गोवा के द्वीप पर तिरंगा फहराने का विरोध, नौसेना ने रद्द किया कार्यक्रम तो CM बोले- हर कीमत पर फहराएंगे झंडा – Hindustan

गोवा के साओ जैसिटों द्वीप पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के विरोध का मामला गरमाता जा रहा है। राज्य के सीएम ने साफ किया है कि स्वतंत्रता दिवस के दिन किसी भी कीमत पर द्वीप पर राष्ट्रीय ध्वज फरहाया जाएगा। इससे पहले नौसेना ने कहा है कि उसने स्वतंत्रता दिवस पर दक्षिण गोवा के साओ जैसिंटो द्वीप पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की अपनी योजना को स्थानीय निवासियों के विरोध के बाद रद्द कर दिया है। हालांकि, राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने नौसेना अधिकारियों से तिरंगा फहराने के कार्यक्रम को जारी रखने का अनुरोध किया है और द्वीपवासियों को चेतावनी दी कि भारत विरोधी गतिविधियों से सख्ती से निपटा जाएगा।

साओ जैसिंटो के निवासियों ने यह स्पष्ट किया है कि उन्होंने झंडा फहराने का विरोध नहीं किया है, लेकिन उन्हें डर है कि रविवार को प्रस्तावित नौसेना का कार्यक्रम इस द्वीप को प्रमुख बंदरगाह प्राधिकरण अधिनियम, 2020 के तहत भविष्य में अपने अधिकार में लेने का केंद्र सरकार का प्रयास हो सकता है। राज्य के सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि द्वीप पर हर सूरत में झंडा फहराया जाएगा और उन्होंने कार्यक्रम के लिए नौसेना को हर संभव मदद का भरोसा दिया। अधिकारियों ने बताया कि आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्सव के तहत रक्षा मंत्रालय ने 13 से 15 अगस्त के बीच देश भर के द्वीपों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की योजना बनाई है।’
     
गोवा में दाबोलिम के पास नौसेना के आईएनएस हंस बेस के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा था कि गोवा नौसेना क्षेत्र की एक टीम ने इस अखिल भारतीय पहल के तहत साओ जैसिंटो द्वीप सहित गोवा के द्वीपों का दौरा किया। उन्होंने कहा, जैसिंटो द्वीप पर योजना को रद्द करना पड़ा क्योंकि निवासियों ने इसका विरोध किया था। यह द्वीप तटीय राज्य के दक्षिण गोवा जिला में वास्को शहर के पास है।
     
नौसेना के अधिकारी ने कहा कि 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में लोगों में देशभक्ति की भावना को भरने और कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य से राष्ट्रव्यापी ‘आजादी का अमृत महोत्सव पहल शुरू की गई है। जिस जगह पर नौसेना झंडा फहराने का कार्यक्रम करने वाली थी, उस जमीन के मालिक एंथनी रोड्रिग्ज ने कहा कि कार्यक्रम के लिए वह पहले ही नौसेना को अपनी स्वीकृति दे चुके हैं लेकिन कुछ स्थानीय लोगों ने कार्यक्रम को लेकर आपत्ति जताई है। 

उन्होंने कहा, ‘कई स्थानीय निवासी मेरे आवास पर आए और मुझसे कहा कि मैंने झंडा फहराने के कार्यक्रम के लिए अनुमति क्यों दी। आपत्ति यह है कि नौसेना भविष्य में द्वीप को अपने नियंत्रण में ले सकती है। इसलिए मैंने नौसेना को स्थानीय लोगों की आपत्तियों से अवगत कराया।’
    
इस द्वीप के एक अन्य निवासी कस्टोडियो डिसूजा ने कहा कि मुद्दा झंडा फहराने का नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अगर नौसेना हमारे स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में शामिल होती है तो हमें इसमें कोई परहेज नहीं है। द्वीप के लोगों को चिंता है कि केंद्र सरकार प्रमुख बंदरगाह प्राधिकरण अधिनियम, 2020 के तहत भविष्य में द्वीप को अपने नियंत्रण में ले सकती है।’
     
डिसूजा ने कहा कि निवासियों को चिंता है कि इस कानून के तहत मरमुगाओ पत्तन न्यास द्वीप को अपने नियंत्रण में ले सकता है। उन्होंने याद किया कि द्वीप के निवासियों ने कुछ साल पहले संकल्प किया था कि वे किसी को भी अपनी जमीन नहीं बेचेंगे। एक अन्य निवासी ने बताया, ‘हमलोग किसी भी परिस्थिति में अपने द्वीप की रक्षा करना चाहते हैं। हमें तटीय जोन प्रबंधन योजना समेत विभिन्न हलकों से धमकियां मिल रही हैं।’
    
झंडा फहराने के कार्यक्रम को रद्द करने के संबंध में नौसेना की घोषणा पर प्रतिक्रिया करते हुए मुख्यमंत्री सावंत ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ”यह दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है कि जैसिंटो द्वीप पर कुछ लोग नौसेना के झंडा फहराने के कार्यक्रम पर आपत्ति कर रहे हैं। मैं इसकी निंदा करता हूं और बताना चाहता हूं कि उनकी सरकार इस तरह के कृत्यों को बर्दाश्त नहीं करेगी।’

उन्होंने कहा, ‘मैंने नौसेना से अपनी मूल योजना पर आगे बढ़ने का अनुरोध किया है और गोवा पुलिस से उन्हें पूरा सहयोग किए जाने का भरोसा दिया है। भारत विरोधी इस तरह के प्रयास से सख्ती से निपटा जाएगा। हमेशा राष्ट्र प्रथम रहेगा।’सलगांव में शनिवार को आयोजित एक रैली से इतर मुख्यमंत्री ने कहा, ”झंडा फहराने का कार्यक्रम किसी भी कीमत पर होगा और मैंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है वहां झंडा फहराने का कार्यक्रम हो।’
     

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