Bihar Coronavirus Death : देख लीजिए सीएम नीतीश कुमार, कैसे आपके मंत्री का प्रोटोकॉल लील गया एक कोरोना पीड़ित को – नवभारत टाइम्स

पटना: जिस वक्त बिहार के स्वास्थ्य मंत्री NMCH का निरीक्षण कर रहे थे उसी वक्त उसी अस्पताल के बाहर एक कोरोना पीड़ित पूर्व फौजी ने दम तोड़ दिया। मामला कल यानि 13 अप्रैल का है। लखीसराय में सेना के पूर्व जवान विनोद सिंह कोरोना संक्रमित हो गए थे। मंगलवार को उनके घरवाले उन्हें इलाज के लिए पटना लाए, पहले वो एम्स गए लेकिन बेड खाली न होने के चलते उन्हें NMCH आना पड़ा। आरोप है कि कोरोना पीड़ित विनोद सिंह अस्पताल के बाहर एम्बुलेंस में करीब डेढ़ घंटे तक कड़ी धूप में पड़े रहे। मरीज का पीड़ित बेटा डॉक्टरों से अस्पताल में भर्ती करने के लिए गुहार लगा रहा था। लेकिन किसी डॉक्टर को फुर्सत नहीं थी, क्योंकि NMCH के अंदर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का स्वागत होना जरुरी था। अंत में तड़प-तड़प कर पीड़ित की एंबुलेंस में ही मौत हो गई। जब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से पूछा गया तो उनका कहना था कि हर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है और कुछ दिनों से अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है अगर इसमे किसी की मौत होती है तो दुःखद है।

ये दुखद नहीं शर्मनाक है मंत्री जी
ये दुखद नहीं, शर्मनाक है मंत्री जी… एक घर से उसके मुखिया का साया उठ गया है और इसके लिए जितना जिम्मेवार आपका सिस्टम है उतने ही आप भी हैं। आप किस पर कार्रवाई करेंगे, बताइए… उन डॉक्टरों पर जो आपके आवभगत में लगे हुए थे। या उस शख्स के परिवार पर जो गलती से आपके दौरे के बीच में अस्पताल पहुंच गया। और हां, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से हम ये भी कहेंगे कि ये एक मौत नहीं है, सिस्टम के मुंह पर तमाचा है। अभिमन्यू और उसकी मां के रोने की गूंज हमेशा आपके इस सिस्टम में गूंजती रहेगी। अंतरात्मा की आवाज अगर सुनाई दे रही हो तो जरा खुद के बारे में भी सोचिएगा।

पटना से नवभारतटाइम्स ऑनलाइन की रिपोर्ट

Related posts