कोरोना वायरस से देश में 60 से ज्यादा लोग संक्रमित, महाराष्ट्र में 11, यूपी में 9 पॉजिटिव, WHO ने घोषित की महामारी – Navbharat Times

नई दिल्ली

कोरोना वायरस दुनिया भर के 100 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। अब तक दुनिया भर में 4,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को इसे वैश्विक महामारी घोषित कर दिया। भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब तक 60 से ज्यादा लोगों में इसके संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।

बुधवार को अकेले केरल में कोरोना वायरस संक्रमण के 8 नए मामले सामने आए। अब तक महाराष्ट्र में 11 तो यूपी में भी 9 सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। वायरस का संक्रमण रोकने के लिए सरकार ने 15 अप्रैल तक राजनयिकों, यूएन व अंतरराष्ट्रीय संगठनों से जुड़े लोगों, रोजगार के लिए जारी किए गए वीजा को छोड़कर सभी तरह के वीजा को 15 अप्रैल 2020 तक सस्पेंड कर दिया है।

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15 अप्रैल तक सभी टूरिस्ट वीजा सस्पेंड

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि चीन, इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी से सीधे या इन देशों की 15 फरवरी के बाद यात्रा कर भारत आने वाले यात्रियों को कम से कम 14 दिनों तक अलग-थलग रखा जाएगा। मंत्रालय ने बताया कि ओसीआई कार्ड होल्डरों को दी गई वीजा फ्री ट्रैवल की सुविधाय को 15 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गा है। यह 13 मार्च 2020 को प्रभावी होगा।

यूपी में 9, केरल में 17 मामले

देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमण के 60 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि केरल में 8, दिल्ली और राजस्थान में संक्रमण के 1-1 नए मामले सामने आए हैं। मंत्रालय ने कहा कि इनमें दिल्ली में पॉजिटिव पाए गए 5 मामले और उत्तर प्रदेश के 9 लोग शामिल हैं, जिनमें बुधवार शाम तक संक्रमण की पुष्टि हुई है। यूपी में 77 सैंपलों के नतीजों का अभी इंतजार है। कर्नाटक और महाराष्ट्र में कोविड-19 के क्रमश: 4 और 2 नए मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना संक्रमण के 10 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बताया कि कोरोना संक्रमण के पुणे में 8 और मुंबई में 2 मामलों की पुष्टि हुई है।

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महाराष्ट्र में 11 मामलों की पुष्टि

मुम्बई में दो लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद महाराष्ट्र में इसके कुल 11 मामलों की पुष्टि हो गई है। सीएम उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 10 पोजिटिव मामले सामने आए हैं। इनमें 8 पुणे से और 2 मुम्बई से हैं। हालांकि, बाद में नागपुर में एक और केस की पुष्टि हुई। पीड़ित शख्स हाल ही में अमेरिका से लौटा था। मुम्बई में भी कोरोना वायरस से संक्रमण के ये पहले मामले हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि ये दोनों लोग दुबई से लौटे पुणे के उन दो लोगों के सम्पर्क में थे, जो कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। महाराष्ट्र के जन स्वास्थ्य विभाग के एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम ने एक बयान में कहा कि दो दिन पहले पुणे में दुबई से लौटे दो लोगों के वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद वे किस-किस के सम्पर्क में आए यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

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लद्दाख में कोरोना वायरस के 2 पॉजिटिव केस

लद्दाख में भी 2 लोग कोरोना वायरस से पॉजिटिव मिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में संक्रमण का एक-एक मामला सामने आया है। केरल में अब तक 17 मामले सामने आए हैं जिनमें वो तीन मरीज भी शामिल हैं जिन्हें पिछले महीने ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई थी। मंत्रालय ने बताया कि 16 इतालवी नागरिकों समेत संक्रमित लोगों की कुल संख्या 60 हो गई है। विडियो कॉल के जरिये मंगलवार को मेदांता और सफदरजंग अस्पतालों में भर्ती कोविड-19 के कुछ मरीजों से बात करने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा कि सभी संक्रमित व्यक्तियों की हालत स्थिर है और सुधार के संकेत दिख रहे हैं।

कोराना वायरस पर देश दुनिया से ताजा अपडेट
कोराना वायरस पर देश दुनिया से ताजा अपडेटकोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में जारी है। आलम ये है कि अंटार्टिक को छोड़ पृथ्वी के सभी द्वीप कोरोना वायरस की चपेट में हैं। इसकी चपेट में आकर अब तक 4000 के करीब मौतें हो चुकी हैं। चीन के बाद लगभग हर द्वीप तक कोरोना वायरस पहुंच चुका है। ब्रिटेन में तो स्वास्थ्य मंत्री नदीन डॉरिस को भी कोरोना वायरस हो गया है। जानिए देश दुनिया के सभी अपडेट्स

राज्यों को सलाह, पब्लिक ट्रांसपोर्ट में साफ-सफाई पर दें ध्यान

केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण पर रोक लगाने के प्रयासों के तहत राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सार्वजनिक परिवहन के सभी वाहनों, बस अड्डों और बस स्टॉप पर साफ-सफाई की व्यवस्था चौकस करने का बुधवार को निर्देश दिया। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित को भेजे परामर्श में कहा, ‘स्वास्थ्य को लेकर इस तरह की सार्वजनिक स्थिति को लेकर संक्रमण के नए मामलों को रोकने और बचाव की विस्तृत व त्वरित प्रणाली विकसित करने के लिए सरकार के स्तर पर एकजुट प्रयास की जरूरत है। इसके लिए जरूरत है कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा नियंत्रण एवं बचाव के उपायों व की जा रही तैयारियों की मदद के लिए सभी संसाधनों का पूरी तरह से इस्तेमाल करने के प्रयास किए जाएं।’ ऐसे में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सार्वजनिक परिवाहन के वाहनों में सीटों, हैंडलों और खंभों की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।

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इंदौर में इटली से लौटे शख्स में कोरोना का शक

इटली से हाल ही में भारत लौटे 24 वर्षीय युवक को कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह में बुधवार को यहां एक सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रवीण जड़िया ने बताया कि 24 वर्षीय युवक सात मार्च को इटली से भारत की राजधानी दिल्ली आया था। उसे सर्दी-खांसी की समस्या है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध मरीज को शहर के एक सरकारी अस्पताल के पृथक वॉर्ड में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। उसके सैंपल को एम्स भोपाल भेजा गया है।

इटली से लौटे 45 लोगों को केरल ने निगरानी में रखा

केरल में कोरोना वायरस संक्रमण पर नियंत्रण के मकसद से राज्य सरकार ने कोविड-19 प्रभावित इटली से वापस लौटे कम से कम 45 लोगों को निगरानी में रखा है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को इटली से वापसी के बाद दो बच्चों और दो गर्भवती महिलाओं सहित 35 लोगों को अलुवा के सरकारी जिला अस्पताल भेजा गया था। अधिकारियों ने बताया कि जिन 10 लोगों को बुखार था या सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, उन सभी को कलामस्सेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वे सभी निगरानी में रहेंगे। बाद में 35 लोगों को घर जाने की अनुमति दे दी गई। सबसे ज्यादा केरल में ही 17 केस सामने आए हैं।

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एयरपोर्टों पर अब तक 10 लाख से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हवाईअड्डों पर अब तक 10,57,506 यात्रियों की जांच की जा चुकी है। वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के बीच भारत ने मंगलवार को फ्रांस, जर्मनी और स्पेन के नागरिकों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी और उनके अब तक जारी नियमित और ई-वीजा को स्थगित कर दिया। आव्रजन ब्यूरो द्वारा मंगलवार देर रात जारी एक अधिसूचना में कहा गया, ‘फ्रांस, जर्मनी और स्पेन के ऐसे नागरिकों, जिन्होंने अब तक देश में प्रवेश नहीं किया है, के लिए 11 मार्च या उससे पहले जारी सभी नियमित (स्टीकर)वीजा/ई-वीजा निलंबित किए जाते हैं।’

पुणे: सारस ग्राउंड हॉस्टल को कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए क्वॉरंटाइन केंद्र बनाया गया
पुणे: सारस ग्राउंड हॉस्टल को कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए क्वॉरंटाइन केंद्र बनाया गयापुणे में सारस ग्राउंड हॉस्टल को कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए क्वॉरंटाइन केंद्र में तब्दील किया जा रहा है। बता दें कि पुणे में अब तक 5 लोगों में कोरोना वायरस होने की पुष्टि हो चुकी है, साथ ही कई और लोगों पर भी नजर रखी जा रही है। वहीं भारत में कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 60 से ऊपर पहुंच चुकी है।

इसमें कहा गया कि ऐसे सभी विदेशी नागरिकों जिनका एक फरवरी या उसके बाद इन देशों की यात्रा का रिकॉर्ड है और उन्होंने अब तक भारत में प्रवेश नहीं किया है तो उनके भी ई-वीजा समेत नियमित वीजा निलंबित किए जाते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यात्रा परामर्श जारी करते हुए चीन, हॉन्ग कॉन्ग, कोरिया गणराज्य, जापान, इटली, थाईलैंड, सिंगापुर, ईरान, मलेशिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी की यात्रा करने वाले लोगों से भारत आने के बाद खुद ही 14 दिन तक आइसोलेशन में रखने को कहा है। भारत इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, जापान और चीन के नागरिकों के लिए पहले ही वीजा निलंबित कर चुका है।

इटली भेजी जाएगी डॉक्टरों की टीम

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि भारत गुरुवार को डॉक्टरों की एक टीम को इटली भेजेगा जो वहां फंसे भारतीय छात्रों के नमूने लेगी, जिससे स्वदेश लाने से पहले उनका परीक्षण किया जा सके। मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार ईरान में कोविड-19 के प्रसार की पुष्टि के बाद अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है। मंत्रालय ने कहा कि ईरान में धार्मिक यात्रा पर गए भारतीय लोगों के अलावा छात्र और मछुआरे भी हैं। मंत्रालय ने बताया कि सात मार्च को ईरान से 108 नमूने प्राप्त हुए थे। इन नमूनों की एम्स की प्रयोगशाला में जांच की जा रही है।

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ईरान में पहले से मौजूद है 6 भारतीय वैज्ञानिकों की टीम

ईरान में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के 6 वैज्ञानिक मौजूद हैं और उन्होंने अब तक वहां फंसे 400 से ज्यादा भारतीयों के नमूने एकत्र किए हैं। वहां प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए उन्हें जरूरी उपकरण और सामग्री भेजी गई है। मंत्रालय ने कहा, ‘ईरान से निकाले गए 58 लोगों का पहला जत्था 10 मार्च को यहां पहुंचा था जिसमें 25 पुरुष, 31 महिलाएं और दो बच्चे थे। इन सभी में फिलहाल लक्षण नहीं हैं।’ मंत्रालय ने कहा कि भारत कोविड-19 प्रभावित देशों से अब तक 948 यात्रियों को निकाल चुका है। इनमें से 900 भारतीय नागरिक हैं और 48 अन्य मालदीव, म्यांमार, बांग्लादेश, चीन, श्रीलंका, अमेरिका, मेडागास्कर, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और पेरू से हैं।

(इनपुट- भाषा, एएनआई)

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