सचिन पायलट बोले- ‘कहा सुना माफ, मामला सुलझ गया है’, भविष्य पर नहीं खोले पत्ते – आज तक

  • भविष्य में क्या करना है यह पार्टी तय करेगी- पायलट
  • जनता से किया वादा पूरा करेंगे, उसके लिए काम करेंगे

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की वापसी हो रही है. उन्होंने कहा कि भविष्य में क्या मिलेगा, क्या करना है, ये पार्टी को तय करना है. सचिन पायलट ने कहा कि मुद्दों पर मतभेद होता है और होना भी चाहिए. मैं सबसे बात करता हूं. मैंने लोगों से बहुत से वादे किए थे, उसे पूरा करना है.

‘आजतक’ के साथ विशेष बातचीत में सचिन पायलट ने ये बातें कहीं. हालांकि भविष्य में क्या करेंगे इसे लेकर सचिन पायलट ने अपने पत्ते नहीं खोले. आगे की रणनीति क्या होगी? सचिन पायलट ने कहा कि भविष्य में क्या होगा मुझे पता नहीं है. कांग्रेस के मेरे बहुत से साथियों ने बहुत सी बातें कही या बोली गई होंगी, मैं उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. इसका कोई मतलब नहीं है. रात गई सो बात गई. मैं इन सब बातों का जवाब दूं, यह शोभा नहीं देता है. सब मेरे साथी हैं. अगर किसी ने मुझे भला बुरा कहा है तो ये उनकी सोच होगी.

राजस्थान की सियासी खींचतान और बीजेपी की भूमिका के सवाल पर पायलट ने कहा कि जो विपक्षी पार्टी है वो मौके का फायदा उठाए, ऐसा सोचना गलत नहीं है. लेकिन हम शुरू से बोल रहे हैं कि हम पार्टी के अंदर रहकर मामले को उठाएंगे. हम कांग्रेसी हैं. विधायकों ने भी कहा वो अपनी बात रखना चाहते हैं, लेकिन इस बीच विपक्षी पार्टी ने ऐसे काम किए होंगे कि इसका फायदा कैसे लिया जाए?

नोटिस से आहत हुआ

अशोक गहलोत से मतभेद पर सचिन पायलट ने कहा कि कुछ लोग पार्टी को दिक्कत में लाने की कोशिश कर रहे हैं, तो मुझे लगा कि बात करके इसे निपटाना चाहिए. ये मुद्दा पैदा कहां से हुआ. मैं डिप्टी सीएम था. मैं प्रदेश अध्यक्ष था. अगर हमें देशद्रोह की धारा के तहत नोटिस भेजा जाएगा तो अपमानित होने जैसा सा लगता है. मैं भी इंसान हूं. लेकिन इस मुद्दे को हम लोगों ने उठाया.

पार्टी फोरम में बात रखी

दूसरी पार्टी ज्वॉइन करने के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि जब हम अपनी बात रखने के लिए दिल्ली आए तो हमारे खिलाफ बहुत से एक्शन लिए गए. लगातार मामला बढ़ता गया, सुलह की कोई गुंजाइश दिख नहीं रही थी क्योंकि हमने सैद्धांतिक मुद्दा उठाया और व्यक्तिगत हमले हुए. लेकिन हमने पहले ही दिन ये बात कही थी कि हम किसी दल में नहीं जा रहे हैं. हम अपनी पार्टी में रहकर अपनी बात रखेंगे.

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सचिन पायलट ने कहा कि लोग आएंगे, जाएंगे, लेकिन मेरे लिए जनता महत्वपूर्ण है. हमने जनता के बीच विश्वास कायम कैसे रहे, इस पर पूरा ध्यान फोकस किया. लोग बहुत सारा विकल्प बताते हैं लेकिन पार्टी में खड़ा हूं. पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है. फिर से डिप्टी सीएम बनने के सवाल पर पायलट ने कहा कि पार्टी ने पिछले 20 सालों में जो भी दायित्व दिया है, उसे मैंने पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाया है. पद हो या न हो, प्रदेश की जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करता रहूंगा. उन्होंने कहा कि जो वादे करके हम सत्ता में आएं हैं उसे पूरा करना हम सबकी प्राथमिकता रहेगी.

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आलाकमान की तरफ से सवालों के समधान किए जाने के प्रश्न पर सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में मैं पिछले डेढ़ साल से सरकार का हिस्सा रहा, और उपमुख्यमंत्री के रूप में काम भी किया. लेकिन मैंने कभी भी राजनीति को व्यक्तिगत नहीं बनाया. मुख्यमंत्री जी मेरे से बड़े हैं और उनके प्रति सम्मान है, लेकिन अगर वादों के मुताबिक काम नहीं हुआ तो उसकी बात उठाना जरूरी था. इसीलिए दिल्ली आए कि आलाकमान के सामने मुद्दों को रखा जा सके.

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