Kisan Andolan : प्रदर्शनकारी किसानों का ऐलान, कृषि कानूनों के निरस्त होने से पहले नहीं लगवाएंगे कोरोना वैक्सीन – Navbharat Times

हाइलाइट्स:

  • दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं किसान
  • सरकार के साथ 10वें दौर की वार्ता 19 को होनी है
  • किसानों का ऐलान- कृषि कानून रद्द होने तक वैक्सीन नहीं लगवाएंगे

नई दिल्ली
देश में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हो चुकी है। हालांकि दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने टीका लगवाने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि तीनों कृषि कानूनों को रद्द किए जाने तक वे वैक्सीन लगवाने के लिए अपने गृह राज्य नहीं लौटेंगे। देश में शनिवार से वैक्सीन लगने लगी है। पहले राउंड में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जा रही है। इसके बाद बुजुर्गों का नंबर आएगा।

किसानों का यह ऐलान अहम है क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे ज्यादातर किसानों की उम्र 50 साल से ऊपर है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के मोगा जिले से आए चमकौर सिंह (63) और उनके मित्र दबिंदर सिंह (61) ने कहा कि वे वैक्सीन लगवाने के लिए अपने गांव नहीं लौटेंगे जब तक कि तीनों कृषि कानून निरस्त नहीं कर दिए जाते।

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कीर्ति किसान यूनियन के सदस्य चमकौर सिंह ने कहा, ‘हमने कई डॉक्टरों को यह कहते हुए सुना है कि कोविड-19 पहले से मौजूद था और कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों पर असर करता था। यहां सड़कों पर हजारों गरीब लोग रहते हैं, जिनके पास हाथ धोने या मास्क पहनने का कोई साधन नहीं है। वे कैसे बच पा रहे हैं? हमारा मानना है कि लॉकडाउन केवल सरकार का एक हथकंडा था जिससे बिना किसी प्रतिरोध के कृषि कानूनों को पारित करवा लिया जाए।’

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दबिंदर ने यह जरूर कहा कि अगर हमें बीमारी है तो हम टीकाकरण कराएंगे वरना नहीं। किसानों की भीड़ में मौजूद कई लोगों ने कहा कि उन्हें कोविड-19 मृत्यु दर को लेकर सरकार के दावों पर भरोसा नहीं है। फिरोजपुर के मरूर गांव के 28 साल के किसान बलप्रीत सिंह ने कहा, ‘हम पहले दिन से यहां हैं और शारीरिक दूरी बनाए रखना संभव नहीं है। फिर भी हमारे 100 से 200 लोगों के समूह में कोविड-19 का कोई केस नहीं आया। बीमारी का डर बीमारी से ज्यादा घातक है।’

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उन्होंने आगे कहा कि अगर हम कानूनों के चलते अपनी जमीन और घरों को गंवा देंगे तो टीके लगवाकर क्या करेंगे? यह लड़ाई जारी रहेगी और हम गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च की तैयारी कर रहे हैं।

केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं किसान यूनियनों ने रविवार को कहा कि वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में अपनी प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड निकालेंगी। यूनियन नेता योगेंद्र यादव ने सिंघू बार्डर स्थित प्रदर्शन स्थल पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में बाहरी रिंग रोड पर एक ट्रैक्टर परेड करेंगे। परेड बहुत शांतिपूर्ण होगी। गणतंत्र दिवस परेड में कोई भी व्यवधान नहीं होगा। किसान अपने ट्रैक्टरों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाएंगे।’

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सिंघु बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसान।

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