अमर उजाला नेटवर्क, शिमला/किन्नौर
Published by: अरविन्द ठाकुर
Updated Wed, 11 Aug 2021 02:28 PM IST
सार
एचआरटीसी की बस चट्टानाें के गिरने के कारण हादसे का शिकार हो गई है। आशंका जताई जा रही इस कारण से 40 लोग इसकी चपेट में आ गए हैं। एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए हैं। सीएम जयराम ठाकुर ने इस घटना की पुष्टि की है और संभव मदद करने का एलान किया है।
हिमाचल प्रदेश किन्नौर में भूस्खलन: चट्टानें गिरने से मलबे में दबे वाहन।
– फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
एक शव बरामद हुआ है। 6 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। अन्य की तलाश जारी है। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई हैं। एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि किन्नौर जिले मे मूरंग हरिद्वार रूट की यह बस है। डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि पहाड़ी से लगातार चट्टानें गिर रही हैं। इस वजह से रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है। सीएम जयराम ठाकुर ने हर संभव मदद करने का एलान किया है।
गौरतलब है कि 25 जुलाई 2021 को किन्नौर जिले के बटसेरी में सांगला-छितकुल मार्ग पर पहाड़ी से दरकी चट्टानों की चपेट में एक पर्यटक वाहन आ गया था। हादसे में टेंपो ट्रैवलर में सवार नौ पर्यटकों की मौत हो गई थी। हादसा इतना भयानक था कि वाहन को चट्टानों ने हवा में ही उड़ा दिया था और 600 मीटर नीचे बास्पा नदी के किनारे दूसरी सड़क पर जा गिरा था।
मृतकों में मां और पुत्र-पुत्री समेत 4 राजस्थान के, छत्तीसगढ़ के दो, महाराष्ट्र और दिल्ली का एक-एक पर्यटक था। सभी पर्यटक दिल्ली से ट्रैवल एजेंसी के वाहन में किन्नौर घूमने आए थे। पहाड़ी से गिरे बड़े पत्थर से बटसेरी स्थित बास्पा नदी पर बना 120 मीटर लंबा लोहे का पुल भी पलक झपकते ही धराशायी हो गया था।