Bengaluru Bed Scam: बेड स्कैम को दिया सांप्रदायिक ऐंगल? तेजस्वी सूर्या बोले- ‘विधायक चाचा के मदरसा बयान का मैं जिम्मेदार नहीं’ – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • कर्नाटक में बेंगलुरु साउथ से सांसद तेजस्वी सूर्या ने लगाया आरोप
  • तेजस्वी का आरोप- बेंगलुरु में बेड अलॉटमेंट में हुआ स्कैम
  • सूर्या बोले- विधायक चाचा के बयान के लिए मैं जिम्मेदार नहीं
  • बेंगलुरु पुलिस ने कोविड वॉर रूम के 2 कर्मचारियों को किया अरेस्ट

बेंगलुरु
कर्नाटक में बेंगलुरु साउथ से सांसद और बीजेपी के फायरब्रांड युवा नेता तेजस्वी सूर्या विवादों में घिर गए हैं। आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने बेड स्कैम को सांप्रदायिक ऐंगल दे दिया। इस मामले में सीएम येदियुरप्पा ने जांच के आदेश दिए हैं। सूर्या, विधायक सतीश रेड्डी, रवि सुब्रमण्या और उदय गरुडचर ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि दक्षिण जोन के कोविड-19 वॉर रूम के कुछ कर्मचारी बिना लक्षण वाले मरीजों के नाम पर बिस्तर की बुकिंग कर अन्य मरीजों को बेच रहे हैं। बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त कमल कांत का कहना है कि मामले की जांच केंद्रीय अपराध शाखा को दी गई है और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में तेजस्वी सूर्या ने कहा कि उन्होंने बेड स्कैम को सांप्रदायिक ऐंगल नहीं दिया। पेश है तेजस्वी सूर्या से बातचीत के अंश…

घोटाला उजागर करना ठीक है, लेकिन आपने मुस्लिम नामों को चुनिंदा तरीके से क्यों पढ़ा? इसने इस मुद्दे को सांप्रदायिक बना दिया है।
हरगिज नहीं… जो लोग सैकड़ों लोगों की जान से खेलने वाले इस स्कैम से ध्यान भटकाना चाहते हैं वे इसे सांप्रदायिक ऐंगल देने की कोशिश कर रहे हैं। कोरोनावायरस एक ऐसा धर्मनिरपेक्ष वायरस है जो सभी धर्मों के लोगों को संक्रमित करता है। मैं बेवकूफ नहीं हूं जो इस घोटाले में सांप्रदायिक ऐंगल खोजूं। जब मैं बीबीएमपी वॉर रूम में गया तो मुझे पता चला कि इन 17 वर्कर्स को आरोपों के बाद हटा दिया गया है। मुझे वहा से नाम मिले और मैंने सिर्फ उन नामों को पढ़ा और पूछा कि उन्हें किस आधार पर नियुक्त किया गया था?

लेकिन आपके चाचा रवि सुब्रमण्यम, जो बीजेपी विधायक हैं, वह बीबीएमपी अधिकारियों पर चिल्लाए, उन्होंने उनसे पूछा कि क्या ये कार्यकर्ता किसी मदरसे या निगम से लिए गए हैं?
आपको उनसे यह पूछने की जरूरत है कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया? वह मेरे साथ बीबीएमपी वाररूम गए थे, जैसा कि अन्य विधायक भी साथ थे। उन्होंने जो कहा, उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं।

बीबीएमपी अधिकारियों पर आपके भड़कने के बाद सोशल मीडिया बिफर गया और कुछ लोगों ने अल्पसंख्यक समुदाय को आतंकवादी करार देना शुरू कर दिया?
मैंने किसी को आतंकवादी नहीं कहा, और सोशल मीडिया पर जो भी कर रहा है, उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं। मैंने सुना कि विपक्षी नेताओं सहित कुछ लोग, चामराजनगर त्रासदी से ध्यान हटाने के लिए और बीजेपी को विधानसभा चुनावों में घेरने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। जो लोग ये आरोप लगा रहे हैं वे घोटाले से ध्यान हटाना चाहते हैं।

आरोप है कि आप लोग वॉररूम को नियंत्रित करना चाहते हैं और बीबीएमपी के अधिकारी बेड अलॉटमेंट में बीजेपी को आब्लाइज नहीं कर रहे हैं इसलिए आप उनके ऊपर नाराज हुए…
यह महत्वपूर्ण नहीं है कि मैं नाराज क्यों था। यह एक तथ्य है कि घोटाला हुआ है, और इसमें शामिल लोगों को दंडित किया जाना चाहिए। हमने देखा कि बेडों की बुकिंग के लिए बनाया गया सॉफ्टवेयर गड़बड़ है। इसे डिजाइन किया गया है ताकि यह जोड़तोड़ करने वालों को मदद मिल सके। मैंने केवल व्यवस्था में सुधार लाने पर जोर दिया।

आपने भाजपा के आठ क्षेत्रों के प्रभारी भाजपा मंत्रियों की आलोचना नहीं की है।
मंत्रियों को इसके बारे में पता नहीं होगा क्योंकि यह एक प्रौद्योगिकी मुद्दा है। शिकायतों की बाढ़ आने के बाद ही मुझे इसके बारे में पता चला। अब, जब मंत्रियों को इसके बारे में पता है, तो वे इसका ध्यान रखेंगे।

आपने पुलिस शिकायत क्यों दर्ज नहीं की?
सरकार ने घोटाले का संज्ञान लिया और इसे जांच CCB को सौंपी है। मुझे यकीन है कि सच्चाई सामने आएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी।



तेजस्वी सूर्या

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