मोदी ने पूछा-कांग्रेस सनातन विरोधियों के साथ क्यों:राम मंदिर पर कहा- राजनीतिक मुद्दा था, ये बन गया तो विपक्ष के हाथ से निकल गया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस से पूछा कि द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के सनातन विरोधी बयानों के बावजूद कांग्रेस उनके साथ क्यों खड़ी है? प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि विपक्ष के लिए राम मंदिर एक राजनीतिक मुद्दा था। यह (मंदिर) बन गया तो यह विपक्ष के हाथ से निकल गया। पीएम मोदी ने न्यूज एजेंसी ANI की एडिटर को दिए इंटरव्यू में राम मंदिर, DMK का सनातन विरोधी मुद्दा, यूक्रेन-रूस जंग, इलेक्टोरल बॉन्ड, भारत के विकास का रोडमैप जैसे कई मुद्दों पर बात की। प्रधानमंत्री से 7 सवाल-जवाब… सवाल- आपने कई भाषणों में कहा है कि आपका लक्ष्य 2024 नहीं, 2047 है तो 2047 तक क्या कुछ होने वाला है? क्या ये चुनाव महज फॉर्मेलिटी है।
मोदी- देश के विकास की गति भी बढ़ानी है और स्किल भी बढ़ाना है। देश के सामने एक अवसर है। एक कांग्रेस सरकार का मॉडल है और एक बीजेपी सरकार का मॉडल है। उनका 5-6 दशक का काम और मेरा सिर्फ 10 साल का काम। सवाल- तमिलनाडु में सनातन के खिलाफ काफी बयान दिए हैं?
मोदी- सवाल कांग्रेस को पूछना चाहिए। तुम्हारी क्या मजबूरी है। सनातन के खिलाफ इतना जहर उगलने वाले लोगों के साथ तुम (कांग्रेस) क्यों बैठे हो। DMK का जन्म शायद इस नफरत में हुआ होगा। DMK के प्रति जितना जबर्दस्त गुस्सा पैदा हुआ है, उसकी मैं कल्पना नहीं कर सकता। वो गुस्सा बीजेपी की तरफ डायवर्ट हो रहा है, पॉजिटिव वे (सकारात्मक रूप) में। सवाल- राम मंदिर को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए था, लेकिन हो गया। इस पर क्या कहेंगे?
मोदी- उनके (विपक्ष) के लिए ये राजनीतिक हथियार था। अब हुआ क्या..राम मंदिर बन गया। उनके हाथ से मुद्दा निकल गया। सवाल- आपने रूस-यूक्रेन में दुश्मनी रोकने के लिए हस्तक्षेप किया था?
मोदी- दोनों राष्ट्रपति के साथ मेरे मित्रतापूर्ण संबंध रहे हैं। मैंने कहा कि भारत के इतने लोग, नौजवान फंसे हुए हैं। मुझे आपकी मदद चाहिए। सवाल- इलोन मस्क भारत आने वाले हैं, उन्होंने कहा था कि वे आपके प्रशंसक हैं। क्या हम भारत में स्टारलिंक, टेस्ला देखेंगे?
मोदी- मस्क मोदी के प्रशंसक हैं, वो अपनी जगह है। असल में वे भारत के प्रशंसक हैं। सवाल- पहले कहा जाता था कि इंदिरा इज इंडिया, इंडिया इज इंदिरा। अब कहा जाता है कि मोदी इज भारत, भारत इज मोदी। क्या आप उस लेवल पर पहुंच गए हैं?
मोदी- देश जो कहता है और जो मैं खुद भी फील करता हूं, मैं मां भारती का बेटा हूं। ये खबरें भी पढ़ें… मोदी बोले- भारत-चीन बॉर्डर विवाद पर तत्काल चर्चा जरूरी:अमेरिकी मैगजीन से कहा- डिप्लोमैटिक-मिलिट्री लेवल पर बात करके शांति कायम कर सकते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत के लिए चीन के साथ उसके रिश्ते अहम हैं। दोनों देशों के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध सिर्फ भारत और चीन के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए जरूरी है।पीएम मोदी ने अमेरिका की मैगजीन न्यूजवीक को दिए इंटरव्यू में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा- दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर लंबे समय से चल रहे विवाद पर तत्काल बात करने की जरूरत है। दोनों देश डिप्लोमैटिक और मिलिट्री लेवल पर पॉजिटिव बातचीत के जरिए शांति और स्थिरता कायम कर सकते हैं। पूरी खबर पढ़ें… मोदी बोले- कांग्रेस ने पूर्वोत्तर के साथ सौतेला व्यवहार किया:हमने धारणा बदली, अब नॉर्थ-ईस्ट न दिल्ली से दूर है, न दिल से दूर आजादी के बाद पूर्वोत्तर राज्य दशकों तक हाशिए पर रहे। कांग्रेस सरकारों ने यहां के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया। हमने इस धारणा को बदला कि पूर्वोत्तर बहुत दूर है। आज पूर्वोत्तर न दिल्ली से दूर है और न दिल से दूर है। पूर्वोत्तर ने दुनिया को दिखाया है कि जब नीयत सही होती है, तो नतीजे भी सही होते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘द असम ट्रिब्यून’ को दिए एक इंटरव्यू में ये बातें कहीं। उन्होंने नॉर्थ-ईस्ट की चुनौतियों और उससे निपटने के लिए केंद्र की पहल पर चर्चा की। उन्होंने असम में उग्रवाद, अरुणाचल प्रदेश को लेकर चीन के दावे, मणिपुर हिंसा, नगालैंड में राजनीतिक संघर्ष और मिजोरम में घुसपैठ की समस्या पर बात की। पूरी खबर पढ़ें…

Source: DainikBhaskar.com

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