बैठक के दौरान किसान नेताओं ने मौन धारण कर लिया है. किसान नेता तख्ती लेकर बैठ गए हैं. उनका कहना है कि अब जवाब हां या नहीं में चाहिए. जबकि बैठक के कमरे से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल बाहर निकल गए हैं.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बैठक के दौरान किसान नेताओं से अनुरोध किया, ‘मैं आप सभी से अपील करता हूं कि विरोध करने वाले वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों से घर भेजा जाए.’
सिंगर, एक्टर दिलजीत दोसांझ ने सिंघु बॉर्डर पहुंचकर आंदोलनकारी किसानों को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘हम केंद्र सरकार से केवल ये अनुरोध करते हैं कि किसानों की मांगों को पूरा किया जाए. सभी लोग शांति से बैठे हैं और पूरा देश किसानों के साथ है.’
Delhi: Singer & actor Diljit Singh Dosanjh addresses protesting farmers at Singhu border (Haryana-Delhi border)
“We have only one request to Centre..please fulfil the demands of our farmers. Everyone is sitting here peacefully & entire country is with farmers,” he says pic.twitter.com/H5ax67QsBX
— ANI (@ANI) December 5, 2020
केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी ने कहा कि ये बार बार भिन्न-भिन्न बात करते हैं. किसानों को समझाना बहुत जरूरी है. बिल किसानों के हित के लिये है. किसान आज पूरे भारत में अपना फसल बेच सकता है. अगर मंडी में बेचना चाहे तो एमएसपी पर बेच सकता है. फार्मर कलस्टर सोसाइटी बनायेगा तो विदेश में बेच सकता है.पार्लियामेंट में चर्चा हुई, फिर चाहते हैं तो पीएम से आके चर्चा करें. इसमें इतना विरोध प्रदर्शन करने की बात क्या है. कांग्रेस के समय में ज्यादा आत्महत्या हुई. किसानों की ये क्रांतिकारी व्यवस्था है इसे तो उत्साहित करना चाहिये.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है. सरकार और किसान नेताओं के बीच दिल्ली के विज्ञान भवन में पांचवें दौर की बातचीत चल रही है. इस बीच सिंगर दिलजीत दोसांझ ने सिंघु बॉर्डर पहुंचकर किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है.
दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के एक संयुक्त मंच ने आठ दिसंबर को किसान संगठनों द्वारा ‘भारत बंद’ के आह्वान पर अपना समर्थन दिया है.इन यूनियनों ने 26 नवंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया था, जिसका मकसद हाल ही में पारित श्रम संहिता के अलावा कई अन्य मुद्दों के साथ हाल में पारित किये गये कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना है. संयुक्त मंच दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का है – जिसमें इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक), हिंद मजदूर सभा (एचएमएस), सेन्टर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेन्टर (एआईयूटीयूसी), ट्रेड यूनियन को-ऑर्डिनेशन सेंटर (टीयूसीसी), सेल्फ-एम्प्लॉइड वुमेन्स एसोसिएशन (एसईडब्ल्यूए), ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (एआईसीसीटीयू), लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (एलपीएफ) और यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (यूटीयूसी) शामिल हैं.