Exclusive: कैप्टन अमरिंदर बड़े कद के नेता, उनकी राष्ट्रवादी विचारधारा हमेशा से पसंद- पंजाब बीजेपी के अध्यक्… – News18 हिंदी

नई दिल्ली. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने कहा है कि अकाली दल (Akali Dal) को छोड़कर उनके सामने सभी राजनीतिक विकल्प खुले हैं. ऐसे में सवाल ये है कि क्या वे बीजेपी (BJP) का दामन थामेंगे? न्यूज18 से एक्सक्लूसिव बातचीत में पंजाब बीजेपी चीफ अश्वनी शर्मा (Ashwani Sharma) ने कहा कि वे किसी भी काल्पनिक परिदृश्यों से जुड़े सवाल का जवाब नहीं देंगे. हालांकि अश्वनी शर्मा ने यह जोड़ा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में बड़े कद के नेता हैं, और सियासत में उन्होंने लंबी पारी खेली है. पंजाब बीजेपी चीफ (Punjab BJP Chief) ने कहा कि पार्टी ने हमेशा पंजाब के हित में अमरिंदर सिंह के राष्ट्रवादी बयानों का स्वागत किया है.

उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अभी भी स्पष्ट रूप से यह नहीं बता रही है कि चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) 2022 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे या नहीं. अश्वनी शर्मा ने कहा कि चन्नी को नाइट वॉचमैन के तौर पर मुख्यमंत्री बनाया गया है, ताकि पंजाब में अनुसूचित जाति के वोटरों को गुमराह किया जा सके. उन्होंने कहा कि पंजाबी इस बात को भलीभांति समझते हैं. पढ़िए पंजाब बीजेपी चीफ से हुई बातचीत का संपादित अंश…

Q1. पंजाब के पहले दलित सीएम के तौर पर चरणजीत सिंह चन्नी की नियुक्ति को कांग्रेस मास्टर स्ट्रोक बता रही है.

अश्वनी शर्माः कांग्रेस ने पार्टी के भीतर चल रहे घमासान को खत्म करने के लिए यह फैसला लिया है. ये ऐसा मामला नहीं है कि कांग्रेस को दलितों से प्यार हो गया है. हरीश रावत का बयान देखिए कि चुनावों में नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी का चेहरा होंगे. इस बयान ने कांग्रेस के माइंडसेट को उजागर कर दिया है. चन्नी को चार महीने के लिए नाइटवॉचमैन बनाया गया है. और अनुसूचित जाति के वोटरों को गुमराह करने के लिए अफवाहें फैलाई जा रही हैं, ताकि वोट हासिल किया जा सके. ये असली नीयत है. लेकिन पंजाबी हर चीज समझते हैं. रावत के बयान से साफ हो गया है कि कांग्रेस अगला चुनाव कैसे लड़ेगी.

Q2. लेकिन कांग्रेस ने बाद में दिल्ली में कहा कि अगला चुनाव चन्नी और सिद्धू की साझी अगुवाई में लड़ा जाएगा…

अश्वनी शर्माः ये पूरी तरह डैमेज कंट्रोल है. लेकिन, वे अब भी स्पष्ट नहीं कर रहे हैं कि अगले चुनावों के लिए चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे या नहीं. वे ऐसा भी नहीं करेंगे. कांग्रेस क्या कहना चाहती है कि दोनों चेहरे होंगे? पिछले चुनाव में कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह का नाम आगे किया और चुनाव लड़ा. उस समय भी राज्य में सुनील जाखड़ प्रदेश अध्यक्ष थे. लेकिन, चुनाव अभियान का केंद्र कैप्टन अमरिंदर सिंह थे. ऐसे में 2022 के चुनाव में कांग्रेस की ओर से सबसे आगे कौन होगा. ये अभी तक क्लियर नहीं है. मुख्यमंत्री बनने पर हमने चन्नी को बधाई दी है. उनके साथ कई सारे विवाद भी जुड़े हुए हैं. लेकिन ये सही वक्त नहीं है, जिसे उछाला जाएगा. ये धीरे-धीरे सामने आएगा.

Q3. कैप्टन अमरिंदर सिंह के बयान को आप किस तरह देखते हैं कि उनके लिए अकाली दल को छोड़कर सभी विकल्प खुले हुए हैं. क्या कैप्टन की बीजेपी में दिलचस्पी है?

अश्वनी शर्माः मैं किसी भी काल्पनिक परिदृश्य से जुड़े सवाल का जवाब नहीं दूंगा. कैप्टन ने राजनीति में एक लंबा वक्त बिताया है और वे एक बड़े कद के नेता हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनका अपमान किया है – ऐसे में हर व्यक्ति को अपना रास्ता चुनने का अधिकार है. मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा. लेकिन कैप्टन ने सिद्धू के बारे में जो कहा और राष्ट्रीय सुरक्षा को जो खतरा बताया, वह महत्वपूर्ण है. कोई भी व्यक्ति राष्ट्रीय सुरक्षा से ऊपर नहीं हो सकता है और देश की संप्रुभता और अखंडता से ज्यादा महत्वपूर्ण कोई रिश्ता या दोस्ती नहीं हो सकती है. इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में सिद्धू के जाने और पाकिस्तानी सेना प्रमुख को गले लगाने के बारे में कैप्टन ने जो कहा- बीजेपी ने भी उस मामले को उठाया था.

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Q4. राष्ट्रवाद के मामले में बीजेपी और कैप्टन के विचार हमेशा मिलते रहे हैं.

अश्वनी शर्माः कैप्टन ने जब भी पंजाब के हित और राष्ट्रवाद के बारे में बोला है, चाहे वह पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर ही क्यों ना बोला हो. बीजेपी ने हमेशा उनके बयानों का स्वागत किया है. एक सैनिक के तौर पर उनका बैकग्राउंड उनके बयानों में हमेशा झलकता है कि राष्ट्र सर्वोपरि है.

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