sameer wankhede from hero to suspect: aryan khan drugs case ncb officer sameer wankhede a hero or victim : समी – Navbharat Times

नई दिल्ली
नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के मुंबई जोन के डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने जबसे आर्यन खान ड्रग्स केस का खुलासा किया है, तभी से उन पर राजनीतिक और निजी हमले तेज हो गए हैं। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के प्रभावशाली नेता नवाब मलिक ने वानखेड़े को फर्जी व्यक्ति करार देते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यहां तक कि धमकी दी है कि सालभर के भीतर वानखेड़े जेल में होंगे। बॉलिवुड के एक सुपर स्टार के बेटे की गिरफ्तारी से यह मामला शुरू से हाई प्रोफाइल था लेकिन अब वानखेड़े खुद सवालों में घिरते दिख रहे हैं। क्रूज ड्रग्स केस के ही एक गवाह ने उन पर 8 करोड़ रुपये उगाही की कोशिश के आरोप लगाए हैं।

समीर वानखेड़े को तेजतर्रार अफसर माना जाता है। उगाही की कोशिश के आरोप लगने के बाद अब उनके ही विभाग यानी एनसीबी ने उनके खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं। वैसे पहली बार ऐसा नहीं हुआ है कि हाई प्रोफाइल मामले की जांच कर रहा अधिकारी खुद ही सवालों में घिर गया हो। मीट कारोबारी मोईन कुरैशी केस में तो सीबीआई के तत्कालीन डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना आपस में ही भिड़ गए थे। दोनों ने एक दूसरे पर कुरैशी के लोगों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया। सुप्रीम कोर्ट में यह मामला सीबीआई बनाम सीबीआई का हो गया, जिससे जांच एजेंसी की बहुत किरकिरी हुई। इसी तरह, मुकेश अंबानी के घर विस्फोटक मिलने के हाई प्रोफाइल मामले में ऐसे ट्विस्ट आए कि एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वझे सलाखों के पीछे चले गए। ‘100 करोड़ वसूली’ का ऐसा बम फूटा कि महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख को इस्तीफा देना पड़ा। मुंबई के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की पद से छुट्टी हो गई। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह आज भी कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।

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समीर वानखेड़े की कार्रवाइयों में बॉलिवुड में मची खलबली
अब बात आर्यन खान ड्रग्स केस की। सबसे पहले जानते हैं कि समीर वानखेड़े हैं कौन। वह 2020 से एनसीबी के मुंबई जोन के डायरेक्टर हैं। मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले वानखेड़े इंडियन रेवेन्यू सर्विस (IRS) के 2008 बैच के ऑफिसर हैं। उनके पिता भी पुलिस अधिकारी रह चुके हैं। वानखेड़े की छवि एक तेजतर्रार अफसर की रही है। वह सबसे पहले तब सुर्खियों में आए जब एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद उन्होंने बॉलिवुड एक्टर्स के ड्रग्स कनेक्शन खोजे और कार्रवाई की। वानखेड़े ने बॉलिवुड में खलबली मचा दी। रिया चक्रवर्ती अरेस्ट हुईं। दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, रकुल प्रीत सिंह, अर्जुन रामपाल और श्रद्धा कपूर जैसे बड़े स्टार से एनसीबी ने पूछताछ की। कॉमिडियन भारती सिंह गिरफ्तार हुईं। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के दामाद को भी ड्रग्स से जुड़े एक केस में गिरफ्तार किया। वानखेड़े पर यह आरोप भी लगने लगे कि वह प्रचार और शोहरत के लिए जानबूझकर बॉलिवुड को टारगेट कर रहे हैं और बदनाम कर रहे हैं।

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शाहरुख खान से भी वसूल चुके हैं जुर्माना
एनसीबी में आने से पहले भी वानखेड़े बॉलिवुड के कई दिग्गजों के खिलाफ कार्रवाई कर चुके हैं। 14 जुलाई 2011 को मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर कस्टम के एक अधिकारी ने बॉलिवुड सुपर स्टार शाहरुख खान को रोक लिया। खान यूरोप से छुट्टियां मनाकर लौटे थे और उनके साथ बड़ी तादाद में बैग्स थे। पूछताछ के बाद अधिकारी ने ज्यादा बैगेज के लिए डेढ़ लाख रुपये का जुर्माना ठोका। वह अधिकारी कोई और नहीं, बल्कि समीर वानखेड़े ही थे जो उस वक्त कस्टम में तैनात थे। 2013 में वानखेड़े ने बतौर कस्टम अधिकारी सिंगर मीका सिंह को तय मात्रा से ज्यादा फॉरेन करंसी के साथ पकड़ा था।

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Sameer Wankhede News: नवाब मलिक का बड़ा आरोप, समीर वानखेड़े ने जाली सर्टिफिकेट की बदौलत हासिल की नौकरी
क्यों हैं सवालों के घेरे में
समीर वानखेड़े पर पहले भी यह आरोप लगते रहे हैं कि वह प्रचार पाने के लिए बॉलिवुड से जुड़े लोगों को निशाना बनाते हैं। एनसीबी का दावा है कि क्रूज पर 13 ग्राम कोकीन, 5 ग्राम एमडीएमए, 21 ग्राम चरस और एमडीएमए की 22 गोलियां मिली थीं। आर्यन खान के पास से कोई ड्रग बरामद नहीं हुआ। यही वजह है कि इस मामले में भी शुरुआत से ही उन पर बॉलिवुड को टारगेट करने के आरोप लगने लगे थे। लेकिन वह सवालों के घेरे में तब घिरे जब इस मामले के एक गवाह प्रभाकर सैल ने वानखेड़े पर 8 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने की कोशिश का सनसनीखेज आरोप लगाया। कोर्ट में पेश अपने हलफनामे में सैल ने दावा किया है कि इस मामले के एक अन्य गवाह केपी गोसावी ने सैम डिसूजा नाम के एक शख्स से फोन पर बातचीत के दौरान 25 करोड़ रुपये की डील की बात की थी। बाद में दोनों फोन पर 18 करोड़ रुपये में डील फाइनल करने की बात रहे थे जिसमें 8 करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को भी देने की बात कही गई। गोसावी के प्राइवेट बॉडीगार्ड रहे सैल ने दावा किया है कि एनसीबी ने उससे कोरे कागजों पर दस्तखत कराए थे। हालांकि, गोसावी ने इन आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि उसे नहीं पता कि सैल को किस तरह का लालच दिया गया है जो ‘झूठा हलफनामा’ पेश किया है।

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समीर वानखेड़े हीरो या विक्टिम?
प्रभाकर सैल के सनसनीखेज आरोपों के बाद एनसीबी ने समीर वानखेड़े के खिलाफ जांच भी शुरू कर दी है। दूसरी तरफ, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक का वानखेड़े पर तीखे हमले जारी हैं। मलिक के बयानों में ड्रग्स से जुड़े एक केस में अपने दामाद की गिरफ्तारी की टीस भी साफ झलकती है। वह दावा कर रहे हैं कि सालभर के भीतर वानखेड़े अपनी ‘असली जगह’ यानी जेल पहुंच जाएंगे। मलिक ने वानखेड़े पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने का भी आरोप लगाया है। एक दिन पहले ही मलिक ने एक कथित बर्थ सर्टिफिकेट को यह कहते हुए ट्वीट किया कि यह वानखेड़े का बर्थ सर्टिफिकेट है। उन्होंने दावा किया कि बर्थ सर्टिफिकेट में वानखेड़े के पिता का नाम दाऊद क. वानखेड़े लिखा है और धर्म की जगह पर मुस्लिम लिखा गया है। एनसीपी नेता ने आरोप लगाया कि बाद में बानखेड़े ने जन्म प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ कर पिता के नाम को बदला और धर्म को मुस्लिम से हिंदू कराया। इसी आधार पर जाति प्रमाण पत्र बनवाकर आईआरएस में नौकरी पाई। मंगलवार को मलिक फिर मीडिया के सामने आए और अपने आरोपों को फिर दोहराया। इस बार उन्होंने कहा कि वह वानखेड़े के माता-पिता का निकाहनामा भी तलाश रहे हैं।

दूसरी तरफ, वानखेड़े का कहना है कि जबसे उन्होंने क्रूज ड्रग्स केस में कार्रवाई की है तब से उन्हें और उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है। उनके पिता और उनकी बहन पर हमले किए जा रहे हैं। यहां तक कि उनकी दिवंगत मां को भी नहीं बख्शा जा रहा है। वानखेड़े ने कहा कि उनकी मां जाहिदा मुस्लिम थीं और उनके पिता हिंदू। उन्होंने मुंबई पुलिस को खत लिखकर आशंका जताई है कि उन्हें किसी फर्जी केस में फंसाया जा सकता है। मलिक के आरोपों पर वानखेड़े के पिता भी सामने आए और उसका खंडन किया। उन्होंने कहा कि उनका नाम दाऊद नहीं ज्ञानदेव वानखेड़े है।

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