कोरोना वायरस: अब इटली का सबसे बुरा हाल, 366 की मौत, करीब एक चौथाई आबादी को किया गया ‘कैद’ – Navbharat Times

हाइलाइट्स

  • कोरोना वायरस की वजह से चीन के बाद अब सबसे ज्यादा बुरा हाल इटली का
  • दुनियाभर में अब तक 3,654 लोगों की मौत, चीन से बाहर 557 लोगों की गई जान
  • अकेले इटली में 366 लोगों की मौत, नैशनल इमर्जेंसी घोषित, सबसे अमीर उत्तरी इटली में पाबंदियां
  • पाबंदियों की वजह से 1.6 करोड़ लोग यानी इटली की करीब एक चौथाई आबादी कैद जैसी स्थिति में

वेनिस

कोरोना वायरस ने तकरीबन पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। कम से कम 95 देशों में 1 लाख 7 हजार से ज्यादा लोग इस घातक वायरस से संक्रमित हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि इसके चपेट में आने वाले आधे से ज्यादा लोग ठीक भी हो चुके हैं। इस वायरस ने दुनियाभर में अब तक 3,654 लोगों की जान ली है। इनमें से 557 को छोड़कर सभी मौतें चीन में हुईं हैं। चीन से बाहर होने वाली मौत के आधे से ज्यादा मामले अकेले इटली में हुए हैं, जहां रविवार तोक 336 लोगों को इस वायरस ने लील लिया था।

चीन से बाहर होने वाली मौतों में आधे से ज्यादा सिर्फ इटली में

इससे पहले कोरोना वायरस से होने वाली मौत के मामले में दक्षिण कोरिया चीन के बाद दूसरे नंबर पर था लेकिन रविवार को इटली में मौत के आंकड़े तेजी से बढ़े। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि रविवार को अचानक इटली में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 133 से करीब 3 गुना बढ़ते हुए 366 हो गई। यानी एक ही दिन में 233 की मौत। इनमें भी ज्यादातर मौतें इटली के सबसे समृद्ध उत्तरी इलाके में हुई हैं।

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इटली में नैशनल इमर्जेंसी

इटली के प्रधानमंत्री गिसेप कोंटे ने रविवार को कोरोना संक्रमण में खतरनाक तेजी के बाद नैशनल इमर्जेंसी का ऐलान किया। रविवार को इटली में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा एक ही दिन में 1,492 से बढ़कर 7,375 पर पहुंच गया। अभी दक्षिण कोरिया में कोरोना संक्रमण के 7,313 मामलों की पुष्टि हुई है। हालांकि सोल के लिए राहत की बात है कि संक्रमण की रफ्तार धीमी हुई है।

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एक चौथाई आबादी यानी 1.6 करोड़ लोग ‘कैद’

सबसे बुरी स्थिति सबसे अमीर उत्तरी इटली में है। हालात से निपटने के लिए इटली सरकार ने रविवार को अपनी करीब एक चौथाई आबादी पर आने-जाने संबंधी पाबंदियां लगा दी यानी 1.6 करोड़ लोग एक तरह से कैद जैसी स्थिति में रखे गए हैं। यह पाबंदियां उत्तरी इटली में लगाई गईं हैं जिसे देश की इकॉनमी का इंजन कहा जाता है। पाबंदियों की वजह से नॉर्थ इटली के सभी म्यूजियम, मूवी थिअटर, डिस्को, बेटिंग पार्लर आदि को बंद कर दिया गया है।

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कोरोना वायरस: इलाज खोजने की दिशा में वैज्ञानिकों को बड़ी सफलता
कोरोना वायरस: इलाज खोजने की दिशा में वैज्ञानिकों को बड़ी सफलताघातक कोरोना वायरस का इलाज खोज रहे चीन के वैज्ञानिकों की एक टीम को वायरस की असल संरचना को जानने में कामयाबी मिली है। इतना ही नहीं, जब यह वायरस किसी कोशिका को संक्रमित करता है तो उस वक्त कोशिका की क्या स्थिति होती है, इसकी भी तस्वीर लेने में वैज्ञानिक कामयाब हुए हैं।

सांस्कृतिक राजधानी मिलान और ऐतिहास वेनिस भी ‘कैद’

नॉर्थ इटली देश की आर्थिक गतिविधियों का केंद्र तो है ही, यहीं पर मिलान भी है जिसे सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है। वेनिस जैसे तमाम ऐतिहासिक पर्यटन स्थल इटली के इसी हिस्से में हैं। प्रधानमंत्री कोंटे ने हालांकि यह नहीं बताया कि ये पाबंदियां कब तक लागू रहेंगी लेकिन सरकार के एक ड्राफ्ट के मुताबिक यह कम से कम 3 अप्रैल तक लागू रह सकती हैं। इटली की सिविल प्रोटेक्शन एजेंसी के चीफ एंजेलो बोरेली ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए इटली 2.2 करोड़ सर्जिकल मास्क का ऑर्डर दे रहा है।

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