29 सालों से रणदीप हुड्डा से है दोस्ती:’स्वतंत्र वीर सावरकर’ में अमित सियाल बने रणदीप के छोटे भाई, कहा- ऑस्ट्रेलिया के होटल में मिलकर बर्तन धोते थे

एक्टर अमित सियाल जल्द ही फिल्म ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ में नजर आएंगे। फिल्म में उन्होंने विनायक दामोदर सावरकर (रणदीप हुड्डा द्वारा अभिनीत) के छोटे भाई, नारायण दामोदर का किरदार निभाया है। हाल ही में दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान, अमित ने इस फिल्म से जुड़ी कुछ बातें शेयर कीं। वैसे, बता दें अमित और रणदीप की दोस्ती तकरीबन 29 सालों से है। इस बातचीत में उन्होंने रणदीप के साथ अपनी इस गहरी दोस्ती पर भी रोशनी डाली है। बातचीत के कुछ प्रमुख अंश: ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ के साथ जुड़ने का अनुभव कैसा रहा? रौंगटे खड़े कर देने वाला अनुभव था। फिल्म का हिस्सा बनने का, नारायण दामोदर सावरकर के किरदार में ढलने की जो प्रोसेस थी, वो अपने आप में किसी रिवोल्यूशन से कम नहीं थी। मेरे लिए ये किरदार किसी जिम्मेदारी से कम नहीं। हमने कोई भी मनगढ़ंत बातें नहीं कहीं। स्वतंत्रता सैनानियों ने बहुत कमाल की रियल चीजें की थीं। जिससे हमारा देश एक तरीके से शेप हुआ। वे महान लोग थे। वे रियल लोग थे। उनसे यदि अच्छाई हुईं, तो कुछ गलतियां भी हो सकती हैं। लेकिन, वो गलती किसी के ओपिनियन में सही भी हो सकती हैं। हम सभी ने अपनी जिम्मेदारी को जितनी भी हद तक जा सकते थे, उस हद तक जाकर निभाई। आशा करता हूं कि जिन भी लोगों की स्वतंत्र वीर सावरकर के बारे में गलत ओपिनियन थी, वो बदलेगी। रणदीप हुड्डा के साथ अपनी दोस्ती के बारे में कुछ बताएं मेरी और रणदीप की दोस्ती तकरीबन 29 साल पुरानी है। दोस्त कम, हम भाई ज्यादा हैं। सालों पहले हम ऑस्ट्रेलिया में एक साथ थे। एक ही घर में रहते थे। वहां साथ में टैक्सियां चलाते थे। इतना ही नहीं, हमने वहां होटल में एक साथ बर्तन भी घिसे हैं। वेटर की जॉब करते थे। मैं मेलबर्न में एक इंडियन होटल में बर्तन धोने का काम कर रहा था। होटल वालों ने खाने का इंतजाम किया था। वह खाना मैं अपने रूममेट्स के लिए भी ले जाता था। रणदीप मेरे रूममेट के दोस्त थे। एक जब घर आया तब रणदीप वहीं थे। जब मैंने उनसे बात की, तो मुझे एहसास हुआ कि हम दोनों की सोच एक जैसी है। हमारी बातचीत हमेशा एक्टिंग की ओर एक रास्ता तलाशती थी। उस दिन से अब तक तक, हमेशा एक दूसरे के संपर्क में रहे हैं। रियल लाइफ में मैं उनसे केवल एक साल बड़ा हूं। लेकिन स्वाभाविक तौर पर वे मुझसे बड़े हैं। रणदीप बहुत ही मैच्योर व्यक्ति हैं। बतौर एक्टर भी उनका अनुभव मुझसे ज्यादा है। स्क्रीन पर हमारा ये पुराना बॉन्ड देखने को मिलेगा। स्क्रीन पर दोनों भाई की केमिस्ट्री दिखाने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। पिछले 29 सालों में रणदीप में क्या बदलाव आए? रणदीप अपने टीनएज दौर में काफी नटखट थे। बहुत बदमाशी भी करते थे। दरअसल, उस वक्त उन्हें पता नहीं था कि उन्हें अपनी जिंदगी में करना क्या है। जब उन्होंने एक्टिंग की राह पकड़ी, तो धीरे-धीरे बदलाव देखने को मिला। वक्त के साथ-साथ उनमें भी काफी बदलाव आए। अब वे काफी मैच्योर और फोकस्ड हैं। जो पहले नहीं थे। एक्टिंग में आगे किस तरह के रोल एक्स्प्लोर करना चाहते हो? मैंने अब तक कई इंटेंस रोल किए हैं। लेकिन अब मैं कॉमेडी करना चाहता हूं। मुझे लगता है कि मैं कॉमेडी बहुत अच्छी करता हूं। हाल ही में मैंने दो प्रोजेक्ट पूरे किए। जिनमें से एक ड्रामा कॉमेडी है, वहीं दूसरा आउट एंड आउट कॉमेडी है। बता दूं, ये स्लैपस्टिक कॉमेडी बिलकुल नहीं। परेश रावल जी और मेरी एक फिल्म जल्द ही रिलीज होगी। साथ ही ‘रेड 2’ कर रहा हूं, जिसमें ऑडियंस मुझे कॉमेडी करते देखेगी। आगे चलकर कॉमेडी जॉनर को और भी ज्यादा एक्स्प्लोर करने की ख्वाहिश है। एक्टिंग से पहले सिंगिंग में अपना करियर बनाना चाहते थे? मुझे लिखने और गाने का बहुत शौक है। दरअसल, मैं एक्टिंग से पहले सिंगिंग में अपना करियर बनाना चाहता था। सालों पहले मैंने दिल्ली में एक कॉम्पटीशन में पार्टिसिपेट किया। वहां असली सिंगर्स की आवाज सुनी। मैंने वहीं सिंगर बनने के आइडिया को त्याग दिया। फिर एक्टिंग की राह पकड़ ली।

Source: DainikBhaskar.com

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