Tik Tok का ये जानलेवा चैलेंज पैरेंट्स के लिए बना आफत, टूट रहीं गर्दन-सिर की हड्डियां

हड्डी तोड़ने जैसी खतरनाक गतिविधि मौजूद जैसा कि इसके नाम से ही पता चल रहा है, इस चैलेंज में हड्डी तोड़ने जैसी खतरनाक गतिविधि मौजूद है। इस चैलेंज में तीन लोगों की जरूरत पड़ती है। जिनमें से एक बीच में खड़ा होता है और बाकी के दो साइड में खड़े होते हैं। पहले साइड के दोनों लोग कूदते हैं। फिर बीच वाले से वैसे ही कूदने को कहा जाता है। बीच वाले के कूदते ही दोनों साइड वाले लोग उसके पैरों पर किक मार देते हैं, जिससे वजह से वह सिर और गर्दन के बल जमीन पर गिर जाता है। जानलेवा चोट लगने का खतरा टिकटॉक पर ट्रेंड हो रहे इस चैलेंज से बच्चों के माता-पिता बहुत परेशान हैं, क्योंकि इससे जानलेवा चोट लगने का खतरा है। बताया जा रहा है कि चैलेंज की शुरुआत स्पेन से हुई थी। यहां स्कूल में दो लड़कियों ने इस चैलेंज का वीडियो बनाकर पोस्ट कर दिया था। जिसके बाद इनका वीडियो तेजी से वायरल हो गया। वीडियो के वायरल होने के बाद ऐसी खबरें भी आईं कि इससे कई बच्चे घायल हो गए हैं। इससे सबसे ज्यादा अमेरिका और यूरोप के लोग प्रभावित हो रहे हैं। लेकिन भारतीय बच्चे भी इससे प्रभावित हो सकते हैं। शरीर के जोड़ भी फ्रैक्चर हो सकते हैं सबसे जरूरी बात ये है कि चैलेंज मेसेजिंग प्लैटफॉर्म वॉट्सएप पर भी खूब शेयर किया जा रहा है। कुछ वीडियो में ये नहीं दिखाया जा रहा है कि स्कल ब्रेकर चैलेंज को करने पर क्या हो सकता है। लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि इससे सिर से लेकर कमर तक कई तरह की गंभीर चोट आ सकती हैं। इससे शरीर के जोड़ भी फ्रैक्चर हो सकते हैं। हालांकि इसपर रोक लगाने की मांग भी बढ़ रही है। This is the skull breaker challenge. Please please PLEASE don’t do this 🙏🏼🙏🏼🙏🏼 People have died from this (I cut the video I received from another mum) Why do kids do these stupid things 😣 pic.twitter.com/WNgn2HcPTp
— ♔ Jennifer ♔ (@britishchickAD) February 14, 2020 सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे वीडियो यूं तो भारत में इससे किसी भी मौत की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन कई बच्चों के गंभीर रूप से घायल होने के मामले सामने आ रहे हैं। कुछ बच्चों के सिर में चोट लगने की खबरें सामने आई हैं। वहीं सोशल मीडिया पर भी इससे जुड़े कई वीडियो लोग शेयर कर रहे हैं। ये लोग वीडियो साथ कैप्शन में ये भी लिख रहे हैं कि इस तरह के चैलेंज पर रोक लगनी चाहिए क्योंकि ये बेहद ही खतरनाक हैं।
Source: OneIndia Hindi

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