ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि चुनाव के दौरान चुनाव आयोग के इशारे पर टीएमसी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जाता है।
कोरोना संकट के बीच पश्चिम बंगाल में चुनाव भी जारी हैं। अभी यहां दो चरणों के मतदान होने हैं। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है कि उसके इशारे पर टीएमसी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक टीएमसी सुप्रीमो चुनाव आयोग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रही हैं। बता दें कि ममता बनर्जी पहले भी आरोप लगा चुकी हैं कि चुनाव आयोग अपने सारे फैसले केंद्र के इशारे पर करता है।
इससे पहले मतदान के दौरान हुई हिंसा के लिए भी ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को ही जिम्मेदार ठहराया था। कूचबिहार में सुरक्षाबलों की फायरिंग में चार लोगों की मौत हो गई थी। चुनाव प्रचार के दौरान भी ममता बनर्जी लगातार केंद्र सरकार पर आरोप लगाती रहती हैं। राज्य में ऑक्सीजन की कमी को लेकर उन्होंने कहा कि ज्यादातर ऑक्सीजन यूपी को भेजी जा रही है।
ममता बनर्जी ने कहा था कि SAIL से पश्चिम बंगाल में ऑक्सीजन की सप्लाई होती थी। केंद्र सरकार ने आदेश दे दिया कि कंपनी यूपी को ऑक्सीजन सप्लाई करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा बंगाल पर कब्जा करना चाहती है। ममता बनर्जी ने ऑक्सीजन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी को पत्र भी लिखा।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने भी एक वर्चुअल रैली की। हालांकि इस बार उन्होंने ममता बनर्जी पर कोई डायरेक्ट हमला नहीं किया। इससे पहले की चुनावी रैलियों में वह ‘दीदी ओ दीदी’ कहकर ममता बनर्जी पर निशाना साधा करते थे। उन्होंने यही कहा कि पश्चिम बंगाल में सुरक्षा और शांति की ललक दिख रही है और सभी धर्मों के लोग सद्भाव से मतदान कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में अपनी सभी प्रस्तावित रैलियों को रद्द कर दिया है। उन्होंने आखिरी रैली को भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया था। राज्य में चुनाव आयोग ने भी कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं।