फिदायीन हमलावर का कटा सिर मिला, पेशावर ब्लास्ट में अब TTP का यू-टर्न… 100 मौतों से गमगीन PAK – Aaj Tak

पाकिस्तान के पेशावर शहर के पुलिस लाइन में स्थित मस्जिद में हुए धमाके में मरने वालों की संख्या 100 हो गई है. मंगलवार को रेस्क्यू टीम ने मलबे से कई लोगों के शव निकाले इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 100 तक पहुंच गई है. एजेंसियों को आशंका है कि मरने वालों की संख्या 100 से ज्यादा भी हो सकती है. पेशावर के लेडी रीडिंग हॉस्पिटल में गंभीर रूप से कई घायलों का अभी भी इलाज किया जा रहा है. ब्लास्ट में घायलों की संख्या 221 हो चुकी है. इनमें कई लोगों की हालत गंभीर है. 

इस बीच सुरक्षा एजेंसियों को घटनास्थल से धमाके में उड़ा हुआ एक सिर बरामद हुआ है. जांच एजेंसियों का दावा है कि ये सिर फिदायीन हमलावर का है. जो नमाजियों के साथ अगली ही कतार में खड़ा था. नमाज के दौरान इस शख्स ने खुद का उड़ा लिया था. 

धमाके की तीव्रता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ब्लास्ट के बाद मस्जिद की छत धंस गई. और इसके मलबे में कई लोग दब गए. 

सोमवार को 1.40 बजे दोपहर हुए इस धमाके के 24 घंटे गुजर चुके हैं. जांच एजेंसियों को अभी भी अहम सुराग की तलाश है,. कैपिटल सिटी के पुलिस ऑफिसर पेशावर मोहम्मद एजाज खान ने बताया कि ये हमला एक आत्मघाती हमला है और हमलावर का कटा हुआ सिर घटनास्थल पर मिला है.  

पुलिस को शक है कि हमलावर धमाके से पहले से ही पुलिस लाइन में मौजूद था. शक है कि ये फिदायीन हमलावर एक सरकारी गाड़ी से मस्जिद के अंदर घुसा हो सकता है. खान ने कहा कि ब्लास्ट की सही वजह और नेचर का पता रेस्क्यू ऑपरेशन के खत्म होने के बाद ही चलेगा.   

पेशावर के पुलिस प्रमुख मुहम्मद एजाज खान ने कहा कि धमाके के शिकार लोगों में से 90 प्रतिशत से अधिक पुलिसकर्मी थे, जिनमें से 300 से 400 के बीच परिसर की मस्जिद में नमाज के लिए एकत्र हुए थे.

मस्जिद के पास खड़ा सुरक्षाकर्मी (फोटो- रॉयटर्स)

बता दें कि पाकिस्तान तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. पाकिस्तान तालिबान को तहरीक ए तालिबान के नाम से भी जाना जाता है. टीटीपी ने कहा है कि उन्होंने पिछले साल अगस्त में अपने नेता उमर खालिद खुरासनी की हत्या का बदला लिया लिया है. टीटीपी ने खुले आम ये दावा कर पाकिस्तान की सरकार को खुली चुनौती दे दी है. 

उमर खालिद खुरासनी की मौत अगस्त 2022 में अफगानिस्तान में तब हुई थी जब उसकी कार को निशाना बनाकर एक धमाका किया गया था. इसमें खुरासनी समेत 3 लोग मारे गए थे. 

हालांकि डॉन के अनुसार टीटीपी ने बाद में इस हमले को खुद से अलग कर लिया. आकलन किया जा रहा है कि कुछ प्रतिबंधित संगठन ने इस हमले को अंजाम दिया है. 

खैबर पख्तुनख्वा के आईजी मौज्जम जाह अंसारी ने कहा कि TTP ने इस हमले में शामिल होने से इनकार कर दिया है.  इसके बाद और पुलिस को संदेह है कि जमातुल अहरार इस घटना में शामिल हो सकता है. 

उन्होंने कहा, “जमातुल अहरार कुछ हद तक टीटीपी से जुड़े रहे हैं, लेकिन कुछ समय के लिए, उमर खालिद खोरासानी की मृत्यु के बाद, वे अलग हो गए. इसी तरह IS-KPK हैं. उन्होंने कल रात दावा जारी किया और हम इसकी जांच कर रहे हैं.

धमाके में घायल शख्स को अस्पताल ले जाते सुरक्षाकर्मी (फोटो-एपी)

वहीं खैबर पख्तुनख्वा के आईजी मौज्जम जाह अंसारी ने कहा है कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि हमलावर पुलिस लाइन में आया कैसे और फिर मस्जिद के अंदर घुसा कैसे? उन्होंने कहा कि वहां एक कैंटीन मौजूद हैं, कुछ निर्माण कार्य भी चल रहा था. यहां किसी तरह छोटी-छोटी मात्रा में विस्फोटकों को धीरे धीरे लाया गया.

उन्होंने कहा कि यहां एक शिकायत निवारण केंद्र भी है, इसलिए सामान्य लोग भी यहां आते-जाते रहते हैं. 

आईजी ने कहा कि अधिकारियों का अनुमान है कि इस ब्लास्ट को अंजाम देने के लिए 10-12 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री का इस्तेमाल किया गया था. उन्होंने कहा कि ज्यादातर नुकसान विस्फोटक सामग्री के कारण नहीं हुआ; विस्फोट के झटके से छत ढह गई, जिससे लोग मलबे के नीचे दब गए.  

खैबर पख्तूनख्वा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मुहम्मद आजम खान ने मंगलवार को हमले के बाद प्रांत में एक दिन के शोक की घोषणा की है. 

पाकिस्तान में हुए इस धमाके पर भारत ने गहरी संवेदना व्यक्त की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत ने सोमवार के हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी दुख व्यक्त किया है.  बागची ने ट्वीट किया, “भारत कल पेशावर में हुए आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है. हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जिसने इतने लोगों की जान ले ली है.”

 

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