बड़े नेताओं की किस्मत का फैसला रविवार को आएगा. (File pic)
Assembly Election Result: असम, पश्चिम बंगाल (West Bengal), केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में 27 मार्च से लेकर 29 अप्रैल के बीच मतदान हुए थे. इस दौरान सबसे लंबी चुनावी प्रक्रिया तृणमूल कांग्रेस के शासन वाले बंगाल में चली.
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आइए जानते हैं कि अभी तक के हालात…
खबर लिखे जाने तक पश्चिम बंगाल में टीएमसी 211 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. जबकि, एक सीट पर दल ने जीत भी हासिल कर ली है. वहीं, शुरुआती रुझानों में बीजेपी की बढ़त का आंकड़ा 76 सीटों तक ही पहुंचा है. भगवा पार्टी ने 1 सीट पर जीत हासिल की है. राज्य में 292 सीटों पर चुनाव हुए थे.
इधर, तमिलनाडु में सत्ता वापसी के प्रयासों में जुटी एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके को सफलता मिलती दिख रही है. खबर लिखे जाने तक पार्टी राज्य में 144 सीटों की लंबी बढ़त बनाए है. जबकि, AIADMK 89 सीटों पर है. बीजेपी ने 6 सीटों पर बढ़त बना रखी है.
केरल में पिनराई सरकार ऐतिहासिक जीत दर्ज करने की राह पर चलती नजर आ रही है. खबर लिखे जाने तक वाम नेतृत्व वाले एलडीएफ को 97 सीटों पर बढ़त मिली है. जबकि, पार्टी ने 22 सीटों पर जीत दर्ज कर दी है. कांग्रेस की लीडरशिप वाली यूडीएफ 2 सीटों पर जीत और 43 सीटों की बढ़त के साथ दूसरे नंबर पर है. असम में शुरुआती रुझानों में तेजी से बढ़त बना रही बीजेपी के आंकड़े थमे हुए हैं. खबर लिखे जाने तक भगवा दल 76 सीटों और कांग्रेस 47 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.
पुडुचेरी में कांग्रेस शासन को खत्म करने के बाद बीजेपी सत्ता हासिल करती नजर आ रही है. खबर लिखे जाने तक बीजेपी ने यहां 6 ,सीटों पर जीत दर्ज कर ली है. जबकि, पार्टी को 8 सीटों पर बढ़त हासिल है. कांग्रेस के खाते में एक सीट आ चुकी है. वहीं, पार्टी 4 सीटों पर आगे है.
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव आयोग ने मंगलवार को सभी विजय जुलूसों पर प्रतिबंध लगाया है. साथ ही आयोग के आदेशानुसार कोई भी उम्मीदवार नेगेटिव कोविड रिपोर्ट के बगैर मतगणना केंद्र में प्रवेश नहीं कर पाएगा. पांच राज्यों के चुनावों के दौरान भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़े हैं. पहले चरण के दो हफ्तों पहले 25 हजार से भी कम मामले रोज मिल रहे थे. वहीं, 27 मार्च के बाद आंकड़ा 62 हजार के करीब पहुंच गया. इसके बाद 29 अप्रैल को रोज मिलने वाले मरीजों की संख्या 3.5 लाख से भी ज्यादा हो गई. बीते शनिवार को देश में पहली बार चार लाख से ज्यादा नए संक्रमित मिले.
सभी राज्यों में बिगड़ते हालात के बीच रैलियों के चलते पार्टियों को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था. इस दौरान मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग नियमों की धज्जियां उड़ने की खबरें सामने आई थीं.
चुनाव आयोग को भी कोरोना दौर में चुनावी कार्यक्रमों पर कार्रवाई नहीं करने पर आलोचना का सामना करना पड़ा था. हाल ही में मद्रास हाईकोर्ट ने तो यहां तक कह दिया कि चुनाव आयोग पर ‘हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए’. इसके जवाब में आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है.
एग्जिट पोल के अनुमानों के मुताबिक, तमिलनाडु में ऑल इंडिया अन्नाद्रमुक मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) सत्ता से बाहर जा सकती है और एक दशक के बाद द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) वहां की सत्ता में वापसी कर सकती है. कुछ चुनावी सर्वेक्षणों के मुताबिक पुडुचेरी में कांग्रेस के हाथ से सत्ता से जा सकती है.
एग्जिट पोल में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है. केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा की सरकार के फिर से सत्ता में लौटने का अनुमान जताया गया है. मुख्यमंत्री पिनरई विजयन एलडीएफ और यूडीएफ के बारी-बारी से सत्ता में आने की परंपरा के इतर लगातार दूसरी बार सरकार बना सकते हैं.
पश्चिम बंगाल में नंदीग्राम, तमिलनाडु में कोलाथुर, असम में जलुकबारी और पुडुचेरी में हैदराबाद यानम इस बार के चुनाव में हाई-प्रोफाइस सीट बनकर सामने आए हैं. सभी की नजरें इन सीटों पर जमी हुई हैं.