दिल्ली हिंसा: पुलिस ने किसान नेता दर्शन पाल को भेजा नोटिस; कहा- तीन दिन में बताएं क्यों नहीं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो
पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर हिंसा को “सबसे निंदनीय और राष्ट्र विरोधी कृत्य” करार देते हुए पाल से तीन दिनों के भीतर अपना जवाब पेश करने को कहा।
नई दिल्ली | Updated: Jan 28, 2021 7:31:19 am
दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर बुधवार को किसान नेता दर्शन पाल को नोटिस जारी कर पूछा कि क्यों नहीं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर हिंसा को “सबसे निंदनीय और राष्ट्र विरोधी कृत्य” करार देते हुए पाल से तीन दिनों के भीतर अपना जवाब पेश करने को कहा। दिल्ली पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि 26 जनवरी की हिंसा में किसान नेता शामिल थे। उन्होंने कहा कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
किसान यूनियनों ने बुधवार को गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के मद्देनजर 1 फरवरी को संसद में अपना प्रस्तावित मार्च रद्द कर दिया है। कहा कि “शहीद दिवस पर, हम किसानों के आंदोलन की ओर से पूरे भारत में सार्वजनिक रैलियां करेंगे। एएनआई ने भारतीय किसान यूनियन (आर) के बलबीर एस राजेवाल के हवाले से बताया कि किसानों ने तय किया है कि वे एक दिन का उपवास भी रखेंगे।
उधर, राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा की घटना के एक दिन बाद, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने बुधवार को कहा कि कानून-व्यवस्था का उल्लंघन नहीं होना चाहिए तथा केंद्र के साथ साथ विरोध प्रदर्शन करने वाले किसानों को समाधान तक पहुंचने के लिए बातचीत का रास्ता खुला रखना चाहिए।