राजस्‍थान: कांग्रेस में सुलह के बाद गहलोत और पायलट साथ, मिलाए हाथ, बिखरी मुस्कुराहटें.. – NDTV India

जयपुर :

Rajasthan crisis: राजस्‍थान विधानसभा का विशेष सत्र (Rajasthan Assembly session) 14 अगस्‍त से आयोजित होना है. बैठक से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक (Congress Legislature Party meeting) आज शाम आयोजित हो रही है. बैठक में केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में सीएम अशोक गहलोत और उनकी पूर्व डिप्‍टी सचिन पायलट की मुलाकात हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया और दोनों नेता मुस्‍कुराए. पायलट इस बैठक के लिए सीएम गहलोत के आधिकारिक आवास (CM Ashok Gehlot’s residence) पहुंचे थे . वहां गहलोत के खिलाफ पूर्व में ‘बागी तेवर’ अपनाने वाले अन्‍य विधायक भी वहां पहुंचे थे. बैठक के लिए सीएम गहलोत गुट के विधायकों को होटल से मुख्‍यमंत्री आवास ले जाया गया .केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में विधायक दल की बैठक आयोजित हो रही है. 

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विधानसभा सत्र के पहले दिन यानी कल बीजेपी ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का ऐलान किया है. नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने (Gulab Chand Kataria) यह घोषणा की.राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा, हम अपने सहयोगी दलों के साथ कल विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं.  वैसे विधानसभा सत्र के पहले सीएम अशोक गहलोत के लिए बड़ी राहत की खबर मिली. बीएसपी से कांग्रेस में शामिल होने वाले छह विधायक विधानसभा सत्र में भाग ले सकेंगे. राजस्थान मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल BSP विधायकों के कांग्रेस में विलय के स्पीकर के आदेश पर रोक लगाने से कर दिया है.सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फिलहाल हाईकोर्ट सुनवाई कर रहा है. हम इस मामले में दखल नहीं देंगे.

गौरतलब है कि  सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों के बागी तेवरों के कारण राजस्‍थान में सियासी संकट पैदा हो गया था लेकिन करीब एक माह तक गतिरोध  के बाद इसी हफ्ते राहुल गांधी (Rahul Gandhi)  की पायलट के साथ हुई बैठक के बाद संकट टल गया था और कांग्रेस खेमे ने राहत की सांस ली थी.राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात के बाद मंगलवार को जयपुर लौटे थे. कांग्रेस नेतृत्व की ओर से उन्हें भरोसा दिया गया है कि उनकी शिकायतों को दूर किया जाएगा. हालांकि, उनके जयपुर पहुंचते ही मुख्यमंत्री गहलोत जैसलमेर के लिए निकल गए थे, जहां कांग्रेस के 100 विधायकों को रखा गया था. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस विधायक इस राजनीतिक टकराव से “स्वाभाविक रूप से परेशान” हैं, लेकिन हर किसी को आगे बढ़ना चाहिए. संवाददाताओं से बात करते हुए गहलोत ने कहा, “जिस तरह से यह पूरा घटनाक्रम हुआ, उससे विधायक वास्तव में परेशान थे. मैंने उन्हें समझाया कि कभी-कभी हमें सहनशील होने की आवश्यकता होती है यदि हमें राष्ट्र, राज्य और लोगों की सेवा करनी है और लोकतंत्र को बचाना है.” 

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