ऑक्सिजन इमर्जेंसी LIVE: दिल्ली के अस्पतालों में 1-1 सांस भारी, जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल में 20 ने तोड़ा दम, परिजनों का हंगामा – Navbharat Times

नई दिल्ली
दिल्ली के अस्पतालों में हर दिन की शुरुआत कुछ ऐसे ही हो रही है। रात ढलते और सुबह होते-होते कोई मनहूस खबर दिल तोड़ दे रही है। देश की राजधानी में ऑक्सिजन की कमी धड़कनें बढ़ा रही हैं। दिल्ली में शुक्रवार रात जयपुर गोल्डन अस्पताल में 20 मरीजों ने ऑक्सिजन की कमी से दम तोड़ दिया। बाकी कई अस्पतालों में सांसें अटकी हुई हैं। शनिवार सुबह बस आधे घंटे की ऑक्सिजन बची तो साउथ दिल्ली के मूलचंद अस्पताल की मेडिकल डायरेक्टर बेबसी बयां करते-करते रो पड़ीं। हम ऑक्सिजन इमर्जेंसी से गुजर रही दिल्ली का हर अपडेट यहां दे रहे हैं…

जयपुर गोल्डन अस्पताल में 20 मरीजों ने तोड़ा दम
दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सिजन की कमी के कारण 20 लोगों की जान जा चुकी है। जयपुर गोल्डन अस्पताल के डॉ. डीके बालूजा ने सुबह बताया कि उनके पास करीब आधे घंटे की ऑक्सिजन सप्लाई ही बची हुई है। हमारे यहां 200 से अधिक जिंदगियां खतरे में हैं। हम रात में ऑक्सिजन की कमी के कारण 20 लोगों को खो चुके हैं।

परिजनों ने जयपुर गोल्डन अस्पताल में किया हंगामा
मेरी बहन है… मेरा भाई है… गोल्डन के जयपुर अस्पताल में 20 मरीजों की मौत से सुबह कोहराम मच गया। एकाएक क्या हुआ परिजन इस बात को समझ ही नहीं पा रहे थे। परिजनों का आरोप था कि अस्पताल की लापरवाही से जानें गई हैं। परिजनों का आरोप है कि उन्हें ऑक्सिजन की कमी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। एक ने बताया कि अगर समय रहते ऑक्सिजन की कमी के बारे में बता दिया जाता, तो वह किसी तरह इधर-उधर से जुगाड़ कर इंतजाम कर लेते।

बस आधे घंटे की ऑक्सिजन बची है… मूलचंद हॉस्पिटल की मेडिकल डायरेक्टर रो पड़ीं
दिल्ली के मूलचंद हॉस्पिटल की ओर शनिवार सुबह पीएम मोदी, सीएम अरविंद केजरीवाल से लेकर एलजी तक से ऑक्सिजन को लेकर मदद मांगी गई। हॉस्पिटल की ओर से कहा गया कि हमारे पास कुछ ही देर की ऑक्सिजन बची है। मूलचंद हॉस्पिटल की मेडिकल डायरेक्टर मधु हांडा एक न्यूज चैनल से बात करते-करते रो पड़ीं। अपनी बेबसी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि अस्पताल के पास सिर्फ 30 मिनट की ऑक्सिजन बची है।

ऑक्सिजन नहीं मिली तो डिस्चार्ज करना होगा
महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल ने ऑक्सिजन दिलाए जाने की मांग लेकर दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उनका कहना है कि हमारे अस्पताल में 106 गंभीर मरीज हैं। हमें तुरंत ऑक्सिजन नहीं मिली तो अस्पताल को उन्हें डिस्चार्ज करना होगा।

सरोज हॉस्पिटल में एडमिट पर रोक
राजधानी के सरोज हॉस्पिटल ने ऑक्सिजन की कमी के कारण अपने यहां रोगियों को एडमिट करने पर रोक लगा दी है। सरोज अस्पताल के कोविड इंचार्ज ने कहा कि ऑक्सिजन की कमी की वजह से हम रोगियों को एडमिट नहीं कर रहे हैं। साथ ही रोगियों को डिस्चार्ज भी किया जा रहा है।

बत्रा अस्पताल में आखिरी समय पर पहुंची ऑक्सिजन
शनिवार सुबह मूलचंद के साथ बत्रा अस्पताल ने भी ऑक्सिजन की अर्जेंट अपील की थी। अस्पताल ने बताया था कि उसके यहां 260 से ज्यादा मरीज एडमिट हैं।राहत की बात यह रही कि स्थिति ज्यादा बिगड़ती इससे ठीक कुछ देर पहले वहां ऑक्सिजन का कंटेनर पहुंच गया। अस्पताल के डॉ. गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने हमें ऑक्सिजन टैंकर मुहैया कराया है। हमारे पास अपने सभी रोगियों के लिए एक से डेढ़ घंटे की ऑक्सिजन है।

दो अस्पताल पहुंचे दिल्ली हाईकोर्ट
दिल्ली के दो और अस्पतालों ने मेडिकल ऑक्सिजन की अर्जेंट सप्लाई के लिए शुक्रवार को दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया। ऐसे सभी अस्पतालों और नर्सिंग होम से अदालत ने कहा कि अगर मरीजों के इलाज के लिए उन्हें ऑक्सिजन की जरूरत है, तो वे पहले दिल्ली सरकार के नोडल ऑफिसर से संपर्क करें। इस बीच, केंद्र ने दावा किया कि इस तरह की समस्याओं के लिए एक सेंट्रल वर्चुअल रूम बनाया गया है, जो जल्द ही सक्रिय होगा।

पिछले 24 घंटे में 24,331 नए मामले
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के शुक्रवार को 24,331 नए मामले सामने आए और एक दिन में अब तक सर्वाधिक 348 लोगों की मौत हुई। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। दिल्ली में लोगों के संक्रमित पाए जाने की दर 32.43 प्रतिशत है। शहर में पिछले 11 दिन में इस संक्रमण से करीब 2,100 लोगों की मौत हो चुकी है।

अमृतसर में भी 5 मरीजों ने तोड़ा दम
दिल्ली ही नहीं देश के दूसरे शहर के अस्पतालों में भी ऑक्सिजन का जबर्दस्त संकट है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक पंजाब के अमृतसर के नीलकंठ हॉस्पिटल में ऑक्सिजन की कमी से पिछले 48 घंटों में 5 मरीजों की जान चली गई। अस्पताल के एमडी ने आरोप लगाया कि सरकारी अधिकारी निजी अस्पतालों को ऑक्सिजन देने से इनकार कर रहे हैं। उनके मुताबिक अधिकारी कह रहे हैं कि पहले सरकारी अस्पतालों को आपूर्ति की जाएगी, इसके बाद ही प्राइवेट अस्पतालों को यह दी जाएगी।
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Corona In Punjab: अमृतसर के निजी अस्पताल में पूरी तरह खत्म हुआ ऑक्सिजन, 5 मरीजों ने तोड़ा दम

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