स्वास्थ्य मंत्रालय : 40 दिन बाद अब तक के सबसे कम मामले, सक्रिय मरीज भी घटे – अमर उजाला – Amar Ujala

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Mon, 24 May 2021 04:50 PM IST

सार

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 22 दिनों से देश में सक्रिय मामलों की संख्या में कमी देखी जा रही है। 3 मई के समय देश में 17.13 फीसदी सक्रिय मामलों की संख्या थी अब यह घटकर 10.17 फीसदी रह गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस वार्ता
– फोटो : ANI

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विस्तार

देश में कोरोना महामारी का संकट लगातार जारी है। केंद्र से लेकर राज्य सरकार लोगों को राहत देने के लिए अपने-अपने स्तर पर हर संभव कोशिश कर रही है। इसके साथ-साथ स्वास्थ्य मंत्रालय भी देश में कोरोना की स्थिति को लेकर लोगों को लगातार जानकारी दे रहा है। इसी क्रम में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 24 घंटे में देश में कोविड के 2,22,000 मामले रिपोर्ट किए गए हैं। 40 दिन के बाद यह अब तक के सबसे कम मामले दर्ज किए गए हैं। ज़िला स्तर पर भी कोरोना के मामलों में कमी आ रही है। 3 मई तक रिकवरी दर 81.7 फीसदी थी अब यह बढ़कर 88.7 फीसदी हो गई है।

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सक्रिय मरीज भी घटे: स्वास्थ्य मंत्रालय

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 22 दिनों से देश में सक्रिय मामलों की संख्या में कमी देखी जा रही है। 3 मई के समय देश में 17.13 फीसदी सक्रिय मामलों की संख्या थी अब यह घटकर 10.17 फीसदी रह गई है। पिछले 2 हफ्तों में सक्रिय मामलों की संख्या में करीब 10 लाख की कमी देखी गई है।

वैक्सीनेशन में आई तेजी : लव अग्रवाल

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कुल 14.56 करोड़ (पहली और दूसरी खुराक) टीके लगाए गए हैं। जबकि 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों को 1.06 करोड़ टीके (पहली खुराक) दिए गए हैं। 

तीसरी लहर से बच्चों के संक्रमित होने की संभावना कम : डॉ.रणदीप गुलेरिया

एम्स के निदेशक डॉ.रणदीप गुलेरिया ने कहा कि हमने कोरोना की पहली और दूसरी लहर में देखा कि बच्चों में संक्रमण बहुत कम देखा गया है। इसलिए अब तक ऐसा नहीं लगता है कि आगे जाकर कोविड की तीसरी लहर में बच्चों में कोविड संक्रमण देखा जाएगा। 

कम प्रतिरक्षा वाले लोग ब्लैक फंगस के शिकार: डॉ.रणदीप गुलेरिया

एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कम प्रतिरक्षा वाले लोग ब्लैक फंगस (म्यूकोर्मिकोसिस), कैंडिडा और एस्पोरोजेनस संक्रमण से संक्रमित होते हैं। ये कवक मुख्य रूप से साइनस, नाक, आंखों के आसपास की हड्डी में पाए जाते हैं और मस्तिष्क में प्रवेश कर सकते हैं। कभी-कभी फेफड़ों (फुफ्फुसीय श्लेष्मा रोग)  या आंत संबंधी मार्ग में पाया जाता है। 

भारत में कोरोना के मामले 3 लाख के पार

अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत तीसरा ऐसा देश बन गया है जहां पर कोरोना वायरस से 3 लाख लोगों की मौत हुई है। इस बीच नए कोरोना मामलों में लगातार गिरावट के बीच जांच संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। 

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