विदेशों से मदद: जर्मनी ने भेजे 120 वेंटिलेटर, स्पूतनिक वी की पहली खेप आई भारत – अमर उजाला – Amar Ujala

कई देशों और अग्रणी ग्लोबल कंपनियों ने भारत की मदद करने के लिए अपने उत्पादन में बढ़ोतरी कर दी है और आपातकालीन सहायता पहुंचाना शुरू कर दिया है। भारत इस समय कोरोना वायरस महामारी की भयानक दूसरी लहर से जूझ रहा है। 

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने प्रशासन से भारत को सभी तरह की सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया है। साथ ही वॉशिंगटन का इस संकट की घड़ी में नई दिल्ली के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का आश्वासन भी दिया है।

बाइडन प्रशासन भारत को 10 करोड़ डॉलर से ज्यादा की सप्लाई पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें भारत के लिए सबसे अहम बन गई मेडिकल ऑक्सीजन और उससे जुड़े उपकरण, अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पीपीई व अन्य सहयोग, टेस्टिंग व टीका उत्पादन सप्लाई, चिकित्सकीय व जन स्वास्थ्य सहायता सामग्री शामिल है।

यूएसएड सहायता सामग्री से लदे दो विमान शुक्रवार को भारत पहुंच चुके हैं, जबकि एक अन्य विमान ने ऑक्सीजन सिलिंडर, एन95 मास्क और टीका उत्पादन में काम आने वाले फिल्टर लेकर डलास एयरपोर्ट से शनिवार को नई दिल्ली के लिए उड़ान भरी। 

सिंगापुर ने भी शनिवार को भारत के लिए तीन क्रायोजेनिक तरल ऑक्सीजन टैंक रवाना किए। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने सिंगापुर के समकक्ष विवियन बालाकृष्णन से फोन पर बात करते हुए ऑक्सीजन से जुड़े उपकरणों की सप्लाई की मांग की थी। 

भारत में चीन के राजदूत सुन वीडांग ने भी शनिवार को कहा कि चीन ने भारत की तरफ से ऑर्डर किए गए 40000 से ज्यादा ऑक्सीजन जनरेटरों की सप्लाई के लिए अपने उत्पादन को तेज कर दिया है।

उन्होंने कहा, पिछले दो सप्ताह में दोनों देशों के बीच 61 मालवाहक विमान सेवाएं संचालित की जा चुकी हैं। सुन ने ट्वीट में कहा, मेरी जानकारी के हिसाब से चीन से भारत के लिए हवाई ढुलाई मार्ग सामान्य तरीके से संचालित हो रहा है।

सुन का यह बयान उन मीडिया रिपोर्ट के बीच में आया है, जिसमें कुछ अमेरिकी कंपनियों को चीन से भारत के लिए चिकित्सा सामग्री भेजने में समस्याएं झेलने की जानकारी दी गई थी। सुन ने एक अन्य ट्वीट में कहा, हम चीन के शहरों से भारत के लिए चिकित्सा सप्लाई भेजने में कस्टम मंजूरी में मदद कर रहे हैं।

बीजिंग में भारतीय दूतावास ने शनिवार को ट्वीट किया कि तियानजिन से एक विमान ने 12 आईएसओ कंटेनर लेकर उड़ान भरी है। ये कंटेनर एक भारतीय कंपनी ने तरल मेडिकल ऑक्सीजन की ढुलाई के लिए व्यवसायिक तौर पर खरीदे हैं। 

ग्लोबल कंपनियों में से भी अमेरिकी रिटेल दिग्गज वॉलमार्ट ने भारत को 20 ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट और 20 क्रायोजेनिक कंटेनर देने की घोषणा की है। साथ ही कोरोना वायरस से संघर्ष में सरकार की मदद कर रहे गैर सरकारी संगठनों को भी वॉलमार्ट 20 लाख डॉलर की मदद देगा।

इससे पहले अग्रणी विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने शुक्रवार को भारत को 100 लाख डॉलर की आपातकालीन राहत सहायता देने की घोषणा की थी। ग्लोबल पेमेंट कंपनी मास्टरकार्ड ने भारत में 2000 पोर्टेबल बेड उपलब्ध कराने के लिए न्यूयॉर्क के एक  गैरलाभकारी संगठन अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन को 89 लाख डॉलर की मदद दी है।

Related posts