Schools Reopening : तीसरी लहर की आशंका के बीच ICMR ने स्कूल खोलने का दिया सुझाव, जानें अभी किस राज्य में क्या है स्थिति, क्या है प्लान – Navbharat Times

हाइलाइट्स

  • आईसीएमआर ने सबसे पहले प्राइमरी और फिर सेकंडरी स्कूल खोलने का दिया सुझाव
  • तीसरी लहर की आशंका के बीच आईसीएमआर ने अपनी सिफारिश का बताया वैज्ञानिक आधार
  • देश के कुछ राज्यों में बड़े बच्चों के लिए खुल चुके हैं स्कूल तो कुछ राज्यों में चल रही इसकी तैयारी
  • अभी भी कई राज्य स्कूल खोलने को लेकर असमंजस में, तीसरी लहर की आशंका की वजह से फूंक-फूंककर उठा रहे कदम

नई दिल्ली
कोरोना महामारी के बीच लाखों लोगों के जेहन में जो सवाल सबसे ज्यादा कौंध रहे होंगे, वह हैं बच्चों के स्कूल खुलने को लेकर। बच्चों के स्कूल आखिर कब खुलेंगे और क्या तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच आने वाले समय में उन्हें खोलना सुरक्षित रहेगा? इस तरह के सवाल उठने स्वाभाविक हैं। कुछ राज्यों में 9वीं से ऊपर के बच्चों के लिए स्कूल खुल गए हैं तो कुछ राज्यों में इसकी तैयारी चल रही है। लेकिन प्राइमरी लेवल के स्कूल अभी नहीं खुले हैं। इस बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने मंगलवार को स्कूलों को खोलने को लेकर एक बहुत अहम सुझाव दिया। क्या है यह सुझाव और स्कूलों को खोलने को लेकर किस राज्य का क्या है हाल, कैसी है तैयारियां, आइए समझते हैं।

सबसे पहले बात आईसीएमआर के उस अहम सुझाव के बारे में करते हैं जो स्कूलों को लेकर दिया गया है। कोरोना महामारी में अबतक सरकारें बड़े बच्चों के स्कूलों को खोलने को तरजीह देती रही हैं लेकिन छोटे बच्चों यानी नर्सरी से 5वीं या 8वीं तक के स्कूलों को खोलने से बचती रही हैं। लेकिन आईसीएमआर की राय इसके ठीक उलट है। आईसीएमआर ने कहा है कि कुछ एहतियात के साथ पहले प्राइमरी स्कूल खोले जा सकते हैं और फिर सेकंडरी स्कूल खोले जाने चाहिए। हालांकि यह फैसला जिला और राज्य स्तर पर लिया जाएगा और कई फैक्टर्स पर निर्भर करेगा।

School Opening News: ICMR ने दी सलाह, पहले खोले जाएं प्राइमरी स्कूल, फिर सेकंडरी पर विचार
क्या छोटे बच्चों के लिए स्कूल खोलना रहेगा सुरक्षित?
आईसीएमआर चीफ ने साथ में यह भी बताया कि क्यों बच्चों के स्कूल पहले खोले जाने चाहिए, उनके सुझाव के पीछे वैज्ञानिक आधार क्या है। डॉक्टर भार्गव ने बताया कि छोटे बच्चे वायरस को आसानी से हैंडल कर लेते हैं। उनके लंग्स में वह रिसेप्टर कम होते हैं जहां वायरस जाता है। सीरो सर्वे में देखा गया है कि 6 से 9 साल के बच्चों में लगभग उतनी ही एंटीबॉडी दिखी जितनी बड़ों में है। डॉ. भार्गव ने कहा कि यूरोप के कई देशों में प्राइमरी स्कूल बंद ही नहीं किए थे। कोरोना की किसी भी लहर में स्कूल बंद नहीं किए गए थे। लिहाजा पहले प्राइमरी स्कूल खोले जा सकते हैं। हालांकि, साथ में उन्होंने यह भी कहा कि टीचर से लेकर सभी सपोर्ट स्टाफ पूरी तरह वैक्सिनेटेड हों तभी स्कूल खोले जाने जाहिए।

एम्स डायरेक्टर गुलेरिया भी दे चुके हैं स्कूल खोलने का सुझाव
एम्स डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया तो पिछले महीने ही स्कूलों को खोलने की हिमायत की थी। उन्होंने कहा था कि बच्चों को कोरोना का खतरा ज्यादा नहीं होता है लिहाजा स्कूल खोले जा सकते हैं। एक दिन पहले भी उन्होंने कहा कि 5 प्रतिशत से कम संक्रमण दर वाले जिलों में स्कूलों को खोलने की योजना बनाई जा सकती है।

image

School Reopening News : हरियाणा, महाराष्ट्र और बिहार में खुल गए स्कूल, जानें दिल्ली समेत अन्य राज्यों में क्या है हाल
ये बातें जगा रहीं उम्मीद
मंगलवार को ही चौथे सीरो सर्वे के नतीजे भी जारी किए गए। देशभर के 70 जिलों में किए गए सर्वे के मुताबिक दो तिहाई से ज्यादा आबादी में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी पाई गई। 6 से 9 साल के बच्चों में 57.2 पर्सेंट में एंटीबॉडी मिली जबकि 10 से 17 साल के बच्चों में 61.6 पर्सेंट में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी पाई गई। इसका मतलब है कि बड़ी तादाद में बच्चें कोरोना से संक्रमित होकर ठीक भी हो चुके हैं और अभी उनके शरीर में इसके खिलाफ इम्युनिटी मौजूद है। यह बात उम्मीद जगाने वाली है।

तीसरी लहर का जोखिम भी, इसलिए सावधानी जरूरी
देश में कोरोना की दूसरी लहर मंद पड़ रही है लेकिन तीसरी लहर की आशंका भी सता रही है। एक्सपर्ट्स तो यह तक कह चुके हैं कि कोरोना की तीसरी लहर आएगी, जरूर आएगी, बस उसकी टाइमिंग के बारे में अभी कुछ भी निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता। हायर सीरो प्रिवलेंस एक शुभ संकेत जरूर है लेकिन जिस तरह वायरस के नए वेरिएंट ठीक हो चुके लोगों और वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी चपेट में ले रहे हैं, उसे देखते हुए काफी एहतियात और सोच-विचार के बाद ही स्कूलों को खोलने का फैसला होना चाहिए। यही वजह है कि राज्य प्राइमरी और जूनियर स्कूलों को खोलने से हिचक रहे हैं।

image

4th Sero Survey : देश की करीब 40 करोड़ आबादी को अब भी है कोरोना से संक्रमण का खतरा, ICMR के चौथे सीरो सर्वे की मुख्य बातें
राज्य जहां खुल चुके हैं स्कूल
आइए देखते हैं कि स्कूलों को खोलने को लेकर देशभर के राज्यों का क्या प्लान है। कुछ राज्य तो बड़े बच्चों के स्कूलों को खोल भी चुके हैं।

– महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में 15 जुलाई से 8वीं से 12वीं तक के स्कूल खोले जा चुके हैं
– हरियाणा में 16 जुलाई से 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खुल चुके हैं, 23 जुलाई से छठी से आठवीं तक के स्कूलों को भी खोलने की तैयारी है
-गुजरात में 15 जुलाई से 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल खुल चुके हैं
-बिहार में 12 जुलाई से 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल खोले गए
– हिमाचल में 19 जुलाई से नौवीं से लेकर 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोले जा चुके हैं

image

DNA Vaccine for Covid : भारत के पास जल्द होगी दुनिया की पहली DNA आधारित कोरोना वैक्सीन, चल रहा है तीसरे फेज का क्लीनिकल ट्रायल
राज्य जहां स्कूल खोलने की चल रही तैयारी
कई ऐसे राज्य हैं जहां इसी महीने या अगले महीने से स्कूल खोलने का फैसला लिया गया है।

-एमपी में 26 जुलाई से 11वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खुलेंगे
-आंध्र प्रदेश में 16 अगस्त से पहली कक्षा से लेकर 12वीं तक के स्कूल खोले जाएंगे
-तेलंगाना में भी 16 अगस्त से चरणबद्ध तरीके से खुलने जा रहे स्कूल, सबसे पहले आठवीं से ऊपर के बच्चों के लिए खुलेंगे स्कूल
-ओडिशा में 26 जुलाई से 10वीं से लेकर 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए स्कूल खुल जाएंगे

image

Covid death due to Oxygen Shortage : कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सिजन की कमी से एक भी मौत की सूचना नहीं, सरकार ने संसद में दिया जवाब
राज्य जो स्कूलों को खोलने को लेकर अब भी असमंजस में
कई राज्य ऐसे हैं जो स्कूलों को खोलने पर कोई फैसला नहीं ले पाए हैं। इन राज्यों में दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ जैसे राज्य शामिल हैं। यूपी में 1 जुलाई से स्कूल सिर्फ टीचर्स और स्टाफ के लिए ही खोले गए हैं, बच्चे अभी घर पर ही ऑनलाइन क्लास कर रहे हैं।

schools


Related posts