राम जन्मभूमि ट्रस्ट के पास 4000 करोड़ रुपए, पर फैसलों पर नहीं ली जा रही राय? योगी ने मांगी रिपोर्ट – Jansatta

बताया गया है कि ट्रस्ट के कुछ सदस्यों ने जमीन सौदों को लेकर भी ऐतराज जताया है। कई लोगों ने तो ट्रस्ट के सदस्य ट्रस्टी अनिल मिश्रा की भूमिका पर भी नाखुशी जाहिर की है।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से जमीन खरीदे जाने पर उठा विवाद। (फोटो- PTI)

श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से संबंधित एक जमीन सौदे में लगे भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर अब आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है। जहां एक तरफ दो करोड़ की जमीन को ट्रस्ट की ओर से 18.5 करोड़ में खरीदने पर ट्रस्ट के सदस्यों के बीच ही घमासान की स्थिति पैदा हो गई है, वहीं योगी सरकार ने भी इस पूरे मामले में रिपोर्ट तलब की है।

महासचिव चंपतराय चौतरफा आरोपों में घिरे: तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास पिछले करीब एक साल से बीमार चल रहे हैं। इस बीच उनके उत्तराधिकारी कमलनयन दास ने कहा है कि पिछले एक साल से ट्रस्ट में जो कुछ भी हो रहा है, उसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। बताया गया है कि ट्रस्ट के पास जनता के चार हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि मौजूद है। हालांकि, कमलनयन का कहना है कि ट्रस्ट में जो कुछ भी हो रहा है उसकी जानकारी अध्यक्ष को ही नहीं दी जा रही। रविवार को करीब एक साल बाद ट्रस्ट के सदस्यों ने महंत गोपालदास से आशीर्वाद लिया था। कमलनयन ने सारे फैसले महासचिव चंपतराय की ओर से लिए जाने की बात कही।

बताया गया है कि ट्रस्ट के कुछ सदस्यों ने जमीन सौदों को लेकर भी ऐतराज जताया है। कई लोगों ने तो ट्रस्ट के सदस्य ट्रस्टी अनिल मिश्रा की भूमिका पर भी नाखुशी जाहिर की है। दरअसल, जिस हरीश पाठक-कुसुम पाठक और सुल्तान अंसारी-रवि मोहन तिवारी के बीच बैनामे के सामने आने के बाद जमीन के लेन-देन पर विवाद उठा है, उसमें अनिल मिश्रा गवाह बने हैं। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के दो सदस्य इसे लेकर नाराज बताए गए हैं।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का जमीन खरीद विवाद, जानें सबकुछ

योगी सरकार ने राजस्व विभाग से ली जानकारी: रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राजस्व विभाग के अधिकारियों से इस पूरे मामले की जानकारी ली है। इस मामले में रिपोर्ट भी तलब की गई है। बताया गया है कि इस पूरे सौदे पर आयकर विभाग ने भी नजर जमाई है। दरअसल, मौजूदा समय में जमीन का सर्किल रेट 5.79 करोड़ रुपए है। ऐसे में खरीदने वालों पर इसी एवज में आय के आधार पर 30 फीसदी टैक्स और बेचने वालों पर 20 फीसदी की दर से कैपिटल गेन टैक्स लगेगा।

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