PM Narendra Modi: सोमनाथ मंदिर के पास मरीन ड्राइव जैसा वॉक वे… पीएम मोदी ने दी इन योजनाओं की सौगात – Navbharat Times

हाइलाइट्स

  • पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात की जनता को सोमनाथ मंदिर से जुड़ी कुछ परियोजनाओं की सौगात दी
  • उन्‍होंने वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए कुछ योजनाओं का उद्घाटन किया और कुछ की आधारशिला रखी
  • इनमें मंदिर से लगा समुद्र किनारे का वॉक वे, सोमनाथ प्रदर्शनी सेंटर और प्राचीन सोमनाथ मंदिर परिसर का पुननिर्माण प्रमुख हैं

अहमदाबाद
पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात की जनता को सोमनाथ मंदिर से जुड़ी कुछ परियोजनाओं की सौगात दी। उन्‍होंने वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए कुछ योजनाओं का उद्घाटन किया और कुछ की आधारशिला रखी। इनमें मंदिर से लगा समुद्र किनारे का वॉक वे, सोमनाथ प्रदर्शनी सेंटर और प्राचीन सोमनाथ मंदिर परिसर का पुननिर्माण प्रमुख हैं। इसके अलावा पीएम मोदी ने श्री पार्वती मंदिर की भी नींव रखी।

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, ‘इन नई परियोजनाओं से नए अवसर, रोजगार पैदा होंगे और यहां की दिव्यता बढ़ेगी। सोमनाथ तो सदियों से सदा शिव की भूमि रही है। हमारे यहां शास्त्रों में कहा गया है कि जो कल्याण को पैदा करे, वो शिव हैं। संहार में सृजन को जन्म देते हैं शिव… इसलिए शिव अनादि हैं। इसलिए शिव में हमारी आस्था समय से परे है और हमारे अस्तत्व को बोध करता हैं।’

समुद्र किनारे टहलने के लिए समुद्र दर्शन पथ
पीएम मोदी ने जिन प्रॉजेक्‍ट का उद्घाटन किया है उनमें समुद्र किनारे बना वॉक वे अहम है। इसकी नींव दिसंबर में गृह मंत्री अमित शाह ने रखी थी। मोदी ने शुक्रवार को 1.48 किलोमीटर लंबे इस वॉक वे का उद्घाटन किया। इसे समुद्र दर्शन पथ नाम दिया गया है। इसे मुंबई के मरीन ड्राइव की तर्ज पर बनाया गया है। इस पर करीब 45 करोड़ का खर्च आया है। इसके जरिए अरब सागर के किनारे पर्यटकों को रोमांचक सैर करने का अवसर मिलेगा। इतना ही नहीं समुद्र से होने वाला तट का कटाव भी रुकेगा।

सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र
सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र को टूरिस्‍ट सुविधा केंद्र के परिसर में बनाया गया हे। इसमें प्राचीन सोमनाथ मंदिर के ध्‍वस्‍त हो चुके हिस्‍सों की जानकारी दी जाएगी। पुराना सोमनाथ मंदिर नागर शैली में बना था, उसके वास्‍तुशिल्‍प की जानकारी पर्यटकों को यहां से मिल सकेगी।

जूना सोमनाथ मंदिर परिसर
सोमनाथ ट्रस्‍ट ने प्राचीन (जूना) सोमनाथ मंदिर परिसर का पुनर्निमाण करवाया है। इस पर कुल 3.5 करोड़ रुपयों का खर्चा आया है। इस मंदिर को रानी अहिल्‍याबाई मंदिर भी कहा जाता है क्‍योंकि दौर की रानी अहिल्‍याबाई ने इसका जीर्णोद्धार करवाया था।

श्री पार्वती मंदिर
यहां श्री पार्वती मंदिर की भी आधारशिला रखी गई। इसके निर्माण में करीब 30 करोड़ रुपयों की लगात आएगी। इसमें गर्भ गृह और नृत्‍य मंडप बनाया जाएगा।



सोमनाथ मंदिर (प्रारूप)

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