संस्था का कहना है कि रामदेव ने एपिडमिक डिसीज एक्ट, डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के साथ जालसाजी की है। लिहाजा उनके खिलाफ केस दर्ज करते कार्रवाई की जाए। शिकायत संस्था के महासचिव डॉ. जयेश लेले की तरफ से दी गई।
IMA (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) ने योगगुरु बाबा रामदेव के खिलाफ दिल्ली के IP एस्टेट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। संस्था का कहना है कि रामदेव ने एपिडमिक डिसीज एक्ट, डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के साथ जालसाजी की है। लिहाजा उनके खिलाफ केस दर्ज करते कार्रवाई की जाए। पुलिस को दी गई शिकायत संस्था के महासचिव डॉ. जयेश लेले की तरफ से दी गई।
पुलिस के दी शिकायत में बाबा रामदेव के असली नाम का भी जिक्र है। IMA की चिट्ठी में बाबा रामदेव (राम किस यादव) का पता उत्तराखंड बताया गया है। डॉ. जयेश लेले के मुताबिक उनका दफ्तर आईपी एस्टेट थाने के इलाके में है। इसीलिए संस्था की तरफ से वो इस थाने में अपनी शिकायत दर्ज करा रहे हैं। संस्था का दावा है कि वो एडवांस मेडिकल साइंस के उत्थान के लिए काम कर रही है। इसके साथ वो पब्लिक हेल्थ व मेडिकल एजुकेशन को समृद्ध बनाने में भी जुटी है। संस्था के मुताबिक उसका ध्येय मेडिकल प्रोफेशन के हितों की देखभाल के साथ अपने सदस्यों में तालमेल स्थापित करना भी है।
इससे पहले बुधवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की उत्तराखंड शाखा ने बाबा रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजा था। संस्था ने पीएम मोदी को भी पत्र लिखकर रामदेव पर एक्शन लेने का अनुरोध किया है। आईएमए ने कहा है कि बाबा रामदेव कोरोनिल को बेचने के लिए फर्जी बयानबाजी कर रहे हैं जबकि डॉक्टर दिन रात अपने फर्ज में जुटे हुए हैं।
बाबा रामदेव के दो वीडियो वायरल होने के बाद एसोसिएशन ने उनको कानूनी नोटिस भेजकर 1000 करोड़ रुपये का दावा ठोका। उधर, बाबा रामदेव ने भी 25 सवाल पूछ कर थम रहे विवाद में फिर से जान डाल दी। आईएमए के उत्तराखंड शाखा के सचिव डॉ अजय खन्ना ने अपने वकील के जरिए बाबा रामदेव को नोटिस भेजा।
नोटिस में लिखा है कि उत्तराखंड में दो हजार डॉक्टर कार्यरत हैं। रामदेव के बयानों से डॉक्टरों की छवि धूमिल हुई। डॉक्टरों ने मांग की है कि 15 दिन के अंदर या तो आप वीडियो क्लिप के जरिये या लिखित में वो माफी मांगे अन्यथा उन पर सीआरपीसी की धारा 499 और धारा 500(मानहानि के प्रावधान) के तहत 1000 करोड़ रुपये के हर्जाने का दावा पेश किया जाएगा।