इजराइल-फिलिस्तीन के खूनी संघर्ष में बढ़ता जा रहा मौत का आंकड़ा, गाजा में 65 मरे – Hindustan हिंदी

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच खूनी संघर्ष के बीच, गाजा में मौत का आंकड़ा 65 तक पहुंच गया है, और इसराइल में ये 7  है। अल जज़ीरा ने बताया कि गाजा पट्टी पर भारी बमबारी जारी रही, जिसमें हमारे वरिष्ठ सदस्यों के साथ इजरायल के हवाई हमले में हमास गाजा के सिटी कमांडर बसीम इस्सा की मौत हो गई है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार गाजा में 16 बच्चों और पांच महिलाओं सहित मरने वालों की संख्या बढ़कर 65 तक पहुंच गई। 86 बच्चों और 39 महिलाओं सहित कम से कम 365 लोग घायल हुए हैं।

माना जा रहा है कि हालात और खराब हो सकते हैं। इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्स ने बुधवार शाम को कहा- हमारी सेना के गाजा पट्टी और फलस्तीन में हमले बंद नहीं होंगे। हम अब तब तक रुकने को तैयार नहीं हैं, जब तक दुश्मन को पूरी तरह शांत नहीं कर देते। इसके बाद ही अमन बहाली पर कोई बात होगी। इजरायल अब लंबे समय तक शांति कायम करने के उपाय करके ही रहेगा। उधर, हमास के नेता हानिया ने कहा कि अगर इजरायल जंग बढ़ाना ही चाहता है तो हम भी रुकने को तैयार नहीं हैं। चरमपंथियों ने चेतावनी दी है कि वे इजरायलियों की जिंदगी नर्क कर देंगे।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की दोनो पक्षों से तनाव कम करने की अपील

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से तनाव कम करने की अपील की है।उन्होंने इस बात पर चिंता जताई है कि कहीं स्थिति नियंत्रण से बाहर न हो जाए। संयुक्त राष्ट्र के मध्य पूर्व शांति राजदूत टॉर वेनेसलैंड ने कहा है कि दोनों पक्ष इसे व्यापक युद्ध की ओर ले जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा है कि वे हिंसा को लेकर काफी चिंतित हैं। 

इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार: अमेरिका

वहीं अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा है कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है, लेकिन फ़लस्तीनी लोगों को अपनी सुरक्षा का अधिकार है। जर्मनी ने भी कहा है कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के प्रवक्ता स्टीफन सीबेरट ने कहा कि गाजा से इजरायल पर हो रहे हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। इसे कहीं से भी उचित नहीं ठहराया जा सकता। 

तुर्की ने कहा- इजरायल को सबक सिखाना होगा

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि फलस्तीनियों के प्रति इजरायल के रवैये के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को उसे कड़ा और कुछ अलग सबक सिखाना’ चाहिए। एर्दोगन के बयान से इस विवाद के बड़ा रूप लेने की अटकलें तेज हो गई हैं। वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इजरायल और फलस्तीन से तुरंत हमले रोकने की अपील की है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को शांति से बैठकर उभरते मुद्दों का हल करना चाहिए।

हमास ने तीन दिन में एक हजार से ज्यादा रॉकेट दागे

इजरायल ने बताया कि हमास के चरमपंथियों ने सोमवार से अब तक गाजा से देश पर 1050 रॉकेट दागे हैं। इनमें से 850 इजरायल में गिरे हैं, जबकि करीब 200 को इजरायल की के डोम एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया। वहीं इजरायल ने सैकड़ों हवाई हमले में गाजा में दो टावर को ध्वस्त कर दिया हैं। माना जा रहा है कि इन टावरों में ही हमास के शीर्ष कमांडर मौजूद थे। इजरायल ने पहले चेतावनी देते हुए गोलियां चलाईं ताकि नागरिक टावर छोड़कर जा सकें लेकिन बाकी संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा। गाजा पर फलस्तीनी चरमपंथी गुट हमास का नियंत्रण है। दूसरी ओर हमास का कहना है कि दुश्मनों ने आवासीय टॉवर्स को निशाना बनाकर हमें उकसाया है।

लॉड शहर में आपातकाल लगा

इस बीच इजरायली शहर लॉड में इजरायली अरबों ने हिंसक प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके और जवाब में पुलिस ने स्टन ग्रेनड का इस्तेमाल किया। मंगलवार रात को इजरायली प्रधानमंत्री ने लॉड में इमरजेंसी की घोषणा की। 1966 के बाद ये पहली बार हुआ है कि सरकार ने अरब समुदाय के ख़िलाफ़ आपातकालीन अधिकारों का इस्तेमाल किया है। नेतन्याहू लॉड भी गए और शांति की अपील की। लेकिन साथ ही ये भी कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी, तो कर्फ़्यू भी लगाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि यहूदियों के कई प्रार्थना स्थलों और दूकानों में आग लगा दी गई। वहीं एक अरब निवासी की कार पर पत्थर बरसाए गए।

लॉड में गृहयुद्ध जैसे हालात

लॉड के मेयर याएर रेविवो ने कहा है कि सभी इजरायलियों को ये जानना चाहिए कि यहां नियंत्रण पूरी तरह ख़त्म हो गया है। लॉड में गृह युद्ध शुरू हो गया है। इजरायल के अन्य शहरों से भी तनाव की रिपोर्टें हैं, जहां इजरायली अरब की आबादी है। इसके अलावा पूर्वी येरुशलम और पश्चिम तट में भी तनाव है।

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