नीतीश के 5 मंत्रालय पर तेजस्वी का 4 भारी, लालू यादव के बेटों के पास बिहार के 41404.17 करोड़ रुपये की ताकत – Navbharat Times

पटना: बिहार में नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के विस्तार के कुछ ही देर बाद ही ज्यादातर मंत्रियों ने अपने मंत्रालयों और विभागों में कार्यभार संभाल लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सामान्य प्रशासन विभाग और गृह मंत्रालय अपने पास रखा है, वहीं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य मंत्रालय और पथ निर्माण विभाग का दायित्व सौंपा गया है। वित्त विभाग की जिम्मेदारी विजय कुमार चौधरी को मिली है। सरकार गठन के साथ ही बिहार के आम लोगों के बीच इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि महागठबंधन की सरकार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव में ज्यादा ताकतवर कौन है। 79 विधायकों के नंबर के हिसाब से आरजेडी पहले ही सरकार में ताकतवर है। अब मंत्रालयों के बंटवारे के हिसाब से देखें तो भी तेजस्वी यादव का पलड़ा भारी दिख रहा है। आइए इसे मंत्रालयों के बजट के हिसाब से समझते हैं

जेडीयू और RJD के पास बराबर-बराबर मंत्रालय
यूं तो सरकार में आरजेडी के मंत्रियों की संख्या जेडीयू के मुकाबले ज्यादा है, लेकिन मंत्रालयों के बंटवारे के हिसाब से देखें तो बराबर का मामला है। सरकार में तेजस्वी यादव समेत आरजेडी के 17 नुमाइंदे हैं, वहीं जेडीयू की तरफ से सीएम नीतीश कुमार समेत 13 (एक निर्दलीय समेत) सदस्य हैं। गौर करने वाली बात यह है कि महागठबंधन की सरकार में जेडीयू और आरजेडी के बीच 20-20 मंत्रालय का बंटवारा किया गया है। RJD के हिस्से में गए 20 मंत्रालयों का बजट 99305.61 करोड़ रुपये है। वहीं JDU के पास गए मंत्रालयों का बजट 68902.8 करोड़ रुपये है।

नीतीश के 5 मंत्रालय पर तेजस्वी का 4 मंत्रालय ही भारी
सीएम नीतीश कुमार के पास सामान्य प्रशासन विभाग, गृह मंत्रालय, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी और निर्वाचन विभाग समेत कुल 5 विभाग हैं। इन चारों मंत्रालय का बजट 16027.32 करोड़ है। वहीं डेप्युटी सीएम तेजस्वी यादव के पास स्वास्थ्य, सड़क निर्माण, नगर विकास एवं आवास और ग्रामीण कार्य विभाग समेत 4 विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इन चार विभागों का बजट 40741.32 करोड़ है। जानकार बताते हैं कि अकेले स्वास्थ्य मंत्रालय का जितना बजट होता है वह सीएम नीतीश के सभी 5 मंत्रालयों के बजट के बराबर है। जहां तक बिहार में चल रही सरकारी योजनाओं की जिम्मेदारी की बात है तो यहां भी आरजेडी भारी है। RJD के खाते में 59%, जेडीयू के पास 36%, कांग्रेस के पास 2.9% , हम के पास 1.8%और निर्दलीय के पास 0.99% हिस्सा है। सरकारी योजनाओं के मामले में अकेले तेजस्वी यादव के पास 24 फीसदी तेजस्वी यादव के अधीन हैं।
तेजस्वी यादव को नहीं मिला गृह मंत्रालय, जानिए नीतीश के पास ही क्यों रहता है ये विभाग
तेज प्रताप के पास संतोष सुमन से भी कमजोर मंत्रालय!
2015 में बनी महागठबंधन की सरकार में तेज प्रताप यादव को स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था। इस बार भी वह यही मंत्रालय चाहते थे। वह चाहते थे कि उनके कार्यकाल में शुरू हुए कई अधूरे कार्य को पूरा करने का मौका मिलता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। तेज प्रताप यादव को वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय सौंपा गया है। बजट के हिसाब से देखें तो तेजप्रताप यादव का मंत्रालय बेहद कमजोर है। वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का कुल बजट 662.85 करोड़ रुपये का है। वहीं हिन्दुस्तान आवामी मोर्चा के कोटे से मंत्री बने संतोष कुमार सुमन को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग सौंपा गया है। उनके मंत्रालय का बजट भी 1729 करोड़ रुपये है। यानी बजट के मामले में तेज प्रताप यादव का मंत्रालय संतोष सुमन से भी कमजोर है। यहां एक बात और करने वाली है कि अगर तेजस्वी और तेजप्रताप के मंत्रालय के बजट को जोड़ दिया जाए तो यह 41404.17 करोड़ पहुंच जाता है।
image

तेजस्वी के पास स्वास्थ्य समेत 4 विभाग, तेज को पर्यावरण, नीतीश सरकार में किसे मिला कौन सा मंत्रालय, पूरी लिस्ट
महागठबंधन सरकार में RJD ताकतवर
आरजेडी कोटे से लालू प्रसाद के बेटे तेज प्रताप यादव, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह तथा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन भी नीतीश मंत्रिमंडल में स्थान पाने में सफल रहे हैं। इसके अलावा आलोक मेहता, कार्तिकेय सिंह, ललित यादव, समीर महासेठ, प्रो चंद्रशेखर मंत्री बनाए गए हैं। शपथ ग्रहण समारोह में पांच-पांच मंत्रियों ने एक साथ शपथ ली। वहीं जेडीयू कोटे से विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, संजय झा, शीला मंडल को फिर से मंत्री बनाया गया है। पहले राउंड में विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र यादव, तेज प्रताप यादव, आलोक मेहता और आफाक आलम ने शपथ ली। शपथ लेने वाले मंत्रियों में आरजेडी से 16, जेडीयू से 11, कांग्रेस से दो लोग शामिल रहे। निर्दलीय सुमित कुमार सिंह को भी मंत्री बनाया गया है। शपथ ग्रहण समारोह के बाद राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि मंत्रिमंडल में अनुभवी और युवा का सम्मिश्रण है।

Related posts