तेज प्रताप की कौन सी कमजोर नस दबा रखे हैं आकाश यादव? जिसकी खातिर मां, बाप, भाई सबसे पंगा ले रहे हैं लालू के लाल – Navbharat Times

बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी और राज्य की सत्ता पर 15 वर्षों तक काबिज रहने वाली पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में सियासी संग्राम मचा हुआ है। ऐसे देखा जाए तो RJD के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) और RJD के प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप (Tej Pratap Yadav) के बीच मुख्य संग्राम छिड़ा है, लेकिन निशाने पर एक-दूसरे के समर्थक भी आ रहे हैं। इस पूरे प्रकरण में एक नाम सबसे ज्यादा सामने आ रहा है वह है आकाश यादव। आरजेडी के भीतर और बाहर दोनों जगह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर आकाश यादव कौन है जिसकी खातिर तेज प्रताप यादव ना केवल जगदानंद सिंह जैसे वरिष्ठ समाजवादी नेता से नाराज हैं, बल्कि वह पिता लालू प्रसाद यादव, मां राबड़ी देवी, छोटे भाई तेजस्वी यादव को भी निशाने पर लेने से नहीं हिचक रहे हैं।

आकाश पर जगदानंद के ऐक्शन से तेजप्रताप तिलमिलाए



छात्र आरजेडी अध्यक्ष पद से आकाश यादव को हटाए जाने से नाराज तेजप्रताप यादव ने गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वे कोर्ट जाएंगे और जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक पार्टी के किसी गतिविधि में शामिल नहीं होंगे। तेजप्रताप ने सवाल किया, ‘किसी को पार्टी से हटाने से पहले आपने शोकाउज नोटिस क्यों नहीं भेजा। पार्टी और नियम के विरुद्ध जाकर प्रदेश अध्यक्ष ने यह कार्रवाई की है। बिना नियम कानून जाने कोई प्रदेश अध्यक्ष थोड़े ही बन जाता है।’ वहीं जगदानंद सिंह ने छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को तत्काल हटाकर नए छात्र नेता गगन कुमार को छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष घोषित कर दिया। उन्होंने ये भी कहा कि आकाश यादव की उन्होंने कभी छात्र आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष कभी नियुक्त ही नहीं किया, यह पद काफी से खाली था। बताया जाता है कि तेजप्रताप यादव ने आकाश यादव को यह पद सौंपा था।

भोले का भक्त बन तेज प्रताप के नजदीक आए आकाश!



हर तरफ एक ही सवाल है कि आखिर आकाश यादव लालू-राबड़ी के बेटे तेजप्रताप यादव के इतने करीब आए कैसे। आरजेडी के छात्र नेताओं से नवभारत टाइम्स.कॉम ने बातचीत की तो पता चला कि आकाश यादव और तेजप्रताप की नजदीकियों के पीछे भगवान शंकर हैं। यह बात कितनी सच है इसकी पुष्टि तो नहीं की जा सकती है, लेकिन आकाश यादव का फेसबुक और ट्विटर पेज खंगालने पर पता चलता है कि वह भगवान भोलेनाथ के भक्त हैं। इसके साथ ही तेज प्रताप यादव भी धार्मिक प्रवृत्ति के हैं इसकी झलक कई बार दिख चुकी है। तेज प्रताप यादव कई बार भगवान भोले शंकर की तरह ड्रेसअप पहनकर मीडिया के सामने आ चुके हैं।

आकाश यादव ऐसे बने तेज प्रताप यादव के खासमखास



माना जाता है कि पटना यूनिर्वसिटी के स्टूडेंट रहे आकाश यादव ने शुरुआत से ही भांप लिया था कि तेज प्रताप यादव धार्मिक प्रवृत्ति के हैं। धार्मिक बातों का सहारा लेकर ही आकाश यादव तेजप्रताप यादव के करीब पहुंचे। इसके बाद आकाश पार्टी के उन सारे कामों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते जिसमें तेज प्रताप यादव की दिलचस्पी होती। उदाहरण के तौर पर लॉकडाउन के दौरान लालू किचन खोलने का आइडिया हो या केंद्र सरकार के खिलाफ पटना में होने वाले आंदोलन हो। सभी मौकों पर तेज प्रताप यादव को खुश करने के लिए आकाश सारे इंतजाम करते। तेजप्रताप यादव की सभाओं में युवाओं की भीड़ जुटाते।

आकाश यादव के बर्थडे पार्टी तक में शामिल होते हैं तेज प्रताप यादव



बताया जाता है कि थोड़े ही वक्त में आकाश यादव ने तेज प्रताप यादव से काफी नजदीकियां बना ली। यहां तक कहा जाता है कि आकाश यादव के घर पर होने वाले बर्थडे प्रोग्राम तक में तेज प्रताप यादव शामिल होते हैं। यूं कहें कि तेज प्रताप यादव का आकाश यादव के घर आना जाना सामान्य बात है। पार्टी के भीतर के लोग ही बताते हैं कि तेजप्रताप यादव और आकाश यादव के बीच पार्टी कार्यकर्ता का नहीं बल्कि दोस्ती का रिश्ता बन चुका है।

खुद को मॉडल के रूप में पेश करते हैं आकाश यादव!



आकाश यादव का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म खंगालने पर पता चलता है कि भले ही वह गरीबी की बात करने वाली आरजेडी में हैं, लेकिन उनके शौक अमीरों के युवाओं की तरह हैं। यूं कहें कि आकाश यादव की तस्वीरें देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि वह खुद को मॉडल से कम नहीं समझते हैं। आकाश के सोशल मीडिया पेज पर उनके अलग-अलग पोज की तस्वीरें पोस्ट हैं। तस्वीरों में वह कभी डॉगी के साथ पोज दे रहे हैं तो कभी तेजप्रताप यादव के बगल में बैठकर टशन मारते देखे जा सकते हैं।

इस वजह से तेजस्वी यादव को खटकने लगे आकाश यादव



आकाश यादव, तेजप्रताप यादव के बेहद करीबी और दाहिना हाथ माना जाता है। तेजप्रताप यादव को जब छात्र आरजेडी की कमान मिली तो आकाश यादव को पिछले साल छात्र राजद के अध्यक्ष बनाया। जगदानंद सिंह जबसे प्रदेश अध्यक्ष बने तबसे छात्र आरजेडी के अध्यक्ष पद पर किसी का चयन नहीं किया था। 8 अगस्त को छात्र आरजेडी के पार्टी कार्यालय में हुए बड़ी बैठक में पार्टी कार्यालय के बाहर लगे बड़े-बड़े होर्डिंग्स में तेजस्वी की तस्वीर गायब थी। छात्र आरजेडी की बैठक आकाश यादव की ओर से बुलाई गई थी, जिसमें तेजप्रताप यादव ने पहुंचकर जगदानन्द सिंह को हिटलर तक बताया था। पूरे पटना में पोस्टर लगाने के बाद तेजस्वी यादव नाराज बताये गए थे। बैठक के बाद अगली सुबह आनन-फानन में होर्डिंग को हटाया गया और तेजस्वी की तस्वीर वाला होर्डिंग लगाया गया, जिसमें तेजप्रताप की तस्वीर गायब थी। जगदानंद सिंह और तेजस्वी की नाराजगी का नतीजा आकाश को छात्र आरजेडी से बाहर का रास्ता देखना पड़ा।

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