पी चिदंबरम के बेटे पर CBI का छापा: चीनी नागरिकों को वीजा दिलाने के लिए 50 लाख की रिश्वत का आरोप; 9 ठिकानों … – Dainik Bhaskar

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नई दिल्ली6 घंटे पहले

CBI ने मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के 10 ठिकानों पर छापा मारा है। इस दौरान CBI ने कार्ति के खिलाफ नया मामला दर्ज किया गया है। उन पर 263 चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाने के लिए कथित तौर पर 50 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप है।

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अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई को आईएनएक्स मीडिया मामले में लेन-देन की जांच के दौरान इसकी जानकारी मिली। बता दें कि वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कथित तौर पर नियमों की अनदेखी कर चीनी नागरिकों को वीजा दिलाने में मदद की। पंजाब में स्थित तलवंडी साबो पावर लिमिटेड प्रोजेक्ट चल रहा था, जिसके लिए चीनी मजदूरों को वीजा दिलाया गया था।

क्या है मामला
एक प्राईवेट कंपनी पंजाब के मनसा में 1980 मेगावॉट का थर्मल पावर प्लांट लगा रही थी। इसका जिम्मा चीन की एक कंपनी को दिया गया था। आरोप है कि यह प्रोजेक्ट लेट हो रहा था। आरोप है कि काम को तेजी से कराने के लिए चीनी प्रोफेशनल्स को मनसा लाया गया। इनके लिए वीजा का इंतजाम चेन्नई के एक शख्स ने अपने कुछ साथियों की मदद से किया। इसमें नियमों की अनदेखी हुई। कुल 263 प्रोजेक्ट वीजा जारी किए गए। इतना ही नहीं होम मिनिस्ट्री को इस प्राईवेट कंपनी ने एक लेटर लिखा और इन तमाम वीजा होल्डर्स को फिर से वीजा जारी करने की गुजारिश की। इसकी मंजूरी भी एक महीने में मिल गई। आरोप है कि चेन्नई के एक व्यक्ति ने अपने सहयोगियों की मदद से 50 लाख रुपए रिश्वत मांगी।

आरोप है कि यह रिश्वत मनसा की प्राईवेट कंपनी ने मुंबई की एक कंपनी के फर्जी बिल के जरिए चेन्नई भेजी।

पांच आरोपियों पर केस दर्ज
CBI ने मामले में 5 आरोपियों पर केस दर्ज किया है। इनमें पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम, चेन्नई स्थित करीबी सहयोगी एस. भास्कररमन​, पंजाब की निजी कंपनी के विकास मखरिया, मैसर्स तलवंडी साबो पावर लिमिटेड, मानसा (पंजाब), मेसर्स बेल टूल्स लिमिटेड, मुंबई (महाराष्ट्र) शामिल हैं। इसके अलावा एक सरकारी अधिकारी और एक निजी कर्मचारी भी शामिल हैं। जांच एजेंसी ने इनके नाम नहीं बताए हैं।

कार्ति बोले- यह कितनी बार हुआ, मैं भूल गया हूं
कार्रवाई के दौरान कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि यह (CBI की कार्रवाई) कितनी बार हुआ है, मैं गिनती भी भूल गया हूं। इसका एक रिकॉर्ड होना चाहिए। बता दें कि CBI ने 2010-2014 के बीच के इस मामले में नया केस दर्ज किया है। उसी मामले में आज की कार्रवाई की गई है।

गेट फांद कर घर के अंदर घुसे CBI अफसर
CBI तमिलनाडु में तीन, मुंबई में तीन, पंजाब में एक, कर्नाटक में एक और ओडिशा में एक सहित नौ स्थानों पर तलाशी ले रही है। इसमें ऑफिस और घर शामिल हैं। दिल्ली में पी चिदंबरम के घर का गेट बंद होने के कारण CBI के अधिकारी गेट फांद कर अंदर घुसे। सूत्रों के मुताबिक, कार्ति चिदंबरम के खिलाफ कथित विदेशी निवेश को लेकर CBI ने यह कार्रवाई की है। छापेमारी सुबह आठ बजे शुरू हुई।

चेन्नई में स्थित कांग्रेस नेता पी चिदंबरम का घर, जहां छापा मारा गया।

चेन्नई में स्थित कांग्रेस नेता पी चिदंबरम का घर, जहां छापा मारा गया।

मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है मामला
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा ये मामला साल 2007 का है और INX मीडिया कंपनी से जुड़ा है। इसकी डायरेक्टर शीना बोरा हत्याकांड की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी थे। इस मामले में ये दोनों भी आरोपी हैं। आरोपों के मुताबिक पी. चिदंबरम ने उस वक्त वित्त मंत्री रहते हुए रिश्वत लेकर INX मीडिया हाउस को 305 करोड़ रु. का फंड लेने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (FIPB) से मंजूरी दिलाई थी।

कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और उनका बेटा कार्ति चिदंबरम (फाइल फोटो)

कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और उनका बेटा कार्ति चिदंबरम (फाइल फोटो)

एयरसेल-मैक्सिस डील में भी आरोपी
इस प्रक्रिया में जिन कंपनियों को फायदा हुआ, उन्हें चिदंबरम के सांसद बेटे कार्ति चलाते हैं। इस मामले में CBI ने 15 मई 2017 को केस दर्ज किया था। वहीं 2018 में ED ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। एयरसेल-मैक्सिस डील में भी चिदंबरम आरोपी हैं। कार्ति पर यह भी आरोप है कि उन्होंने इंद्राणी की कंपनी के खिलाफ टैक्स का एक मामला खत्म कराने के लिए अपने पिता के रुतबे का इस्तेमाल किया।

मार्च 2018 में इंद्राणी मुखर्जी ने CBI को दिए बयान में बताया था कि INX मीडिया को FIPB से मंजूरी दिलाने के लिए उनके और कार्ति चिदंबरम के बीच 10 लाख अमेरिकी डॉलर की एक डील हुई थी। इसके बाद जुलाई 2019 में दिल्ली हाईकोर्ट ने शीना वोरा हत्याकांड की मुख्य दोषी इंद्राणी को INX केस मामले में मुख्य गवाह बनाने की सहमति दे दी थी।

यह तस्वीर पी. चिदंबरम के जेल से बाहर के बाद की है।

यह तस्वीर पी. चिदंबरम के जेल से बाहर के बाद की है।

106 दिन बाद जेल से बाहर आए थे पी. चिदंबरम
इसके बाद INX मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को 21 अगस्त को CBI ने गिरफ्तार किया और फिर 16 अक्टूबर को इसी मामले में ED ने अरेस्ट किया था। 4 दिसंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली। ED केस में भी सुप्रीम कोर्ट ने पी चिदंबरम को जमानत दे दी है। वह 106 दिन कर तिहाड़ जेल में रहे।

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