- Hindi News
- Local
- Mp
- Wearing A Life Jacket, Crossed The Sweltering Sindh And Reached Kotra Village; If Trapped In The Middle Of The Water, Rescue Had To Be Done With The Help Of Helicopter
मध्य प्रदेश2 घंटे पहले
बाढ़ में फंसे गृहमंत्री को हेलिकॉप्टर की सहायता से सुरक्षित निकाला गया।
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा बुधवार को दतिया के बाढ़ प्रभावित गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने पहुंचे थे, लेकिन वे खुद फंस गए। बाद में एयरफोर्स की टीम ने उन्हें एयरलिफ्ट कर बाहर निकाला।
नरोत्तम मिश्रा दतिया में NDRF की मोटर बोट में लाइफ जैकेट पहन कर बाढ़ प्रभावित कोटरा गांव पहुंचे थे। यहां उन्होंने एक घर में कुछ लोगों को फंसे हुए देखा तो खुद घर की छत पर चले गए। SDRF ने यहां से सभी को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन गृहमंत्री फंस गए।
इस बीच पानी का बहाव इतना तेज था कि मोटर बोट जाने की स्थिति में नहीं थे। बाद में एयरफोर्स की टीम ने गृह मंत्री को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया। मंत्री से पहले चार ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बोट से कोटरा गांव पहुंचे थे।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया और डबरा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई और बोट के जरिए दौरा कर रहे थे। जहां उन्होंने दतिया की नदियों में बढ़ रहे जलस्तर का जायजा भी लिया है। इस दौरान बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनके भोजन-आवास की समुचित व्यवस्था को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सिंध नदी में बाढ़ के चलते नदी के किनारे स्थित गांव बुरी तरह प्रभावित है। सेना और वायुसेना बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है।
सिंध नदी का पानी किनारे पर बसे गांवों में घुस गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने से इंदरगढ़ क्षेत्र के रूर और कुलैथ गांवों के बीच संपर्क टूट गया है। कई अन्य गांव भी एक-दूसरे से कट गए हैं। मंगलवार को लमकना टापू क्षेत्र में डारों ओर पानी बढ़ने से कई लोग इसमें फंस गए। महुअर नदी में उफान से पानी तेजी से बढ़ा और लोग टापू पर घिर गए। बड़ोनी पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर उन्हें सुरक्षित निकाला।
रेस्क्यू किए जाने के बाद गृहमंत्री तबाही के मंजर को देखते रहे।
शिवपुरी डैम से पानी छोड़ने पर उफनाई सिंध नदी
शिवपुरी डैम से छोड़े गए पानी की वजह से दतिया में सिंध नदी भी उफान पर है। इसी सिंध नदी पर रतनगढ़ माता मंदिर के नीचे पुल बना हुआ था। नदी में पानी का बहाव इतना तेज था कि पुल इसका दबाव सहन नहीं कर सका और तिनके की तरह पुल गया। इस पुल के ढहने की तस्वीर वहां मौजूद कुछ लोगों ने अपने मोबाइल में भी कैद कर ली।