पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का 9 दिन में पहला बयान- कांग्रेस की आंतरिक कलह का नुकसान प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है

राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नेपहली बार बयान दिया।उन्होंने ट्वीट कर कहा किकांग्रेस की आंतरिक कलह का नुकसान प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। इससे पहले उन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का साथ देने का आरोप लग रहा था। रालोपा के नेता हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को वसुंधरा पर सीधा आरोप लगाया था कि वे गहलोत सरकार को बचा रही हैं। पायलट खेमे ने भी उन पर यही आरोप लगाया था।

भाजपा ने कहा-फोन टैपिंगकी सीबीआई जांच होनी चाहिए

राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर जारी फोन टैपिंग पर भाजपा ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कहा किक्या आधिकारिक रूप से फोन टैपिंग हुई, क्या सरकार ने खुद को बचाने के लिए गैर संवैधानिक तरीकोंका इस्तेमाल किया? इसकी जांच सीबीआई से कराई जाना चाहिए।ऑडियो टेप गुरुवार रात सामने आए थे। कांग्रेस का आरोप है कि इसमें सरकार गिराने को लेकर बातचीत की गई। इस बीच,स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने शनिवार को कहा है कि मैं भाजपा को 19 विधायकों को अपने चंगुल से मुक्त करने कीचुनौती देता हूं। ऐसा करते ही वे सभी वापस कांग्रेस में लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि विधायकों को यह मालूम है कि अगर लोग उन्हें बिका हुआ देखेंगे, तो वे उनका सामना नहीं कर पाएंगे।

भाजपा के गहलोत सरकार से 6 सवाल

1.क्या आधिकारिक रूप से फोन टैपिंग की गई?

2. फोन टैपिंग की गई है तो क्या यह संवेदनशील इश्यू नहीं हैं?

3. अगर फोन टैपिंग हुई तो क्या इसके लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग सिस्टम (एसओपी) का पालन किया गया?

4. क्या गहलोत सरकार ने खुद को बचाने के लिए यह ऑडियो टेपका प्रौपेगेंडा खड़ा नहीं किया?

5. क्या राजस्थान में किसी भी व्यक्ति का फोन टेपकिया जा रहा है?

6. क्या अप्रयत्क्ष रूप से राजस्थान में इमरजेंसी नहीं लगी है?

कांग्रेस के बागी विधायकों को भाजपा का संरक्षण
उधर, कांग्रेस केप्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि राजस्थान में संविधान को रौंदने की कोशिश की जा रही है। जब एसओजी की टीम कांग्रेस के बागी विधायकों कीवॉइस सैंपल लेने गई तब उसे होटल में घुसने नहीं दिया गया। विधायक वहां से चले गए। बागी विधायकों को कर्नाटक ले जाने की कोशिश की जा रही है। इन्हेंभाजपा का संरक्षण है। राजस्थान में लोकतंत्र की हत्या की गई।

अपडेट्स

  • अशोक सिंह और भरत मलानी के वॉइस सैंपल की जांच के लिए एसओजी ने कोर्ट में अर्जी लगाई है। अगर इजाजत मिलती है तो सैंपल लेकर इसे जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा।
  • कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि राजस्थान स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) की टीम को भाजपा सरकार की हरियाणा पुलिस ने तब तक इंतजार करने के लिए कहा, जब तक कि रिजॉर्ट (मानेसर में) के विधायक दूसरी जगह नहीं चले गए।

भाजपा नेता संजय जैन गिरफ्तार

उधर, विधायकों की खरीद-फरोख्त और सरकार गिराने की साजिश के आरोप में संजय जैन उर्फ संजय बरड़ियाको राज्य पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि संजय को आईपीसी की धारा 124ए और 120बी के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में संजय के अलावा, गजेंद्र सिंह और कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा पर राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। इससे पहले पुलिस ने 10 जुलाई को उदयपुर के अशोक और ब्यावर के भरत को पकड़ा था।

सीएम के ओएसडी ने 3 ऑडियो जारी किए
विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े 3 ऑडियो वायरल किए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को प्रदेश की सियासत में 4 बड़े घटनाक्रम हुए। ऑडियो को सीएम के ओएसडी ने जारी किया।
पहला- महेश जोशी की शिकायत पर एसओजी और एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने ऑडियो में शामिल गजेंद्र सिंह, कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा औरदलाल संजय पर राजद्रोह का केस दर्ज किया।
दूसरा- ऑडियो सामने आने के बाद कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह और भंवर लाल शर्मा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिए गए।
तीसरा- भाजपा भी देर रात जयपुर के अशोक नगर थाने पहुंची। शिकायत मेंकहा-ऑडियो फर्जी हैं।
चौथा- एसओसी की टीम कांग्रेस के बागी विधायकों से पूछताछ के लिए मानेसर पहुंची। हरियाणा पुलिस ने घुसने नहीं दिया। एंट्री मिली तो विधायक गायब थे। बताया जा रहा है कि उन्हें दूसरे होटल में शिफ्ट कर दिया गया है।

राजस्थान के बागी विधायकों और पुलिस के बीच हरियाणा पुलिस दीवार बनकर खड़ी हो गई। करीब 45 मिनट बाद राजस्थान पुलिस को होटल में एंट्री मिली।

वे लोग, जिनके खिलाफ कांग्रेस ने कार्रवाई की मांग की
गजेंद्र सिंह:शुक्रवार को दर्ज एफआईआर में गजेंद्र सिंह का नाम है,लेकिन न तो इनका पदनाम और न सरनेम दर्ज है। जिन महेश जोशी की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है वह खुद उन्हेंनहीं जानते। एसओजी कह रही है कि हम भी नहीं जानते। संजय से भी पूछेंगे। दूसरी ओर कांग्रेस इस गजेंद्र को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिह शेखावत बताकर भाजपा पर हमले कर रही है। उधर, शेखावत ने कहा कि ऑडियो फर्जी है। इसे कांग्रेस ने बनाया।
भंवरलाल शर्मा: पायलट खेमे के विधायक हैं। फिलहाल मानेसर स्थित होटल में बताए जा रहे हैं। चूरू जिले के सरदारशहर से विधायक हैं। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष भी हैं।
संजय जैन:बीकानेर के लूणकरणसर कस्बे के बताए जा रहे हैं। करीब 20 साल पहले वे जयपुर शिफ्ट हुए थे। सरदारशहर के एक बड़े कारोबारी घराने से उनके ताल्लुक हैं। होटल के बिजनेस से जुड़े होने की वजह से नेताओं, कुछ आईएएस और आईपीएस अफसरों से भी संपर्क हैं।

यह फोटो जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल की है। यहां गहलोत समर्थक विधायक रुके हैं। उन्हें यहां से निकलने की इजाजत नहीं है। यहां हर तरह की सुविधा है। खेलने, योग-कसरत और कुकिंग क्लासेज तक की। शुक्रवार को होटल के किचन में गंगादेवी, कृष्णा पूनिया, ममता भूपेश समेत अन्य विधायकों ने रेसिपी सीखी।

अब तक क्या हुआ?
10 जुलाई: विधायकों की खरीद के मामले में दो अपराधियों के बीच बातचीत। सीएम-डिप्टी सीएम के बीच सियासी झगड़े का जिक्र। विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय औररमिला खड़िया का नाम लिया। एसओजी ने केस दर्ज किया।
11 जुलाई: सचिन पायलट समेत12 विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ दिल्ली में आलाकमान से मिलने पहुंचे। 3 निर्दलीयों विधायकों पर एसबी ने मामला दर्ज किया। गहलोत, पायलट समेत15 विधायकों को एसओजी का नोटिस जारी।पायलट गुट मानेसर होटलपहुंचा।
12 जुलाई: सचिन पायलट ने कहा- हमारे पास 30 विधायक हैं। गहलोत सरकार अल्पमत में आ गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता जयपुर पहुंचे।
13 जुलाई:विधायक दल की बैठक बुलाई। डिप्टी सीएम पायलट, मंत्री विश्वेंद्र सिंह,रमेश मीणा समेत19 विधायक नहीं पहुंंचे। गहलोत खेमा रिजॉर्टमें गया।
14 जुलाई: कांग्रेस ने पायलट को प्रदेशाध्यक्षऔर डिप्टी सीएम, विश्वेंद्र सिंह औररमेश मीणा को मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर दिया।
15 जुलाई: कांग्रेस ने स्पीकर को 19 विधायकों के विधायक दल की बैठक में नहीं आने की शिकायत की। स्पीकर ने नोटिस जारी कर दिए।
16 जुलाई: स्पीकर के नोटिस के खिलाफ पायलट खेमा हाईकोर्ट पहुंचा। सीएम के ओएसडी लोकश शर्मा ने हॉर्स ट्रेडिंग के ऑडियो जारी किए।

राजस्थान के सियासी उठापटक से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…

1.सीएम गहलोत का पायलट पर बड़ा आरोप :पायलट अतिमहत्वाकांक्षी, 6 महीने से भाजपा में जाने की तैयारी कर रहे थे, 11 जून को पार्टी तोड़ने वाले थे

2.फेक vs फैक्ट :जेपी नड्‌डा से फूलों का गुलदस्ता लेते हुए यह फोटो सचिन पायलट की नहीं है, सिंधिया की फोटो को एडिट कर झूठ फैलाया जा रहा

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राजस्थान में सियासी संकट को शनिवार को 9 दिन हो गए। वसुंधरा राजे तब से गृह नगर धौलपुर में हैं। उनको मंगलवार और बुधवार को जयपुर में भाजपा की बैठक में शामिल होना था, लेकिन वे नहीं पहुंचीं। इसके बाद से उन पर गहलोत सरकार का साथ देने के आरोप लगे।

Source: DainikBhaskar.com

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