यूपी चुनावः ब्राह्मणों के एनकाउंटर का बदला लेने का आ गया है समय- राम की नगरी में बोले BSP नेता; ये है प्लान – Jansatta

अयोध्या में ब्राह्मणों का सम्मेलन कर रही बसपा के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने यहां तक कह डाला कि अब ब्राह्मणों के एनकाउंटर का बदला लेने का समय आ गया है। उन्होंने विकास दुबे के शूटर अमर दुबे का भी जिक्र किया।

अयोध्या में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा। क्रेडिट- ट्विटर हैंडल @KumarSudeshArya

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी ने इस बार दलितों के साथ ब्राह्मणों को भी जोड़ने की योजना बनाई है। शुक्रवार को बीएमसी ने अयोध्या से ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत कर दी। इस मौके पर वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने लोगों को संबोधित किया और यहां तक कह डाला कि अब ब्राह्मणों के एनकाउंटर का बदला लेना का समय आ गया है। हालांकि इस कार्यक्रम का नाम बदलकर ‘प्रबुद्ध वर्ग संवाद सुरक्षा सम्मान विचार गोष्ठी’ कर दिया गया था।

लोगों को संबोधित करते हुए मिश्रा ने कहा कि आज से शंखनाद हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर ब्राह्मणों का साथ मिला तो यूपी में बसपा की सरकार बनेगी और भव्य मंदिर भी हमारी सरकार में बनेगा। बता दें कि सतीश चंद्र मिश्रा सरयू आरती में भी शामिल हुए और हनुमानगढ़ी में दर्शन करने भी पहुंचे। उनके आने पर जब महंत राजू दास पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मायावती यह सब राजनीतिक ड्रामा चुनाव जीतने के लिए कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मायावती की पार्टी हमेशा ब्राह्मणों की विरोधी रही है और मंदिर में जाने का विरोध करती रही है।

भाजपा पर वार
सतीश मिश्रा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी ब्राह्मणों को गुलदस्ता देने के लिए रखती है। शोकेस की तरह। उन्होंने कहा कि हम दिखावे की पंडिताई नहीं करते बल्कि जन्म से ब्राह्मण हैं। मायावती की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने गणेश जी की मूर्ति हाथ में लेकर नारा दिया था- हाथी नहीं गणेश हैं, ब्रह्मा विष्णु महेश हैं। मायावती ने 15 ब्राह्मणों को मंत्री बनाया था और 35 को चेयरमैन बनाया था। उन्होंने यह भी कहा कि इस सरकार में ब्राह्मणों और दलितों को चिह्नित किया गया है। जिन ब्राह्मणों को मारा गया है, उनका बदला लेने का वक्त आ गया है।

शूटर अमर दुबे की पत्नी का जिक्र
बिकरू कांड के बाद एनकाउंटर में मारे गए विकास दुबे के शूटर अमर दुबे की पत्नी का जिक्र करते हुए मिश्रा ने कहा कि नाबालिग को किस अपराध में जेल भेज दिया गया। जबकि शादी के कुछ दिनों के बाद ही उसके पति का एनकाउंटर कर दिया गया। उनहोंने कहा कि अमर दुबे की पत्नी खुशी के साथ साजिश की गई।

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