उत्तर प्रदेशः बोकारो से लखनऊ पहुंची पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस, दूसरी हुई रवाना – News18 हिंदी

लखनऊ पहुंची ऑक्सीजन एक्सप्रेस की पहली खेप, दूसरी रवाना भी हुई.

Oxygen Express News: बोकारो से पहली खेप लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन लखनऊ पहुंच गई है. तीन टैंकरों में 60000 लीटर लिक्विड ऑक्सीजन आई है. वहीं दूसरी ट्रेन 4 टैंकरों को लेकर बोकारो के लिए आज सुबह 5.30 बजे लखनऊ से रवाना भी कर दी गई है.

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लखनऊ. कोरोना वायरस की दूसरी लहर के संक्रमण से उत्तर प्रदेश के सरकारी के साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ है. ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने आपात तैयारी के तहत ऑक्सीजन एक्सप्रेस (Oxygen Express) चलाई है. इसी क्रम में बोकारो के स्टील प्लांट से पहली खेप लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस लखनऊ पहुंच गई है. तीन टैंकरों में 60 हजार लीटर लिक्विड ऑक्सीजन आई है.

इसमें तीन टैंकर 60 हजार लीटर लिक्विड ऑक्सीजन लेकर लखनऊ पहुंचे हैं. वहीं दूसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस 4 टैंकरों को लेकर बोकारो के लिए आज सुबह 5.30 बजे लखनऊ से रवाना भी कर दी गई है. बता दें रेलवे ने इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए विशेष तौर पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया है. यानी ट्रेन बिना कहीं रुके सीधे बोकारो पहुंचेगी.

एक टैंकर में है 20 हजार लीटर लिक्विड ऑक्सीजन
बोकारो के स्टील प्लांट से ऑक्सीजन के टैंकर लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस ग्रीन कॉरिडोर से होते हुए रात 12 बजे के करीब दीनदयाल उपाध्याय नगर (मुगलसराय) पहुंची, इसके बाद वाराणसी और सुल्तानपुर होते हुए ऑक्सीजन एक्सप्रेस आज शनिवार सुबह सात बजे लखनऊ पहुंच गई. इस एक्सप्रेस में लखनऊ के लिए तीन टैंकर आए हैं. एक टैंकर में 20 हजार लीटर लिक्विड ऑक्सीजन है. सभी टैंकर्स में लिक्विड ऑक्सीजन है. ये लिक्विड ऑक्सीजन अब सेलेंडर के माध्यम से अस्पतालों में पहुंचाई जाएगी.

रेलमंत्री खुद कर रहे एक्सप्रेस की निगरानी

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पहला ऑक्सीजन टैंकर सुबह 9 बजे लोड हो गया

जानकारी के मुताबिक, पहला ऑक्सीजन टैंकर सुबह नौ बजे लोड होकर वापस बोकारो स्टेशन पहुंचा. दस बजे दूसरा और 11 बजे तीसरा ऑक्सीजन टैंकर बोकारो स्टेशन रिफील होने के बाद आ गया था. मिलिट्री स्पेशल के जिस लो फ्लोर रैक का इस्तेमाल तीन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के टैंकरों को लादने के लिए किया गया. बोकारो के रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस की ऊंचाई 4.5 मीटर है. इसी कारण ओएचई से बचाते हुए ऑक्सीजन एक्सप्रेस को 60 किलोमीटर प्रतिं घंटे की गति से लखनऊ तक पहुंचाने के लिए खासी मशक्कत की गई. सुरक्षा और संरक्षा के सभी मानकों के साथ तीनो टैंकरों की फिटिंग की गई. हर 300 किलोमीटर पर पड़ने वाली क्रू लॉबी में इसके लोको पायलटों को बदला जाएगा.

पहला ऑक्सीजन टैंकर सुबह 9 बजे लोड हो गया

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कड़ी सुरक्षा में चल रही एक्सप्रेस

इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस के साथ एक जीआरपी उपनिरीक्षक और दो कांस्टेबल का एस्कॉर्ट भी चल रहा है. यह एस्कॉर्ट कड़ी सुरक्षा में बोकारो से ऑक्सीजन एक्सप्रेस को लेकर लखनऊ आया है. यूपी के साथ बिहार और झारखंड जीआरपी मुख्यालय को अलर्ट किया गया है. यूपी के रास्ते मे पडऩे वाले हर जीआरपी व आरपीएफ थाने को अपने यहां से ऑक्सीजन एक्सप्रेस के सफलता से गुजर जाने की रिपोर्ट करते रहे. ग्रीन कॉरिडोर के लिए लखनऊ, वाराणसी, दीन दयाल उपाध्याय नगर और गया कंट्रोल रूम में कंट्रोलर साथ परिचालन के रेलवे अधिकारियों की तैनाती की गई है.

कड़ी सुरक्षा में चल रही एक्सप्रेस

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