इस बीच शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा है, ‘महाराष्ट्र में सख्त लॉकडाउन लगाना ही पड़ेगा, ऐसा संकेत मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिया है. विपक्ष को लॉकडाउन के कारण लोगों का अर्थचक्र बिगड़ जाएगा ऐसा डर लगना स्वाभाविक है, परंतु फिलहाल लोगों का जान गंवाने का जो ‘अनर्थचक्र’ जारी है, उसे रोकना है तो सख्त लॉकडाउन और पाबंदियां अपरिहार्य है, ऐसा मुख्यमंत्री का कहना है.’
महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना के रिकॉर्ड 63, 294 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 349 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद यहां पर कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34 लाख 7 हजार 245 हो गई है. मौत का आंकड़ा बढ़कर महाराष्ट्र में अब 57 हजार 987 हो चुका है, जबकि एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 5 लाख 65 हजार 587 गई है.
ऑक्सिजन की कमी से लेकर वेंटिलेटर में खराबी तक- कोरोना से निपटने गई केंद्रीय टीम को 3 राज्यों में मिलीं कई खामियांमहाराष्ट्र के सभी ज़िलों में कोरोना की रोकथाम को लेकर सरकार ने वीकेंड लॉकडाउन लगाया है. वीकेंड पर लगाए गए लॉकडाउन को अब तक उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है और मुंबई, पुणे, औरंगाबाद तथा नागपुर समेत राज्य के अधिकतर हिस्सों में सड़कें और बाजार सुने पड़े रहे. बहरहाल, राजधानी मुंबई के कुछ बाजारों समेत राज्य के कुछ स्थानों पर लोगों को एक ही जगह पर बड़ी संख्या में जमा होकर दूरी और अन्य नियमों को तोड़ते देखा गया.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना टास्क फोर्स के साथ करीब दो घंटे बैठक की. इस बैठक में प्रदेश में पूरी तरह से लॉकडाउन लगाए जाने और कठोर नियम को लेकर चर्चा की गई. टास्क फोर्स ने कहा कि राज्य में कोरोना से मृत्यु दर में कमी लाने के लिए लॉकडाउन करने की जरूरत है. टास्क फोर्स की बैठक में 3 सदस्यों ने 8 दिन के लॉकडाउन की वकालत की, तो तीन सदस्य ने 14 दिन के लॉकडाउन लगाने की बात कही. एक्सपर्ट का मानना है कि बिना लॉकडाउन के कोरोना संक्रमण की चैन नहीं टूटेगी.
बैठक में टास्क फोर्स ने राज्य में बेड की कमी, ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर की कमी को लेकर भी चिंता जताई गई और अस्पतालों में इनकी पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया. कहा जा रहा है कि राज्य में लॉकडाउन या कोई कड़ा फैसला जाहिर करने से पहले सीएम महाराष्ट्र की जनता को एक या दो दिन का वक्त दे सकते हैं. सीएम कार्यालय ने कहा कि लॉकडाउन को लेकर राज्य में सभी जिलों के लिए एकसमान गाइडलाइंस तैयार किए जाएंगे.
इस बीच, उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में वैक्सीन सप्लाई बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरी बार चिट्ठी लिखने का फैसला किया है. इससे पहले उन्होंने पीएम को चिट्ठी लिखकर राज्य में कोरोना वैक्सीन की सप्लाई बढ़ाने की मांग की थी. बीएमसी ने शुक्रवार को मुंबई के प्राइवेट सेंटर्स पर वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण बंद कर दिया था. सरकारी केंद्रों पर टीकाकरण जारी है.
महाराष्ट्र: कोरोना से बिगड़े हालात, बेड की कमी के चलते कुर्सी पर ही चढ़ाए जा रहे हैं ऑक्सिजन
महाराष्ट्र समेत कई राज्य वैक्सीन में कमी का मामला केंद्र के सामने उठा चुके हैं. हालांकि, केंद्र ने कहा है कि देश में टीकों की कमी नहीं है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने हाल ही में उद्धव ठाकरे के दावों को खारिज कर दिया था. हर्षवर्धन ने कहा था कि किसी भी राज्य में वैक्सीन की कमी नहीं है. उद्धव ठाकरे के आरोप क्षुद्र राजनीति से प्रेरित हैं. ऐसा करके वो कोविड संकट से निपटने की अपनी अक्षमता को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं.