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अहमदाबाद3 घंटे पहले
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ऊना शहर की दयानंद सोसायटी में लगा मोबाइल टॉवर बीच से टूटकर झूलने लगा।
चक्रवाती तूफान ‘ताऊ-ते’ गुजरात पहुंच गया है। लैंडफॉल प्रोसेस पूरी होने के बाद इसका असली रूप दिखाई देगा। तूफान का सबसे ज्यादा असर 5 जिलों भावनगर, अमरेली, गिर-सोमनाथ, जूनागढ़ और पोरबंदर में होने की आशंका जताई गई है।
तूफान के आने से करीब चार-पांच घंटे पहले ही उसका असर गुजरात के तटीय इलाकों में दिखना शुरू हो गया था। कहीं धूल भरी आंधी-मूसलाधार बारिश, कहीं मोबाइल टॉवर-बिजली के खंभे टूटकर गिरे तो कहीं छतों पर लगे सोलर पैनल उड़ गए। तूफान से हुए नुकसान की असली तस्वीर तो उसके गुजर जाने के बाद ही सामने आएगी, लेकिन हम आपको तूफान आने के पहले की कुछ तस्वीरें दिखा रहे हैं, जिन्हें देखकर इसके विनाशकारी मिजाज का अंदाजा लगाया जा सकता है…
जूनागढ़ में नारियल का पेड़ टूटकर एक घर पर गिर गया।
केंद्र शासित प्रदेश दीव में अरब सागर की लहरें इतनी ऊंची उठीं कि समुद्र का पानी शहर में दाखिल हो गया।
ऊना में पोर्ट किनारे बंधी मछुआरों की बोटों के लंगर उखड़ गए और लहरें उन्हें बहा ले गईं।
तीथल बीच के किनारे लगी दुकानों के टेंट हवा से उड़ गए।
मोरबी में बड़े पेड़ तक धराशायी हो गए।
वेरावल में पोर्ट किनारे बंधी नावें बह गईं।
भरूच में एक मकान की छत पर बनी टीन की शेड उड़ गई।
तूफान के असर से अहमदाबाद में भी भारी बरसात हो रही है।
तेज हवाओं के कारण केवडिया रेलवे स्टेशन के कई शेड हवा में उड़ गए।
तूफान से पहले सुरेंद्रनगर जिले की सायला तहसील में धूल भरी आंधी चली।