राष्ट्रपति भवन में आज भारत रत्न सम्मान समारोह:आडवाणी को सम्‍मानित करेंगी राष्ट्रपति मुर्मू; चरण सिंह-कर्पूरी ठाकुर सहित 4 हस्तियों को मरणोपरांत पुरस्कार

राष्ट्रपति भवन में आज भारत रत्न सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 5 शख्सियतों को देश के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करेंगी। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पी.वी. नरसिम्हा राव, कृषि वैज्ञानिक डॉ एमएस स्वामीनाथन, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी शामिल हैं। आडवाणी को छोड़कर सभी 4 शख्सियतों को मरणोपरांत भारत रत्न दिया जा रहा है। इनके परिजन राष्ट्रपति मुर्मू से सम्मान ग्रहण करेंगे। आडवाणी भारत रत्न लेने के लिए राष्ट्रपति भवन में मौजूद रह सकते हैं। केंद्र ने इस साल 5 हस्तियों को भारत रत्न सम्मान देने का ऐलान किया है। 2014 में सत्ता संभालने के बाद से मोदी के कार्यकाल में मदन मोहन मालवीय, अटल बिहारी वाजपेयी, प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को यह सम्मान मिल चुका है। 2024 के 5 हस्तियों को मिलाकर इस सम्मान को अब तक हासिल करने वालों की संख्या 53 हो जाएगी। 1. कर्पूरी ठाकुर
राष्ट्रपति मुर्मू ने 23 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती से एक दिन पहले उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की थी। कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री और एक बार डिप्टी सीएम रहे। वे पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते थे। कर्पूरी ठाकुर के बारे में और पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें… 2. लालकृष्ण आडवाणी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 फरवरी को आडवाणी भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की थी। आडवाणी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और भाजपा के संस्थापक सदस्य नाना जी देशमुख के बाद ये सम्मान पाने वाले भाजपा और RSS के जुड़े तीसरे नेता हैं। आडवाणी के बारे में और पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें… 3. डॉ एमएस स्वामीनाथन
पीएम मोदी ने 9 फरवरी को डॉ एमएस स्वामीनाथन, पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न (मरणोपरांत) देने का ऐलान किया था। स्वामीनाथन एक कृषि वैज्ञानिक थे। उन्हें भारत में ‘हरित क्रांति’ का जनक कहा जाता है। PM मोदी ने 9 फरवरी को कहा था- डॉ स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया है, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की है। वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें मैं करीब से जानता था और मैं हमेशा उनकी अंतर्दृष्टि और इनपुट को महत्व देता था। 4. पीवी नरसिम्हा राव
नरसिम्हा राव देश के 9वें प्रधानमंत्री थे। PM मोदी ने उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा करते वक्त कहा था- प्रधानमंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था, जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला। 5. चौधरी चरण सिंह
चरण सिंह भारत के पांचवें प्रधानमंत्री थे। वे उत्तर प्रदेश के 5वें मुख्यमंत्री​​​​​​​ भी रहे थे। PM मोदी ने 9 फरवरी को उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा करते वक्त कहा था- ​​​​​​ हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था।​​​​​​​ भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह राष्ट्रीय सेवा जैसे कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल के लिए दिया जाता है। भारत रत्न देने की शुरुआत 2 जनवरी, 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी। पहले ये सम्मान केवल जीवित रहते दिया जाता था, लेकिन 1955 में मरणोपरांत भी भारत रत्न दिये जाने लगा। देश के प्रधानमंत्री भारत रत्न के लिए किसी व्यक्ति के नाम की सिफारिश राष्ट्रपति को करते हैं। पुरस्कार पाने वाले को एक मेडल और सर्टिफिकेट दिया जाता है, जिसपर राष्ट्रपति का साइन होता है। मेडल में तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लैटिनम का चमकता सूर्य बना हुआ है। पत्ते का किनारा भी प्लैटिनम का होता है। मेडल के नीचे चांदी से हिंदी में भारत रत्न लिखा होता है। पीछे की तरफ अशोक स्तंभ के नीचे हिंदी में सत्यमेव जयते लिखा होता है। इस सम्मान के साथ कोई धनराशि नहीं दी जाती है। 2020 से 2023 के बीच किसी को भी भारत रत्न पुरस्कार नहीं दिया गया है।

Source: DainikBhaskar.com

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