राहुल गांधी को है युवा नेताओं की नई टीम की तलाश, कन्हैया कुमार से पूरी होगी कांग्रेस की आस? – Hindustan

कई राज्यों में आंतरिक कलह से जूझ रही कांग्रेस को पार्टी मजबूत करने के लिए अब ऐसे चेहरों की तलाश है, जो उसकी डगमगाती नैया को पार लगा दे। राहुल गांधी युवा नेताओं की नई टीम तलाश रहे हैं। इसी क्रम में जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार को शामिल करने को लेकर कांग्रेस नफा-नुकसान का आंकलन कर रही है। सूत्रों की मानें तो कन्हैया कुमार के बारे में कहा जा रहा है कि वह लगातार कांग्रेस के संपर्क में हैं और जल्द ही पार्टी में शामिल हो सकते हैं। 

सूत्रों ने कहा, ‘कन्हैया कुमार बिहार में पार्टी के एक महत्वपूर्ण युवा चेहरे के रूप में काम करेंगे और राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी भूमिका निभाएंगे।’ सूत्र की मानें तो कन्हैया कुमार ने हाल ही में इस मामले पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी। कन्हैया कुमार के करीबी सूत्रों ने दावा किया कि वह कई मौकों पर राहुल गांधी से मिले हैं। पार्टी में कन्हैया की भूमिका को लेकर चर्चा अंतिम चरण में है।

माना जा रहा है कि कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एक राष्ट्रीय आंदोलन की रणनीति बना रही है। इसके लिए प्रभावशाली युवाओं की पहचान की गई है और राहुल गांधी इन युवा नेताओं की एक टीम का गठन कर रहे हैं ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को मिले भारी वोट बेस का मुकाबला किया जा सके। 

राहुल तलाश रहे नए युवा चेहरे

इस साल की शुरुआत में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था। जितिन प्रसाद और सुष्मिता देव ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। एक ओर जहां जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए, वहीं देव तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का हिस्सा बन गईं। जब पार्टी के कई दिग्गज नेता साथ छोड़ रहे हैं, ऐसे में पार्टी को पुनर्जीवित करने और युवा चेहरों को सबसे आगे लाने के लिए राहुल गांधी गुजरात विधानसभा सदस्य (एमएलए) जिग्नेश मेवाणी सहित अन्य युवा नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं। 

राजद खेमा हो सकता है नाराज

सूत्रों ने एएनआई को यह भी बताया कि बिहार में कांग्रेस की सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कन्हैया कुमार के पार्टी में शामिल होने के बारे में हालिया घटनाक्रम को नकारात्मक रूप से देख रही है। इस बीच पार्टी के कुछ नेताओं की भी राय है कि 2016 में जेएनयू में ‘राष्ट्र-विरोधी’ नारे लगाने के कथित मामले में कन्हैया के जुड़ाव के कारण पार्टी में कुमार की एंट्री फायदेमंद नहीं हो सकती है। वर्तमान में कन्हैया भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं।

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