सिंधिया ने 10 मार्च को ट्विटर पर कांग्रेस से अपने इस्तीफे की कॉपी पोस्ट की, इस पर तारीख 9 मार्च लिखी है
सिंधिया भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं, उन्हें राज्यसभा भेजने और बाद में केंद्रीय मंत्री बनाने की भी चर्चा है
Dainik Bhaskar
Mar 10, 2020, 02:15 PM IST
नई दिल्ली/ भोपाल. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इसकी कॉपी मंगलवार को ट्विटर पर पोस्ट की। हालांकि, इस पर तारीख 9 मार्च दर्ज है। यानी वे इसे एक दिन पहले ही लिख चुके थे। सिंधिया के फैसले पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने सिंधिया पर तंज कसा। यादव ने लिखा- ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे जरा भी अफसोस नहीं है। स्वतंत्रता संग्राम के समय उनके खानदान ने अंग्रेजों का साथ दिया था।
अरुण यादव ने क्या कहा?
ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे ज़रा भी अफसोस नहीं है ।
सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी जिस अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी,
— Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 10, 2020
आज ज्योतिरादित्य ने उसी घिनौनी विचारधारा के साथ एक बार पुनः खड़े होकर अपने पूर्वजों को सलामी दी है ।@ANI @PTI_News @ians_india @aajtak @ZeeNews @HindiNews18
— Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 10, 2020
आने वाला वक़्त अपने स्वार्थों के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के 15 वर्षों तक किए गए ईमानदारी पूर्ण जमीनी संघर्ष के बाद पाई सत्ता को अपने निजी स्वार्थों के लिए झोंक देने वाले जयचंदों – मीर जाफरों को कड़ा सबक सिखाएगा ।@INCIndia @INCMP @RahulGandhi @OfficeOfKNath
— Arun Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 10, 2020
पटवारी ने भी तंज कसा
एक इतिहास बना था 1857 में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की मौत से, फिर एक इतिहास बना था 1967 में संविद सरकार से और आज फिर एक इतिहास बन रहा है..।
– तीनों में यह कहा गया है कि हाँ हम है….— Jitu Patwari (@jitupatwari) March 10, 2020
कांग्रेस नेता केके मिश्रा का भी विवादास्पद ट्वीट
“गद्दार मां की कोख़ से कभी भगतसिंह पैदा नहीं हो सकते” @MPArunYadav @pachouri @VTankha @digvijaya_28 @OfficeOfKNath pic.twitter.com/2hLHzG9SEz
— KK Mishra (@KKMishraINC) March 10, 2020
तहसीन पूनावाला ने क्या कहा
कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला ने सिंधिया के इस्तीफे पर ट्वीट किया। कहा, “मुझे भरोसा है कि मध्य प्रदेश का सियासी संकट जल्द खत्म होगा और कमलनाथ जी मुख्यमंत्री बने रहेंगे। सिंधिया जी ने कांग्रेस छोड़ दी है। उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं। भारत के लिए सबसे जरूरी चीज है मोदीजी और शाहजी का हारना।
I am confident the #MPPoliticalCrisis will blow over & #kamalnath will continue as the #Congress CM of #MadhyaPradesh . As #scindia leaves the Cong, wish him good luck for his future! The MOST IMP task before our INDIA is to defeat Modiji-Shahji.
Best to #JyotiradityaScindia .— Tehseen Poonawalla Official (@tehseenp) March 10, 2020
अधीर रंजन बोले- लालच कहां से कहां ले जाता है
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा- भी कहां ले जाता है।
अधीर रंजन चौधरी: हम उनका सम्मान करते थे कि राजा का बेटा है हार्वर्ड वाले हैं। लेकिन लालच लोगों को कहां से कहां ले जाता है। कांग्रेस में वो जरूर राजा की हैसियत में विराजमान थे लेकिन बीजेपी में जा कर उन्हें जरूर प्रजा बनना पड़ेगा। https://t.co/WdrM8luG3x
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 10, 2020
प्रशांत किशोर ने क्या कहा?
इलेक्शन स्ट्रैटेजिस्ट प्रशांत किशोर ने सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफे पर कहा, “उन लोगों के लिए हैरान हूं जिन्हें कांग्रेस से जुड़े गांधी परिवार के सरनेम पर आपत्ति होती थी। वही लोग आज सिंधिया के पार्टी छोड़ने को बड़ा झटका बता रहे हैं। लेकिन, सच्चाई ये है कि सिंधिया जननेता और प्रशासक के तौर पर बहुत बड़े नहीं हैं।
Amazing that those who usually find fault with #Gandhis leading Congress because of their surname are finding a #scindia leaving #INC as big jolt for the party!
Fact is but for his surname even @JM_Scindia has little to show as mass leader, political organiser or administrator.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) March 10, 2020
अलका लांबा बोलीं- ड्राइविंग सीट वाले नेता बैक सीट पर बैठें
दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले कांग्रेस में वापसी करने वाली नेता अलका लांबा ने पार्टी नेतृत्व में बदलाव की मांग की। कहा..
समय आ गया है कि जो नेता अब तक ड्राइविंग सीट पर बैठे थे वह सभी अब बैक सीट पर आ जाएं और जो बैक सीट पर बैठे थे वह ड्राइविंग सीट पर आकर स्टेयरिंग अपने हाथों में लें..
यह बदलाव पार्टी के भविष्य के लिए बेहद जरूरी है.
70 पार (दिशा दें),
50 पार (बैक सीट),
30 पार (ड्राइविंग सीट).🇮🇳🙏
— Alka Lamba – अलका लाम्बा🇮🇳 (@LambaAlka) March 10, 2020