई लड़ेंगे।