शेहला रशीद के पिता ने बेटी पर तीन करोड़ रुपए लेने का आरोप लगाया- प्रेस रिव्यू – BBC हिंदी

जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष और एक्टिविस्ट शेहला रशीद के बारे में इंडियन एक्सप्रेस ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसके अनुसार उनके पिता अब्दुल रशीद शौरा को अक्टूबर महीने से श्रीनगर के मुंसिफ़ कोर्ट ने घरेलू हिंसा के मामले में घर में जाने से रोक दिया था.

घर के लोगों ने अब्दुल रशीद के ख़िलाफ़ घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई थी. अब अब्दुल रशीद ने जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह को पत्र लिख अपनी बेटी शेहला रशीद पर एक कश्मीरी बिज़नेसमैन से तीन करोड़ रुपए लेने का आरोप लगाया है.

अब्दुल रशीद ने बिज़नेसमैन ज़ाहूर अहमद शाह वताली से जम्मू-कश्मीर पीपल्स मूवमेंट पार्टी में शामिल होने के बदले तीन करोड़ रुपए लेने का आरोप लगाया है. जम्मू-कश्मीर पीपल्स मूवमेंट पार्टी को चर्चित यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा टॉपर आईएएस अधिकारी शाह फ़ैसल ने शुरू किया था.

शाह फ़ैसल का आईएएस से इस्तीफ़ा अभी सरकार के पास लंबित है. वताली और पूर्व विधायक इंजीनियर रशीद को एनआईए ने आतंकवादी वित्त पोषण केस 2017 और 2019 में गिरफ़्तार किया था.

अपने पिता के आरोपों को शेहला रशीद ने झूठा क़रार दिया है. उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ”हमने उनके ख़िलाफ़ घरेलू हिंसा को लेकर एफ़आईआर दर्ज कराई है. वो पूरी न्यायिक प्रक्रिया को पटरी से उतारना चाहते हैं. कोर्ट ने उनके घर आने पर पाबंदी लगा दी है. वो ख़ुद कह रहे हैं कि उन्होंने वताली से मुलाक़ात की है. अगर उन्होंने वताली से मुलाक़ात की है तो उन्हें जवाब देना चाहिए. अगर उन्होंने मेरे नाम पर कोई सौदा किया है तो उन्हें बताना चाहिए. अगर उन्हें लगता है कि मैं राष्ट्र विरोधी गतिविधि में शामिल हूं तो उन्होंने शिकायत करने में इतनी देरी क्यों की? उन्हें घर में घुसने से रोक दिया गया है तो ये सब कर रहे हैं.”

दिलबाग सिंह को लिखे पत्र में अब्दुल रशीद ने कहा है कि शेहला रशीद, बड़ी बेटी अस्मा रशीद, पत्नी ज़ुबैदा और सिक्यॉरिटी गार्ड साकिब अहमद से उनकी जान का ख़तरा है.

अब्दुल रशीद ने अपनी सुरक्षा के लिए बॉडीगार्ड की माँग की है और कहा है कि उन्हें अपने घर में जाने देने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना चाहिए. अब्दुल रशीद ने अपनी बेटी के बैंक अकाउंट और ईमेल की जाँच की मांग की है. उन्होंने फ़िरोज़ पीरज़ादा, ज़ाहुर वताली और इंजीनियर रशीद से कथित वित्तीय लेन-देन की जाँच मांग की है.

शेहला रशीद ने पूरे मामले को लेकर ट्विटर पर भी कई ट्वीट किए हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि जब वो अपनी क़रीबी परिवार में एक मौत से दुखी हैं तब उनके पिता ने उन पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं.

कोरोना

दिल्ली में 800 रुपए में कोरोना टेस्ट

दैनिक जागरण ने दूसरे पन्ने पर दिल्ली में 80 रुपए में आरटीपीसीआर जाँच की ख़बर को प्रमुखता से छापा है. अख़बार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि प्राइवेट लैब में कोरोना की आरटीपीसीआर टेस्ट कराने वालों को दिल्ली सरकार ने बड़ी राहत दी है.

दिल्ली सरकार ने प्राइवेट लैब और अस्पतालों में कोरोना संक्रमण की आरटीपीसीआर जाँच की क़ीमत 2400 रुपए से घटाकर 800 रुपए कर दी है.

अगर लैब की तरफ़ से आरटीपीसीआर टेस्ट का सैंपल घर जाकर लिया जाता है तो अधिकतम 1200 रुपए देने होंगे.

दिल्ली सरकार के इस फ़ैसले के बाद आरटीपीसीआर जाँच के लिए अब उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा से भी कम पैसे लगेंगे.

दिल्ली के सरकारी लैब और अस्पतालों में कोरोना की जाँच मुफ़्त में कराई जा रही है. सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ”मैंने निर्देश दिया है कि दिल्ली में आरटीपीसीआर जाँच के दाम कम किए जाएंगे. इससे प्राइवेट लैब और प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना की आरटीपीसीआर जाँच कराने वालों को मदद मिलगा.”

शीतल आम्टे

समाजसेवी बाबा आम्टे की पौत्री शीतल ने की आत्महत्या

बाबा आम्टे का 94 साल की उम्र में 2008 में निधन हो गया था. महाराष्ट्र के चंद्रपुर जनपद में विकास आम्टे की देखरेख में बाबा आम्टे द्वारा कुष्ठ रोगियों के इलाज और सेवा के लिए स्थापित संस्थान महारोगी सेवा समिति चलता है.

39 साल की शीतल पिछले तीन साल से इसी संस्थान की मुख्य कार्यकारी अधिकारी की ज़िम्मेदारी संभाल रही थीं. सोमवार सुबह वो अपने कमरे में मृत मिलीं. कहा जा रहा है कि शीतल ने ज़हर का इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या कर ली.

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