बेंगलुरु बिस्तर घोटाले की जांच के आदेश, अब तेजस्वी सूर्या ने उठाया सांप्रदायिकता का मुद्दा – News18 हिंदी

बेंगलुरु. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद तेजस्वी सूर्या (Tejasvi Surya) की शिकायत के बाद कर्नाटक सरकार एक्टिव हो गई है. राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं. सूर्या ने कोविड मरीजों के लिए बिस्तर आवंटन को लेकर बेंगलुरु नगर निगम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. सवाल उठान वालों में बीजेपी के दो अन्य विधायक भी शामिल हैं. इस दौरान इसके अलावा उन्होंने बेंगलुरु ब्रुहत महानगर पालिका (BBMP) के वॉर रूम में 17 मुस्लिम कर्मियों की नियुक्ति पर भी सवाल उठाए हैं. सूर्या की तरफ से की गई भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद से ही राज्य में सियासत गरमा गई है. जॉइंट कमिश्नर (अपराध) संदीप पाटिल का कहना है कि पुलिस में दो शिकायतें दर्ज कराई गई हैं और अब तक एक महिला समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मंगलवार को सामने आए मामले की आंच बीबीएमपी आयुक्त सरफराज नवाज तक भी पहुंची है. हालांकि, उन्होंने मामले में शामिल होने से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि वे आवंटन में शामिल नहीं हैं और कोविड केयर सेंटर और कचरे के प्रबंधन की देखरेख कर रहे थे. नवाज ने कहा, ‘मुझे दुख है क्योंकि मुझपर आरोप लगाकर इसे सांप्रदायिक मोड़ दिया गया.’ उन्होंने विभाग से संबंध नहीं होने का दावा किया है. वहीं, बुधवार को सूर्या ने साफ किया कि उन्होंने नवाज का नाम नहीं लिया और अधिकारी से माफी मांगी है. सांप्रदायिक एंगल क्या हैद इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी सांसद की तरफ से मामले को लेकर कई वीडियो जारी किए गए थे. इनमें से एक वीडियो में सूर्या उनके परिजन रवि सुब्रमण्य और सतीश रेड्डी बीबीएमपी के दक्षिण वॉर रूम पर 17 मुस्लिम स्टाफ की मौजूदगी पर सवाल उठा रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, वे कह रहे हैं, ‘कौन हैं ये लोग, किसने इन्हें नियुक्त किया, ये कैसे नियुक्त किए गए?’ वहीं, राज्य के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने सूर्या पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा ‘ये वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है और मामले को सांप्रदायिक बनाना असंवेदनशील है.’ वहीं राज्यसभा सांसद सैयद नासिर हुसैन और कांग्रेस प्रवक्ता बृजेश कलप्पा ने बीबीएमपी के साउथ ज़ोन वॉर रूम के कुल 205 कर्मचारियों की लिस्ट जारी करते हुए बीजेपी नेताओं द्वारा सिर्फ 17 मुस्लिमों के नाम सामने रखने को लेकर की आलोचना की है. वहीं, इस दौरान राज्य के गृहमंत्री बासवराज बोम्मई ने भी बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया है और कहा है कि सरकार बिस्तरों की स्थिति को लेकर रोज बुलेटिन जारी करेगी.
BJP नियंत्रित नगर पालिका के अधिकारियों पर तेजस्वी सूर्या का आरोप- घूस के बदले मरीजों को मिल रहे बिस्तर क्या था मामला सूर्या एवं विधायक सतीश रेड्डी, रवि सुब्रमण्या और उदय गरुडचर ने आरोप लगाया था कि दक्षिण जोन के कोविड-19 वार रूम में कार्यरत कर्मचारी कुछ बिना लक्षण वाले मरीजों के नाम पर बिस्तर की बुकिंग कर अन्य मरीजों को बेच रहे हैं. बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त कमल कांत ने मंगलवार को बताया कि मामले की जांच केंद्रीय अपराध शाखा को दी गई है और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य पूछताछ की जा रही है. सूर्या ने आरोप लगाया था, ‘बीबीएमपी अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों की सांठगांठ’ से इन बिस्तरों को ‘खरीदने’ की साजिश कर रहे हैं, जो ICU देखभाल नहीं मिलने के कारण अपनी जान गंवाने वाले मरीजों से छीने गए हैं. उन्होंने कहा ‘बीबीएमपी (ब्रुहट महानगरपालिका) की बुकिंग साइट दिखा रही है कि सभी बिस्तर भरे हुए हैं. कई लोग अस्पताल से डिस्चार्ज हो रहे हैं… लेकिन बीबीएमपी का कहना है कि सभी बिस्तर भरे हुए हैं. यहां बीबीएमपी अधिकारियों, आरोग्य मित्र और बाहरी एजेंट्स की सांठगांठ है.’

बीजेपी सांसद के आरोप ऐसे समय पर सामने आए हैं, जब दावा किया जा रहा है कि विधायकों ने अपने क्षेत्र के अस्पतालों को अपने लिए 15 फीसदी बिस्तर आरक्षित करने के लिए कहा है.

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