इस राज्य की सरकार ने घटाया पेट्रोल पर टैक्स, ऊंची कीमत के लिए केंद्र को ठहराया जिम्मेदार – Navbharat Times

हाइलाइट्स

  • तमिलनाडु सरकार ने पेट्रोल पर टैक्स में 3 रुपये प्रति लीटर की कटौती की
  • पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतों के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया
  • इससे राज्य सरकार को सालाना 1,160 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान होगा

चेन्नई
तमिलनाडु सरकार ने शुक्रवार को राज्य में पेट्रोल पर 3 रुपये प्रति लीटर कर घटाने की घोषणा करते हुए पेट्रोल, डीजल की ऊंची कीमतों के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उसका कहना है कि लोगों को राहत देने का काम केंद्र सरकार का है। तमिलनाडु के वित्त मंत्री पलानीवेल त्यागराजन ने विधानसभा में संशोधित बजट पेश करते हुए कहा की सरकार ने पेट्रोल पर कर में 3 रुपये प्रति लीटर कटौती का फैसला किया है।

त्यागराजन ने कहा कि सरकार ने पेट्रोल पर टैक्स की प्रभावी दर को 3 रुपये प्रति लीटर कम करने का फैसला किया है। इस कदम से राज्य में लोगों को राहत मिलेगी। इससे राज्य सरकार को हालांकि, सालाना 1,160 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि मई 2014 में पेट्रोल पर कुल टैक्स को 10.39 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर केंद्र सरकार ने अब 32.90 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। इसी तरह मई 2014 में डीजल पर लगने वाले कर को 3.57 रुपये से बढ़ाकर 31.80 रुपये प्रति लीटर कर दिया।

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क्या था चुनावी वादा
वित्त मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में 2.63 करोड़ दोपहिया वाहन है, जो गरीबों के लिए परिवहन का सबसे लोकप्रिय साधन बन गया है। उन्हें पेट्रोल की बढ़ती कीमत की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन मजदूर गरीब और मध्यम वर्ग के दर्द को महसूस करते हैं। द्रमुक ने विधानसभा चुनावों के दौरान उनकी सरकार बनने पर पेट्रोल पर पांच रुपये और डीजल पर चार रुपये प्रति लीटर की कटौती करने का वादा किया था। हालांकि, विपक्षी एआईएडीएमके ने द्रमुक सरकार से अपने चुनावी वादे को पूरा करने की मांग की है।

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