यस बैंक: प्रियंका गांधी से पेंटिंग ख़रीदने पर बवाल – BBC हिंदी

प्रवर्तन निदेशाल (ईडी) ने यस बैंक के पूर्व सीईओ और संस्थापक राणा कपूर पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर उन्हें गिरफ़्तार कर लिया है. राणा कपूर 11 मार्च तक ईडी की हिरासत में रहेंगे.

इतना ही नहीं उनके परिवार के ख़िलाफ़ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया गया है. जिसके बाद राणा कपूर की बेटी रोशनी कपूर को लंदन जाने से रोक दिया गया. रोशनी कपूर मुंबई एयरपोर्ट से लंदन जा रहीं थीं.

इन सबके बीच यस बैंक के डूबने की कहानी ने अब सियासी रंग ले लिया है.

बीजेपी का आरोप

बीजेपी के आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने 8 मार्च को सुबह एक ट्वीट किया था. ट्वीट में उन्होंने लिखा, “देश के हर वित्तीय क्राइसिस का लिंक गांधी परिवार से है. माल्या अपग्रेड किए हुए फ्लाइट टिकट सोनिया गांधी को भेजा करते थे. राहुल गांधी ने नीरव मोदी की ब्राइडल ज्वेलरी कलेक्शन का उद्घाटन किया था. अब पता चला है कि राणा कपूर ने प्रियंका वाड्रा से पेंटिंग ख़रीदी.”

इस ट्वीट के साथ अमित मालवीय ने एक निजी टीवी चैनल के 49 सेकेंड का क्लिप भी ट्वीट किया है.

इसके बाद से ही यस बैंक के संस्थापक रहे राणा कपूर और प्रियंका गांधी के बीच क्या कनेक्शन है इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई.

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

कांग्रेस के नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाता सम्मेलन कर इन आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया.

संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “ऐसे भद्दे, बिना किसी ज्ञान और संज्ञान के की गई टिपण्णियों को डस्टबिन में डाल देना चाहिए और जवाब देना ही नहीं चाहिए. लेकिन चूंकि आपने सार्वजनिक रूप से पूछा है और हम ज़िम्मेदार विपक्षी पार्टी हैं इसलिए मैं बाध्य हो जाता हूं जवाब देने के लिए.”

उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में आगे इस प्रकरण से जुड़ा पूरा संदर्भ भी सुनाया. संदर्भ है कि अगर मालवीय जी और उनकी पार्टी जिनके वो बिना पढ़े और बिना लिखे में प्रवक्ता बन जाते हैं, मेरे तीन प्रश्नों का उत्तर दे दें, तो मैं उनके प्रश्न का उत्तर दे दूंगा. वैसे भी हम उत्तर दें ही देंगे.

प्रश्न 1 – चूंकि आपने ये प्रश्न यस बैंक के राणा कपूर के संदर्भ में पूछा है. तो मैं जानना चाहता हूं कि किस जादू से यस बैंक की लोन बुक मार्च 2014 में जो तक़रीबन 55 हज़ार करोड़ रुपए से मार्च 2019 आते-आते 2 लाख 41 हज़ार करोड़ हो गई? पाँच साल में लगभग दो लाख करोड़ की वृद्धि हुई, उस वक़्त अमित मालवीय जी ने कोई ट्वीट नहीं किया.

प्रश्न 2 – इन पाँच वर्ष के दो वर्षों में 100 फ़ीसदी वृद्धि हुई है. 2016 और 2018 में यानी नोटबंदी के एलान के बाद. ये क्या अमित मालवीय की निगरानी के अंदर हुआ, अमित शाह की निगरानी में हुआ या फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की निगरानी में.

प्रश्न 3 – क्या अमित मालवीय इन सवालों का जवाब देंगे. क्या गृहमंत्री, वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री उस वक़्त सो रहे थे? क्या उन्हें ऐसा होने का बिलकुल अंदाज़ा नहीं था?

लेकिन आपकी पार्टी में जवाब देने का रिवाज नहीं है, इसलिए हम आपको जवाब देते हैं, ताकि दस्तावेज़ लीक करने में आपकी जो एनर्जी लगेगी वो बच सके. इस सवाल के जवाब में उन्होंने मीडिया पर भी निशाना साधा.

प्रियंका गांधी पर लगे आरोप का जवाब देते हुए सिंघवी ने कहा, “जी हां, एमएफ़ हुसैन की एक पेंटिग तक़रीबन दो करोड़ में बेची गई थी. ये पेंटिंग राजीव गांधी की पोट्रेट तस्वीर थी, जिसे एमएफ़ हुसैन ने बनाया था, जिसे गांधी परिवार ने राणा कपूर को बेचा था. पूरा मामला 2010 का है.”

सिंघवी ने आगे पत्रकारों को बताया कि ये पूरा पैसा प्रियंका गांधी को चेक में मिला था और आईटी रिटर्न में उन्होंने इसका पूरा ब्यौरा भी दिया है.

कांग्रेस नेता प्रेस कांफ्रेंस में यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे ये जानकारी भी दी कि किस तरह एमएफ़ हुसैन की एक पेंटिंग हाल ही में 13.44 करोड़ रुपए में भी बिकी है. कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि ये अहम मुद्दे से ध्यान भटकाने की एक चाल है.

संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर भी आरोप लगाए. उन्होंने पलट कर अमित मालवीय से सवाल पूछा, “क्या ये वही राणा कपूर हैं जो मोदी के प्रमुख ग्लोबल समिट के मुख्य स्पॉन्सर रहे हैं. मार्च 2020 तक उन्होंने उनके समिट का स्पॉन्सर किया है.

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