एमपीः असेंबली ने जारी की बुकलेट, पप्पू, तानाशाह, मि. बंटाधार जैसे शब्दों के इस्तेमाल पर रोक
बुकलेट में करीब 1100 से ज्यादा शब्द शामिल किए गए हैं जिन्हें सदन में नहीं बोलने को कहा गया है।
भोपाल | Updated: August 8, 2021 10:31 PM
9 अगस्त से मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत होगी। मानसून सत्र के शुरुआत से पहले मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से एक बुकलेट जारी किया गया है। जिसमें विधायकों को पप्पू, तानाशाह, मि. बंटाधार जैसे अमर्यादित और असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने को कहा गया है। इस बुकलेट में करीब 1100 से ज्यादा शब्द शामिल किए गए हैं जिन्हें सदन में नहीं बोलने को कहा गया है।
विधानसभा की तरफ से जारी किए गए इस 38 पेज के बुकलेट में अधिकांश हिंदी के वैसे शब्द हैं जिसका प्रयोग सदन के माननीय अपने भाषण के दौरान विरोधी दलों के लिए किया करते थे। मध्यप्रदेश विधानसभा 1954 से ही ऐसे असंसदीय शब्दों का संग्रह कर रही थी। अभी तक संग्रह हुए शब्दों को एक जगह इक्कठा कर एक पुस्तक का रूप दिया गया है।
रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में यह बुकलेट जारी किया गया। बुकलेट जारी होने के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कई बार सदन के सदस्य बोलने के दौरान इस तरह के असंसदीय शब्दों का प्रयोग कर देते हैं। अब इस बुकलेट के जरिए सदन के सदस्यों को असंसदीय शब्दों के बारे में जानकारी मिलेगी और इससे उन्हें लाभ होगा।
बुकलेट के अनुसार बंधुआ मजदूर, चमचा, चापलूस, नौटंकी, गोबर गणेश, दिमाग खराब है, अंगूठा छाप, गुलामों की फौज, फर्जी पत्रकार, औकात, नक्सलवादी, सड़क छाप जैसे शब्दों का प्रयोग सदन में नहीं किया जा सकेगा। अगर इन शब्दों का प्रयोग विधायकों द्वारा किया जाएगा तो तुरंत ही ऐसे शब्दों को सदन की कार्यवाही से हटा दिया जाएगा।