हेल्थ डेस्क, अमर उजाला, मॉस्को
Published by: सोनू शर्मा
Updated Thu, 06 May 2021 06:47 PM IST
सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन
– फोटो : iStock
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आरडीआईएफ ने एक बयान में कहा कि स्पुतनिक लाइट ने दो खुराक वाली स्पूतनिक-वी, जिसका प्रभावकारिता 91.6 फीसदी है, की तुलना में 79.4 फीसदी प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया है। माना जा रहा है कि इस वैक्सीन के लाइट वर्जन से टीकाकरण को गति मिलेगी और यह महामारी को फैलने से रोकने में मदद करेगा। आरडीआईएफ ने बताया कि इस एक खुराक वाले टीके की कीमत 10 डॉलर यानी करीब 737 रुपये से भी कम है।
आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किरिल दिमित्रिव ने दावा किया है कि स्पूतनिक लाइट वैक्सीन अस्पताल में भर्ती होने वाले गंभीर मामलों की संभावना को काफी कम कर देता है। उनका यह भी दावा है कि यह कोरोना वायरस के सभी नए वैरिएंट्स के खिलाफ भी प्रभावी साबित हुआ है।
Introducing a new member of the Sputnik family – a single dose Sputnik Light! It’s a revolutionary 1-shot #COVID19 vaccine with 80% efficacy – higher than many 2-shot vaccines. Sputnik Light will double vaccination rates and help to handle epidemic peaks: Sputnik V pic.twitter.com/zw6JrywUOp
— ANI (@ANI) May 6, 2021
स्पुतनिक-वी की इस लाइट वर्जन कोरोना वैक्सीन को भी मॉस्को के गमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ने तैयार किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस की दो खुराक वाली स्पुतनिक-वी को अब तक 60 से भी अधिक देश इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे चुके हैं। इसमें भारत भी शामिल है। वैक्सीन की पहली खेप भारत पहुंच भी चुकी है। बीते शनिवार को ही रूसी विमान वैक्सीन की डेढ़ लाख खुराक लेकर हैदराबाद पहुंचा था। माना जा रहा है कि इस वैक्सीन से आ जाने से अब भारत में भी टीकाकरण अभियान में तेजी आएगी।