अमित शाह ने दिल्ली में 3 घंटे किया मंथन, ममता बनर्जी को हराने पर हुआ चिंतन – Jansatta

सूत्रों ने हमारे सहयोगी अखबार ‘The Indian Express’ को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो खुद स्टार कैंपेनर हैं, वह भी चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होने के बाद सूबे में रैलियां करने जा सकते हैं।

बंगाल सीएम ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली TMC ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्य में केंद्र सरकार की सभी परियोजाएं खोखली और विफल साबित हुई हैं। ऐसे में अगर BJP सूबे की सत्ता में आती है तो राज्य गंगा में डूब जाएगा। (एक्सप्रेस आर्काइव फोटो)

पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में अपना भगवा झंडा लहराने के लिए BJP मास्टर प्लान बना रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच बैठक हुई। तीन घंटे चले इस मंथन में बंगाल चुनाव में भाजपा की सियासी रणनीति को लेकर चिंतन-मनन हुआ। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी चीफ जेपी नड्डा, पार्टी महासचिव (बंगाल) कैलाश विजयवर्गीय आदि मौजूद रहे।

मीटिंग में तय हुआ कि शाह और नड्डा हर महीने में कम से दो बार रैलियां करने बंगाल जाएंगे, ताकि ममता बनर्जी और उनकी TMC को मात दी जा सके। सूत्रों ने हमारे सहयोगी अखबार ‘The Indian Express’ को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो खुद स्टार कैंपेनर हैं, वह भी चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होने के बाद सूबे में रैलियां करने जा सकते हैं।

शेखावत ने ममता पर लगाया धोखा करने का आरोपः इसी बीच, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बनर्जी पर लोगों के साथ विकास के नाम पर ‘‘धोखा’’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके ‘‘जिद्दीपन’’ के कारण कई लोग बेघर रहने को मजबूर हैं। शेखावत ने उत्तर 24 परगना जिले में भाजपा के लिए घर-घर जाकर चुनाव प्रचार करने के दौरान यह बात कही। उनके मुताबिक, ‘‘ ममता बनर्जी सरकार ने पिछले दस वर्षों में विकास के नाम पर लोगों को ठगा है।’’

TMC से असंतुष्ट थीं शताब्दी, पर लिया यू-टर्नः TMC से असंतुष्ट चल रहीं बीरभूम से सांसद शताब्दी रॉय ने पार्टी के खिलाफ आवाज उठाने के एक दिन बाद ही यू टर्न ले लिया। कहा कि वह तृणमूल के साथ ही हैं। यह बात उन्होंने डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी (ममता के भतीजे) से भेंट के बाद कही। बकौल रॉय, “मैं TMC के साथ हूं और मैं यहां ममता बनर्जी की वजह से रुकी हूं। ये साथ रहने का वक्त है। पार्टी से जुड़ी शिकायतें मैंने अभिषेक के समक्ष रखीं, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया है। मैं शनिवार को दिल्ली नहीं जाऊंगी।”

कहां से चर्चा में आईं रॉय?: दरअसल, रॉय ने एक FB पोस्ट में दावा किया था कि उनके संसदीय क्षेत्र में चल रहे पार्टी के कार्यक्रमों के बारे में उन्हें नहीं बताया जा रहा है और इससे उन्हें ”मानसिक पीड़ा” पहुंची है। उनके इसी पोस्ट के बाद से टीएमसी में हलचल मच गई थी। पार्टी सूत्रों के अनुसार रॉय के बीरभूम जिला टीएमसी प्रमुख अनुव्रत मंडल से मतभेद हैं।

1 नजर में जानें शताब्दी रॉय कोः बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री में एक सफल करियर के बाद वह राज्य में वाम मोर्चा सरकार के अंतिम सालों में राजतनीति में आ गई थीं। 2009 में TMC के टिकट पर बीरभूम से चुनाव जीती थीं। फिर 2014 और 2019 में भी इसी सीट से जीतीं।

‘BJP सत्ता में आई तो बंगाल गंगा में डूब जाएगा’: उधर, TMC ने आरोप लगाया कि राज्य में केंद्र सरकार की सभी परियोजाएं खोखली और विफल साबित हुई हैं। ऐसे में अगर भाजपा पश्चिम बंगाल में सत्ता में आती है तो राज्य गंगा में डूब जाएगा। टीएमसी के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय ने भाजपा के इस दावे का भी मजाक उड़ाया कि अगर वह विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करती है तो राज्य को ‘सोनार बांग्ला’ (स्वर्णिम बंगाल) में तब्दील कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा नीत केन्द्र सरकार ने शायद ही कोई वादा पूरा किया हो। (PTI इनपुट्स के साथ)

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